व्यापारियों की राय

हड़ताल मूल्य

हड़ताल मूल्य
जिले में गेहूं का रकबा- 198000 हेक्टेयर

खरगोन में बायोडीजल पंप पर प्रशासन ने चलाया बुलडोजर, जांच में अमानक मिले थे सैंपल

टूटी हड़ताल, तुलेगा समर्थन मूल्य पर गेहूं

हड़ताल में तहसील स्तरीय मार्केटिंग सोसायटियाें के कर्मचारी शामिल नहीं थे। इसके चलते धार में मोदी पेट्रोल पंप के पीछे मार्केटिंग सोसायटी पर तैयारी दिखी। यहां छांव के लिए टेंट व पेयजल के बंदोबस्त कर दिए गए। हम्माल बारदान पर छपाई करते नजर आए।

एक नजर
15 मई तक चलेगी खरीदी

1525 रु. है समर्थन मूल्य

82 केंद्रों पर होगी समर्थन मूल्य की गेहूं खरीदी

52030 किसानों ने कराया है पंजीयन

3000 गठानें बारदान भेजा है 15 दिन की खरीदी के लिए केंद्रों पर

धार. कलेक्टर कार्यालय हड़ताल मूल्य परिसर के शेड में धरने पर बैठे कर्मचारियों को मनाने की कोशिश करते सीसीबी अध्यक्ष व अन्य।

भास्कर संवाददाता | धार

दिनभर की मान-मनौव्वल और बातचीत के दौर के बाद मंगलवार देर शाम सोसायटियों के कर्मचारी-अधिकारियों की हड़ताल टूट गई। इससे बुधवार से शुरू होने वाली समर्थन मूल्य पर गेहूं की सरकारी खरीदी पर छाया संकट टल गया। जिले में पूर्व निर्धारित 82 केंद्रों पर गेहूं तुलेगा।

हड़ताल का असर: समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी 28 से, सहकारी समितियों की हड़ताल से असमंजस, जिला अधिकारी ने कहा- हमारी तैयारी पूरी

एक तरफ तो सहकारी समितियों की हड़ताल चल रही है, तो दूसरी तरफ 28 मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू होने वाली है। ऐसे में न सिर्फ किसान बल्कि अधिकारी भी पोसेपेश की स्थिति में हैं। यदि नियत तिथि तक हड़ताल समाप्त नहीं हुई तो समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कार्य प्रभावित हो सकती है। खरीदी तारीख आगे बढ़ने से भी इंकार नहीं किया जा सकता।फिलहाल सोसायटी कार्यालय पर ताले डले हुए हैं।

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग केन्द्रों पर खरीदी हेतु व्यवस्था सुनिश्चित करने हड़ताल मूल्य का प्रयास कर रहा है।जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी मनोहर सिंह ठाकुर ने बताया की शासन के आदेशानुसार तैयारी कर रह रहे हैं। जिले के सभी खरीदी केन्द्रों पर बारदान एवं अन्य सामग्री रवाना कर दी जाएगी। हालांकि लिखित तो आदेश तो हमारे पास 28 का भी नहीं है। इसके बावजूद हमारी तैयारी 28 मार्च की है।

मूल्य वृद्धि के खिलाफ हड़ताल ग्रीस में सेवाएं बंद

सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के कुछ कर्मचारियों ने कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ 24 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान बुधवार को ग्रीस में नौकरी छोड़ दी, जिससे देश भर में सेवाओं और परिवहन में बाधा आ रही थी।

घाट बंदरगाह में बंधे रहे, ग्रीस के द्वीपों से संबंध विच्छेद कर रहे थे, जबकि ग्रीक राजधानी में टैक्सियाँ सड़कों से दूर रहीं। एथेंस में कोई बस या ट्रॉली नहीं चल रही थी, जबकि तीन मेट्रो लाइनों में से केवल एक ही चालू थी, दोपहर तक सीमित सेवा चल रही थी।

उड़ान यातायात नियंत्रकों को हड़ताल में भाग लेने के कारण छह घंटे का काम रोक दिया गया था, लेकिन अदालत द्वारा उनकी भागीदारी को अवैध मानने के बाद मंगलवार देर रात को उस फैसले को उलटना पड़ा। हालांकि, एयरलाइंस ने पहले ही दर्जनों उड़ानें रद्द कर दी थीं, जिन्हें वे अंतिम समय में पुनर्निर्धारित करने में असमर्थ थीं।

मूल्य वृद्धि पर हड़ताल ग्रीस को पंगु बना दिया

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को ग्रीस के सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों हड़ताल मूल्य की यूनियनों द्वारा आयोजित हड़तालों ने स्कूलों, अस्पतालों और मीडिया जैसी सार्वजनिक सेवाओं को रोक दिया और सार्वजनिक परिवहन को भी प्रभावित किया।

प्रतिभागियों ने बढ़ती मुद्रास्फीति से निपटने के लिए और अधिक समर्थन मांगा जिससे उनकी क्रय शक्ति कम हो गई है।

निजी क्षेत्र के एक कर्मचारी ने सिन्हुआ को बताया, "आज हमारे हड़ताल मूल्य देश में जो हो रहा है वह तर्क से परे है. हम पीड़ित हैं।"

"हम आज यहां हमारे लिए हैं, हमारे बच्चों के लिए, हमारे माता-पिता के लिए, हमारे भाइयों के लिए, पूरे समाज के लिए… सामाजिक असमानताओं के लिए नहीं। श्रमिकों के लिए हाँ, "एक सिविल सेवक ने कहा, इससे पहले कि प्रदर्शनकारियों और पुलिस के एक समूह के बीच मामूली झड़पें हुईं।

हड़ताल और भाव के चलते खरीदी को नहीं मिला 'समर्थन'

हड़ताल और भाव के चलते खरीदी को नहीं मिला

खरगोन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रूस और यूक्रेन युद्ध का प्रभाव हमारे यहां देखने को मिल रहा है। जानकारी अनुसार दोनों देश मिलकर विश्व के कुल गेहूं निर्यात करीब 25 प्रतिशत निर्यात करते हैं। युद्ध के चलते यह निर्यात प्रभावित होगा और इसका सकारात्मक पहलू यह है कि हमारे देश में गेहूं की मांग बढ़ने से हड़ताल मूल्य किसानों को लाभ होगा। इसका असर शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर की जाने वाली गेहूं खरीदी पर साफ दिखाई दे रहा है। खरीदी के पहले दिन जिले में निर्धारित 73 केंद्रों में से एक भी केंद्र पर एक भी किसान नहीं पहुंचा और खरीदी का श्रीगणेश ही नहीं हो पाया। इसका दूसरा बड़ा कारण सोसायटी कर्मचारियों की हड़ताल भी सामने हड़ताल मूल्य आ रहा है।

उल्लेखनीय है कि जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए 73 केंद्र बनाए गए हैं। इस वर्ष गेहूं विक्रय के लिए निर्धारित समयावधि में जिले के कुल 23 हजार 967 किसानों ने पंजीयन भी करवाया है। लेकिन मंडी में गेहूं के अच्छे भाव मिलने से समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय में किसानों की रूचि नहीं दिखाई दे रही है। जानकारी अनुसार जिला मुख्यालय स्थित मंडी में इस वर्ष फरवरी माह से अब तक दो लाख क्विंटल से अधिक गेहूं विक्रय किया जा चुका है। खाद्य अधिकारी बीएस जमरा ने बताया कि पहले दिन समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय के लिए सिर्फ पांच किसानों ने स्लाट बुक किया था लेकिन एक भी किसान गेहूं विक्रय के लिए नहीं पहुंचा।

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