व्यापारी की बुरी आदतों से बचें

काम के तनाव से कैसे बचें? तनाव के कुछ कारण और टिप्स उससे बचने के लिए।
क्या है काम का तनाव? आज के समय में हम सभी इस तनाव से गुज़रते हैं। क्या हमें अपने जीवन में कुछ बदलने की ज़रूरत है या परिस्थितियों के साथ समझौता करते रहें?
तनाव क्या है?
जब आप Google करते हैं – काम के तनाव से बचने के तरीके/ या स्ट्रेस से – तो आपको तकरीबन 7 करोड़ परिणाम मिलते हैं। लेकिन अधिकतर लिंक या लेख लक्षणों का इलाज बताते हैं न कि कारण का।
हम काम से होने वाले तनाव को एक छोटा सा हिस्सा मानकर चलते हैं। लेकिन वास्तव में वह हमारे पूरे जीवन पर असर डालता है। हमारे संसाधनों, भावनाओं, उर्जा और बुद्धि पर लगातार होने वाली माँगों से हमारा पूरा जीवन ही प्रभावित होता है। यह माँगे हमें शारीरिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक तौर पर प्रभावित करती हैं।
और इसका इलाज हर रोज़ ध्यान या योग करना नहीं है। काम से होने वाले तनाव को दूर करने के लिए हमें उसके कारणों को समझना होगा।
आइए जानें क्या आपको काम की टेंशन इन में से किन्हीं कारणों से हो रहा है:
1. काम की अवास्तविक माँग: क्या आपके दफ़्तर में पर्याप्त स्टाफ है? क्या आपको अक्सर वो काम करने पड़ते हैं जो आपकी ज़िम्मेदारी का हिस्सा नहीं हैं? आप हर रोज़ कितने घंटे काम करने के आदि हैं? अगर आप पर क्षमता से अधिक काम लादा गया है तो यह आपके तनाव का मुख्य कारण है।
2. काम पर नियंत्रण: या ऑफ़िस में आपका समय किसी तरह से बर्बाद होता है? जैसे सोशल मीडिया पर, या मुलाक़ातों में। क्या आपके पास हर रोज़ काम ख़त्म करने का पर्याप्त समय होता हैं? क्या आपको आपका काम ठीक तरह से समझाया जाता है? इन सवालों से जानने की कोशिश कीजिए की आपका, आपके काम पर कितना नियंत्रण है। क्या आपको काम की टेंशन रहती व्यापारी की बुरी आदतों से बचें है?
3. ग़लत आदतें: आप किस तरह से काम करते हैं ? क्या आप हर रोज़ एक सूची बनाते हैं? क्या आपको हर रोज़ मालूम होता है की आपको आज कौन से काम निपटाने है? क्या आपकी प्राथमिकतायें निर्धारित हैं? कौन यह प्राथमिकतायें निर्धारित करता है? क्या आप बहुत अधिक समय ईमेल का जवाब देने, चेटिंग करने व्यापारी की बुरी आदतों से बचें या सोशल मीडिया पर बिताते हैं?
4. काम के प्रति समर्थन और समर्पण: क्या आपको अपना काम पसंद है? क्या आपको अपने काम की लगन पर नाज़ है? क्या आपको ऑफ़िस में अपने मैनेजर या सहकर्मियों का समर्थन मिलता है? इन बातों से यह पता चलता है कि तनाव की वजह आपके काम का तरीका है या परिस्थितियाँ।
5. सहकर्मियों से आपके संबंध: आप अकेले काम करना पसंद करते हैं या समूह के साथ? आपके अपने सह-कर्मियों के साथ या मैनेजर के साथ व्यापारी की बुरी आदतों से बचें संबंध कैसे हैं? क्या आप दूसरों की मदद करते हैं और क्या आपको मदद मिलती है? अगर आप नौकरी करते हैं तो यह सवाल ज़रूरी हैं क्योंकि ऑफ़िस में आप चाहें या न चाहें, आपको सबके साथ मिलकर ही काम करना होता है।
6. बॉस का व्यवहार: कई बार आप को तनाव सिर्फ़ इसलिए होता है क्योंकि हर रोज़ आपको अपने बॉस के साथ निपटना पड़ता है। हो सकता है आप हर रोज़ एक अहंकारी और कठिन सीनियर या बॉस के साथ काम कर रहे व्यापारी की बुरी आदतों से बचें हों और वो आपके तनाव को बढ़ा रहे हों।
अब इन सवालों के जवाब आपकी ज़हन में हैं। अब आपको यह कदम उठाने होंगे:
1. काम के प्रति मकसद पहचानिए: आप यह काम, नौकरी या व्यापार किसी वजह से कर रहें है। वो वजह पहचानिए और उसे याद रखिए। यह वजह हो सकती है पैसा जिस से आप अपने परिवार का पालन पोषण करना चाहते हैं, जीवन में आगे बढ़ना चाहते हैं या कुछ पाना चाहते हैं। अगर यह नौकरी आपको अपने मकसद में मदद करती हैं तो उसके प्रति एक सकारात्मक रवैया चुनिए। हर नौकरी में उतार चढ़ाव आते हैं। अगर इस नौकरी की वजह से आपको अपनी मनपसंद की चीज़ें मिलती हैं तो आपको अपने काम को खुशी से करना चाहिए। बाइबिल कहती है:
“इस से अधिक कुछ अच्छा नहीं कि मनुष्य अपने कामों में आनंदित रहे क्योंकि उसका भाग यही है।”
– साभोपदेशक 3: 22
2. ना बोलना सीखिए: अगर सीनियर या मैनेजर आपको क्षमता या समय से अधिक काम लगातार दे रहें हैं तो उनसे बात कीजिए। उनको अपने तनाव के बारे में स्पष्ट रूप से कह दीजिए। आप इंसान हैं भगवान नहीं। आपको ना कहने का हक है।
3. ग़लत आदतें छोड़िये: आपको अगर किसी तरह के नशे की आदत है जैसे धूम्रपान, शराब – तो जान लीजिए कि यह तनाव दूर नहीं करते सिर्फ़ उसको कुछ देर के लिए भुला देते हैं। आप तनाव की वजह से अपनी सेहत और शायद करियर को बर्बाद कर रहें हैं। साथ ही दिन में वो सारी चीज़ें जो व्यापारी की बुरी आदतों से बचें आपके समय की बर्बादी करती हैं – उनको निकाल बाहर करिए। बाइबिल कहती है:
“कामकाजी लोग प्रभुता करते हैं, परंतु आलसी बेगार में पकड़े जाते हैं।”
– नीतिवचन 12: 24
4. सीमायें और प्राथमिकतायें बनाइए: हर रोज़ अपने समय और काम की सीमा निर्धारित कीजिए। हर रोज़ के काम की सूची बनाने के साथ हर महीने के काम की गिनती कीजिए। जो ज़्यादा ज़रूरी काम हैं उनको पहले करने की योजना बनाइए।
5. काम और जीवन में संतुलन: कभी भी अपनी कंपनी या मैनेजर को यह मत लगने दीजिए कि आप घर पर या अवकाश के दिनों में भी काम हाथ में ले सकते हैं। कभी भी अपने काम को अवकाश या परिवार के समय के बीच ना आने दीजिए। अपने समय का इस्तेमाल कसरत करने में, घूमने में या परिवार के साथ समय बिताने में दीजिए। काम की ज़ादा टेंशन ना लीजिये।
6. ईमानदारी से काम कीजिए: जितना समय आप ऑफ़िस या काम में बिताते हैं उसे पूरे मन से कीजिए। उस में कभी भी बेईमानी करने से बचिए। मैं मानती हूँ की मैं अपना काम लोगों के लिए नहीं करती बल्कि अपने जीवित परमेश्वर के लिए करती हूँ और वो मुझे हर समय व्यापारी की बुरी आदतों से बचें देख रहा है। हमें ईमानदारी का फल ज़रूर मिलता है। बाइबिल में लिखा है:
“बेईमानी से कमाया माल नहीं टिकता; परंतु जो अपने परिश्रम से बटोरता है, उसकी बढ़ती होती है।”
– नीतिवचन 13: 11
7. खुद की खुशी के लिए काम कीजिए: आप जब ईमानदारी से काम करते हैं तो इस बात से फ़र्क नहीं पड़ना चाहिए की लोग क्या सोचते हैं। अगर आप अपने काम से खुश हैं तो लोगों की वजह से तनाव मत पालिए। बाइबिल में लिखा है:
“जो कुछ भी तुम करते हो, तन मन से करो, यह समझकर कि मनुष्यों के लिए नहीं परंतु प्रभु के लिए करते हो।”
– कुलूसियों 3:23
8. प्रार्थना कीजिए: अगर आप अपनी आदतों को बदल नहीं पा रहे हैं, या अपनी परिस्थिति या मैनेजर से परेशान हैं तो प्रार्थना कीजिए। इस से आपका ध्यान अपनी समस्या से उठकर परमेश्वर की ओर जाता है। ऐसे में आप अपनी कमज़ोरी को बारीकी से देख पाते हैं। परमेश्वर आपको समझ देता है और आपके तनाव को दूर करता है।
दोस्तों अगर आपको तनाव के बारे में अब भी कोई सवाल है तो हमें लिखिए।आओ एक नयी मंज़िल की ओर चले।
Cancer Risk Factor: ये बुरी आदतें बना सकती है कैंसर का मरीज, इनसे हो जाएं सावधान
Cancer Risk Factor: ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि कैंसर के सेल्स अपने आप ही शरीर में पनपने लगते हैं ऐसा नहीं है, हमारी कुछ ऐसी भी आदतें होती है जो कैंसर होने का कारण बनती है। कारणों की बात करें तो इसमें खानपान से लेकर लाइफस्टाइल तक शामिल है। भारत में बढ़ रही कैंसर के मरीजों का संख्या ने सरकार को हैरत में डाल दिया है। हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2025 तक कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ तक पहुंच सकती है। आइए जानते है, आखिर हमारी कौन सी है वो आदतें है जिसकी वजह से कैंसर होने का खतरा है।
कैंसर का रिस्क बढ़ाने वाली बुरी आदतें
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हेल्दी फूड न खाना या खान पान में कमी करने की वजह से यह बीमारी आपको अपनी चपेट में ले सकती है। तंबाकू,बीड़ी,सिगरेट,पान मसाला और शराब का अधिक सेवन हमें कैंसर के नजदीक ढकेल देता है। तंबाकू जानलेवा है या तंबाकू से कैंसर हो सकता है, इन सब चेतावनियों के बावजूद इन आदतों से हम दूर नहीं रहते और खुद को धीरे-धीरे कैंसर का मरीज बना देते है।
जंक और पॉकेट वाले फूड से बचें
आज के दौर में लोग नेचुरल और हेल्दी हरी सब्जियां खाने कम कर दिए है जबकि अच्छे स्वाद के चक्कर में बाहर का खाना जैसे पैकेज्ड फूड, प्रोसेस्ड, जंक फूड खाना ज्यादा पसंद करते है। इनमें काफी मात्रा में केमिकल होते हैं जो शरीर के लिए बेहद घातक होते हैं और कैंसर को बुलावा देते है। खास बात यह है कि डब्ल्यूएचओ ने भी यह माना है कि चिकन,सलामी, सॉसेज जैसे नॉनवेज फूड्स जिसका सेवन लोग लगभग रोज करते है, व्यापारी की बुरी आदतों से बचें इससे कैंसर होने का खतरा है। प्रदूषण,धुआं इन सबके संपर्क में ज्यादा आने वाले लोगों के लिए कैंसर का खतरा है।
जानिए कैसे बचें
हरी सब्जियों से भरपूर डाइट का सेवन करें।
केमिकल्स और पेस्टिसाइड्स के सम्पर्क में आने वाले फल और सब्जियों का सेवन ना करें।
फलों, हर्ब्स, सब्जियों आदि का सेवन करने से पहले उन्हें पानी से अच्छी तरह साफ करें।
हाई-फैटस, तले-भुने और पैकेटबंद फूड्स के सेवन से बचें।
तम्बाकू वाले उत्पाद जैसे सिगरेट, गुटका और बीड़ी आदि का सेवन बंद करें।
अल्कोहल या शराब का सेवन भी कैंसर का कारण बनता है।
योग और प्राणायम करें।
हेल्दी और नेचुरल चीजें, फल खाएं।
फिट और हैल्दी रहने के लिए बनें इमोशनली स्ट्रॉन्ग
यदि आप इमोशनली फिट नहीं हैं तो पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं माने जाएंगे। शोध बताते हैं कि इंसान को ज्यादातर बीमारियां शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक गड़बड़ी से होती हैं। अगर आप रोजमर्रा के जीवन में कुछ आदतों को अपना लेंगे तो इमोशनली काफी मजबूत बन सकते हैं।
आत्मसम्मान का महत्व -
आपको खुद का और दूसरों का सम्मान करना चाहिए। अगर आप खुद को कमजोर और सताया हुआ इंसान समझते हैं तो आप डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं। ऐसे दोस्त बनाएं जो आपकी तरक्की में मदद करें और आत्मसम्मान को बढ़ाने में मदद करें।
बहस से बचें -
बहस के दौरान व्यक्ति खुद को समझदार साबित करने की कोशिश करता है और भूल जाता है कि इससे पछतावे के सिवाय कुछ हासिल नहीं होता। जिस व्यक्ति में बहस करने की आदत होती है उसका दिमाग शांत नहीं रहता। बहस से बचने के लिए जरूरी है कि आप पूरी बात सुनें और शब्दों पर काबू रखें।
खूबियों पर करें गौर -
खुद को पॉजिटिव इंसान बनाएं। इसके लिए अपनी खूबियों पर गौर व्यापारी की बुरी आदतों से बचें करें। कमियों को लेकर अफसोस न करें। अतीत पर रोना खुद की सेहत बिगाड़ना ही है। अगर आप हार नहीं मानते और खुद को खुश रखते हैं तो आप इमोशनली हैल्दी रह सकते हैं। मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसा खजाना है जिसे लगातार अभ्यास के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए जीवन के प्रति सकारात्मक नजरिए के साथ आगे बढ़ें और स्वस्थ रहें क्योंकि सेहतमंद शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। इसके अलावा ईश्वर का धन्यवाद करना न भूलें।
तनाव को रखें काबू -
तनाव से घबराने वाला इंसान मानसिक रूप से परेशान हो जाता है। उसे लगता है कि दुनिया में सिर्फ दुख ही दुख हैं। आपको अपने गुस्से को प्रेम में परिवर्तित करना चाहिए। आपको हमेशा बदला लेने की भावना के बजाय क्षमा करना सीखना चाहिए।
बुरी आदतों से रहें दूर -
शराब, धूम्रपान और ड्रग्स का सेवन व्यापारी की बुरी आदतों से बचें करने से खुद पर नियंत्रण कम हो जाता है और ज्यादा गुस्सा करने लगते हैं। इससे सोचने-समझने की क्षमता भी प्रभावित होती है और सही फैसले नहीं ले पाते। भावनाओं पर नियंत्रण के लिए जरूरी जरूरी है कि जीवन में बुरी आदतों से दूर रहा जाए।
पोषक तत्वों का रखें खयाल -
मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि भोजन में हर तरह के पोषक तत्व सही मात्रा में हों। आपके भोजन में फैटी एसिड, विटामिन बी, कैल्शियम, मैगनीशियम जरूर होने चाहिए।
Cancer Risk Factor: ये बुरी आदतें बना सकती है कैंसर का मरीज, इनसे हो जाएं सावधान
Cancer Risk Factor: ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि कैंसर के सेल्स अपने आप ही शरीर में पनपने लगते हैं ऐसा नहीं है, हमारी कुछ ऐसी भी आदतें होती है जो कैंसर होने का कारण बनती है। कारणों की बात करें तो इसमें खानपान से लेकर लाइफस्टाइल तक शामिल है। भारत में बढ़ रही कैंसर के मरीजों का संख्या ने सरकार को हैरत में डाल दिया है। हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2025 तक कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ तक पहुंच सकती है। आइए जानते है, आखिर हमारी कौन सी है वो आदतें है जिसकी वजह से कैंसर होने का खतरा है।
कैंसर का रिस्क बढ़ाने वाली बुरी आदतें
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हेल्दी फूड न खाना या खान पान में कमी करने की वजह व्यापारी की बुरी आदतों से बचें से यह बीमारी आपको अपनी चपेट में ले सकती है। तंबाकू,बीड़ी,सिगरेट,पान मसाला और शराब का अधिक सेवन हमें कैंसर के नजदीक ढकेल देता है। तंबाकू जानलेवा है या तंबाकू से कैंसर हो सकता है, इन सब चेतावनियों के बावजूद इन आदतों से हम दूर नहीं रहते और खुद को धीरे-धीरे कैंसर का मरीज बना देते है।
जंक और पॉकेट वाले फूड से बचें
आज के दौर में लोग नेचुरल और हेल्दी हरी सब्जियां खाने कम कर दिए है जबकि अच्छे स्वाद के चक्कर में बाहर का खाना जैसे पैकेज्ड फूड, प्रोसेस्ड, जंक फूड खाना ज्यादा पसंद करते है। इनमें काफी मात्रा में केमिकल होते हैं जो शरीर के लिए बेहद घातक होते हैं और कैंसर को बुलावा देते है। खास बात यह है कि डब्ल्यूएचओ ने भी यह माना है कि चिकन,सलामी, सॉसेज जैसे नॉनवेज फूड्स जिसका सेवन लोग लगभग रोज करते है, इससे कैंसर होने का खतरा है। प्रदूषण,धुआं इन सबके संपर्क में ज्यादा आने वाले लोगों के लिए कैंसर का खतरा है।
जानिए कैसे बचें
हरी सब्जियों से भरपूर डाइट का सेवन करें।
केमिकल्स और पेस्टिसाइड्स के सम्पर्क में आने वाले फल और सब्जियों का सेवन ना करें।
फलों, हर्ब्स, सब्जियों आदि का सेवन करने से पहले उन्हें पानी से अच्छी तरह साफ करें।
हाई-फैटस, तले-भुने और पैकेटबंद फूड्स के सेवन से बचें।
तम्बाकू वाले उत्पाद जैसे सिगरेट, गुटका और बीड़ी आदि का सेवन बंद करें।
अल्कोहल या शराब का सेवन भी कैंसर का कारण बनता है।
योग और प्राणायम करें।
हेल्दी और नेचुरल चीजें, फल खाएं।
Numerology: आज आपको अपने रास्ते खुद चुनने होंगे, जानिए अपना आज का अंक राशिफल
अंक 1 उत्साह के बाद अभी यह समय अकेले रहने का है। अतिरिक्त आराम करके आप यारी-दोस्ती की व्यस्तताओं से खुद को तरोताजा करेंगे। उन बुजुर्गों के साथ समय बिताएं जो आपको आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि प्रदान करें और पाखंड से बचें। अंक 2 आज बुरी आदतें आपको अपनी ओर व्यापारी की बुरी आदतों से बचें आकर्षित कर सकती है किन्तु आपका समझदार […]
February 17, 2022
उत्साह के बाद अभी यह समय अकेले रहने का है। अतिरिक्त आराम करके आप यारी-दोस्ती की व्यस्तताओं से खुद को तरोताजा करेंगे। उन बुजुर्गों के साथ समय बिताएं जो आपको आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि प्रदान करें और पाखंड से बचें।
आज बुरी आदतें आपको अपनी ओर आकर्षित कर सकती है किन्तु आपका समझदार व्यवहार हर मुसीबत से बचाएगा। भीड़ हमेशा उस रास्ते पर चलती है जो आसान होता है, लेकिन यह जरुरी नहीं कि भीड़ हमेशा सही रास्ते पर चले, इसलिए आप अपने रास्ते को खुद चुनिए।
सांसारिक लक्ष्य आपको आकर्षित कर रहे हैं। जहां भी आप जाते हैं, पार्टी भरा जीवन जी रहे हैं। हाल के दिनों में मिली सफलता का मित्रों और परिवार के साथ आनंद लें लेकिन सावधानी ज़रूर बरतें। यदि आप अधिक पार्टी करते हैं तो दुर्घटनाएं या चोरी की संभावना है।
पारिवारिक रिश्तों से आर्थिक फायदा मिलेगा। अपने बदलते मनोभाव के कारण आप उदास महसूस कर सकते है। पुरानी अच्छी चीजों के बारे में विचार कर के आपको अच्छा लगेगा। सफलता इसमें नहीं है कि आप कभी कोई गलती ना करें, बल्कि इसमें है कि आप कभी कोई गलती दोबारा ना करें।
आपके पद में बदलाव आपके काम को भी बदल सकता हैं। अपने काम में आपको अधिक अधिकार प्राप्त होंगे। आपका नेतृत्व मूल्यवान और जरूरी है। उस सम्मान का आनंद लें जो दूसरे अभी आपको दे रहे हैं।
संचार के विभिन्न तरीके आपको व्यस्त रखेंगे, बस दूसरों से बात करते समय शब्दों का प्रयोग सोच समझ कर करें। अतिरिक्त जिम्मेदारियों को भी आप बखूभी निभाएंगे। आप असंभव को संभव करने में पूरी तरह से सक्षम है, किंतु इसके लिए उपयुक्त जोश और मनोभाव होना जरूरी है।
यह समय आपके लिए शानदार है। कानूनी मामले आपके पक्ष में हैं। आपको अपने सलाहकार या पिता के साथ विदेश यात्रा का मौका मिलेगा। आपकी आध्यात्मिक विश्वासों का परीक्षण किया जा सकता है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
जिस धन का आप इंतजार कर रहे हैं वह जल्दी ही मिलेगा। वित्तीय सुरक्षा आज आपकी सूची में पहले नंबर पर रहेगी। अगर आप व्यापार में कोई जोखिम लेने वाले है तो सोच समझ कर ही निर्णय लें। महत्वाकांक्षी होना अच्छा है, किन्तु लालची न बनें।
स्वास्थ्य चिंताओं के कारण आप परेशान हैं। अपनी चिंताओं को उनके साथ शेयर करें जो आपकी सहायता कर सकें। सोच समझ कर निवेश करें। अभी खुद की देखभाल का अभ्यास करें और अपने उत्तरों के लिए आध्यात्म का सहारा लें।