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निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष

निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष

एसपीएन कालेज में निवेश शिक्षा संबंधी तीन दिवसीय कार्यशाला प्रारंभ

नेहरू युवा केंद्र होशियारपुर (खेल और युवा मंत्रालय भारत सरकार) और निवेशक शिक्षा और संरक्षण कोष प्राधिकरण (कार्पोरेट कार्य मंत्रालय भारत सरकार) के सौजन्य से स्वामी प्रेमानंद महाविद्यालय मुकेरियां में तीन दिवसीय कार्यशाला आरंभ की गई।

संवाद सहयोगी, मुकेरियां : नेहरू युवा केंद्र होशियारपुर (खेल और युवा मंत्रालय भारत सरकार) और निवेशक शिक्षा और संरक्षण कोष प्राधिकरण (कार्पोरेट कार्य मंत्रालय भारत सरकार) के सौजन्य से स्वामी प्रेमानंद महाविद्यालय मुकेरियां में तीन दिवसीय कार्यशाला आरंभ की गई। कार्यशाला के प्रथम दिन एनआइटी जालंधर के प्रो. डा. रोहित मेहरा ने मुख्य अतिथि और संदीप ग्रोवर (सीए एवं पूर्व कालेज स्नातक) ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की। कालेज के प्रिसिपल डा. समीर शर्मा और नेहरू युवा केंद्र के जिला यूथ अधिकारी राकेश कुमार ने मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता का सम्मान चिन्ह से स्वागत किया और छात्रों को भी संबोधित किया। इस कार्यशाला की मुख्य आयोजक का डा. सोनिया शर्मा ने सभी श्रोताओं का स्वागत किया और कार्यशाला के विषय को प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि ने अपने वक्तव्य में आयोजकों को इस महत्वपूर्ण कार्यशाला के लिए बधाई दी। इस कार्यशाला के प्रथम दिन के वक्ता संदीप ग्रोवर ने कार्यशाला के विषय को विस्तार सहित बताया। उन्होंने कहा कि निवेश के लिए शेयर बाजार के निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष विशेषज्ञों का आकलन एवं उनकी तरफ से दी गई संभावनाओं पर विस्तार से गहन अध्ययन करना चाहिए। शेयर बाजार जहां शीघ्र अधिक मुनाफे का निवेश स्थान है, वही खतरों से भी भरा हुआ है। इसलिए इसमें बिना सोचे समझे निवेश करना उपयुक्त नहीं है। अंत में कार्यशाला के संयोजक डा. समीर महाजन ने प्रथम दिवस के गणमान्य अतिथियों एवं श्रोताओं का कार्यशाला में उपस्थित होने के लिए धन्यवाद किया। कार्यशाला में 80 से अधिक युवाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर कालेज के वाइस प्रिसिपल डा. अरुण कुमार, प्रो. विक्रम सिंह, डा. अशोक चौधरी, डा. जसमिदर सिंह, डा. चंद्रशेखर और प्रो. बिक्रमजीत सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।

IEPFA शुभंकर डिजाइन प्रतियोगिता

IEPFA शुभंकर डिजाइन प्रतियोगिता

निवेशक शिक्षा और संरक्षण कोष प्राधिकरण (आईईपीएफए) भारत सरकार निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष द्वारा .

निवेशक शिक्षा और संरक्षण कोष प्राधिकरण (आईईपीएफए) भारत सरकार द्वारा कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 125 के प्रावधान को लागू करने वाली एक वैधानिक संस्था है। प्राधिकरण के पास निवेशकों की शिक्षा और निवेशकों के हितों से निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष संबंधित सुरक्षा के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और उचित चैनल के माध्यम से सही दावेदार को शेयरों, दावा न किए गए लाभांश, मैच्योर्ड डिपॉजिट/ डिबेंचर आदि की वापसी करने का दोहरा आदेश है।

IEPFA अपनी तरह का सबसे छोटा और एकमात्र संगठन है जिसके पास 1.4 बिलियन की आबादी वाले पूरे देश के लिए उन मुट्ठी भर अधिकारियों के साथ समावेशी वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने का विधायी जनादेश है। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के तत्वावधान में 07 सितंबर, 2016 को अपनी स्थापना के बाद से, प्राधिकरण वित्तीय रूप से जागरूक समाज को सुनिश्चित करने के लिए देशवासियों को शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहा है। अपने जनादेश का पालन करते हुए, IEPFA ने 67,000 से अधिक जमीनी निवेशक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जो ग्रामीण, अर्ध शहरी और शहरी क्षेत्रों के 30 लाख नागरिकों तक पहुंचकर आम जनता को जागरूकता संबंधी संदेश फैलाने के लिए जैसे कि धोखाधड़ी और पोंजी योजनाओं का शिकार नहीं होना है; जिससे छोटे/कमजोर निवेशकों की रक्षा हो सके।

IEPFA दो प्रमुख जनादेश को हासिल करना चाहता हैं। जनादेश को निम्नानुसार है: - निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष
• निवेशकों के शेयर, दावा न किए गए लाभांश, मैच्योर्ड डिपॉजिट/ डिबेंचर्स की वापसी निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष सुनिश्चित करना।
• निवेशकों की शिक्षा, जागरूकता और सुरक्षा को बढ़ावा देना।

प्राधिकरण समावेशी वित्तीय साक्षरता, निवेशक शिक्षा, संरक्षण और अधिकारिता का संदेश देने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन भी कर रहा है, यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू किए गए 75-सप्ताह के भव्य उत्सव की तर्ज पर 'आजादी का अमृत महोत्सव' के 75 साल भी मना रहा है। "आज़ादी का अमृत महोत्सव" की आधिकारिक यात्रा हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 12 मार्च, 2021 को शुरू हुई और 15 अगस्त, 2023 को समाप्त होगी।

गौरव की इस भावना को बढ़ाने के लिए इंडिया 2.0: 2047 में भारत के लिए विजन जहां निवेशक स्मार्ट, सूचित और सशक्त हैं; आईईपीएफए रन अप प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला की घोषणा कर रहा है, जिनमें से एक "पहचान" आईईपीएफए द्वारा एक हाइब्रिड शुभंकर डिजाइनिंग प्रतियोगिता है, जो अखिल भारतीय स्तर पर छात्रों और आम जनता के लिए है। शुभंकर को डिजाइन करते समय यह ध्यान में रखा जाना चाहिए कि यह आईईपीएफए का संदेश ले जाएगा, बचत, बजट, निवेश के संदर्भ में पैसे के मूल्य को परिभाषित करना; और वर्तमान और संभावित निवेशकों को कपटपूर्ण योजनाओं से बचाना; और समग्र रूप से वित्तीय साक्षरता के संदर्भ में IEPFA के अधिदेश के आसपास।

प्रतियोगिता का उद्देश्य लोगों को पैसे के मूल्य के बारे में जागरूक करना और सूचित वित्तीय निर्णय लेने के लिए तैयार करना है।

प्रतियोगिता की आयु-वार श्रेणियां निम्नानुसार हैं: -
श्रेणी 1: 11 से 18 वर्ष
श्रेणी 2: 19 वर्ष और उससे अधिक

[कृपया ध्यान दें: प्रतिभागी को विवरण बॉक्स में उस श्रेणी का उल्लेख करना होगा जिसमें वह आवेदन कर रहा है।]

चयन मानदंड: मूल, रचनात्मक, अभिनव, संबंधित और प्रतियोगिता विषय के लिए प्रासंगिक और एक उपयुक्त टैगलाइन के साथ होना चाहिए।

थीम, कॉम्पोनेंट्स, पुरस्कार और मान्यता और समयरेखा जानने के लिए यहां क्लिक करें (PDF- 171KB)

प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष तिथि 30 सितंबर 2022 है

नियम एवं शर्तें देखने के लिये यहाँ क्लिक करें (PDF-169KB)

निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष

मार्केट रेगुलेटर सेबी ने BSE के स्टॉक विकल्प में हेराफेरी और धोखाधड़ी करने वाली सात फर्मों पर 36 लाख का जुर्माना लगाया है। सेबी ने अप्रैल 2014 से सितंबर 2015 तक बीएसई की ट्रेडिंग करने वाली कंपनियोंकी जांच की गई। एक्सचेंज के स्टॉक विकल्प सेगमेंट में बड़े पैमाने पर ट्रेडिंग की निगरानी के बाद यह जांच की गई।

सेबी के आदेशों के मुताबिक, वरुण विनिमय प्राइवेट लिमिटेड, श्री बाला जी ट्रेड, लीली न्यूज नेटवर्क प्राइवेट लिलिमिटेड, निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष बारमको एनर्जी सिस्टम और कैलेंडुला तेलेडाटा जैसी सभी कंपनियों पर पांच लाख का जुर्माना लगाया गया है। जबकि मां अम्बे वेयरहाउस प्राइवेट लिमिटेड पर 6 लाख का जुर्माना ठोका है।

सेबी ने अपने जांच-पड़ताल में पाया कि, 2.91 लाख ट्रेडर्स में से 80 फीसदी असली नहीं थे। सेबी ने ये भी कहा है कि संस्थाओं ने PFUTP के नियमों का पालन नहीं किया।

सेबी ने कहा कि, कॉन्ट्रैक्ट में नोटिस का काम निवेशकों के साथ धोखा, भ्रम फैलाना और हेराफेरी से बचाना है, ताकि वॉल्यूम में किसी प्रकार की धोखाधड़ी न हो। लेकिन इस नोटिस में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई।

अभी हाल ही में सेबी ने NSE को को-लोकेशन के मामले में 12 फीसदी के ब्याज के साथ 625 करोड़ रुपये भरने के आदेश दिए हैं। सेबी ने इस राशि को निवेशक सुरक्षा एवं शिक्षा कोष (आईपीईएफ) में यह भरने के लिए कहा है।

सेबी ने इस मामले में एनएसई के दो पूर्व सीईओ के वेतन का 25 फीसदी हिस्सा वापस करने को कहा है। साथ ही उन्हें डाइरेक्ट या इनडाइरेक्ट तरीके से कारोबार करने से भी रोक दिया है।

शिविर: उपरवाह में ग्रामीण निवेशकों को बैंकिंग और बीमा के बारे में दिया गया प्रशिक्षण

ग्राम पंचायत उपरवाह के सभा कक्ष निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष में रविवार को ग्रामीण निवेशकों के लिए निवेशक जागरूकता सत्र का आयोजन विनिधान कर्ता शिक्षा तथा सुरक्षा कोष प्राधिकरण के तत्वावधान में किया गया। ग्रामीणों के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में सभी वर्ग के लोग शामिल हुए। महिलाएं भी उपस्थित निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष रही। अभियान के तहत निवेश के संदर्भ में जानकारी दी गई, इसके अलावा विभिन्न विषयों पर ग्रामीणों से चर्चा की गई। इसमें महत्वपूर्ण बैंकिंग तथा बीमा निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष के संदर्भ में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में ग्रामीणों को प्रशिक्षक द्वारा बजट के माध्यम से बचत, बचत के माध्यम से निवेश, बैंक खाता खोलने का महत्व, बीमा और पेंशन के उत्पाद, सरकारी योजनाओं की जानकारी, पूंजी बाजार, पोंजी स्कीम निवेश करते समय ध्यान देने योग्य बातें आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। ग्राम के महिला समूह ने भी प्रशिक्षण का लाभ लिया। प्रशिक्षण कॉमन सर्विस सेंटर के प्रशिक्षक विनय साहू द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का आयोजन जन समर्पण यूथ फाउंडेशन के माध्यम से संपन्न किया गया जिसमें फाउंडेशन के सभी सदस्य शामिल हुए।

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