इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है

Investing vs. Trading
ट्रेडिंग क्या है इसके प्रकार और Trading से पैसे कैसे कमाए
ट्रेडिंग क्या है इन हिंदी: शेयर मार्केट में Trading करना और Trading से पैसे कमाना आज के समय में एक सामान्य बात हो गयी है. मोबाइल में अनेक प्रकार के Trading App हैं जिससे यूजर आसानी से Trading कर सकते हैं और पैसे कमा सकते है.
लेकिन क्या आप जानते हैं आखिर Trading se Paise Kaise Kamaye. बहुत सारे लोग Trading करते तो हैं लेकिन उन्हें वास्तव में पता नहीं होता है कि Trading क्या है.
Trading के विषय में आपके सारे Confusion को दूर करने के लिए हमने यह लेख आपके लिए लिखा है. इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि ट्रेडिंग किसे कहते हैं. ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है, ट्रेडिंग कैसे की जाती है और ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमायें जाते हैं. तथा कुछ Best Trading App के बारे में भी आपको इस लेख में जानने को मिलेगा.
अगर आप Trading के बारे में सही जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें, हमें पूरी उम्मीद हैं कि इस लेख को अंत तक पढने के बाद आपको Trading का ज्ञान हो जायेगा. तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं ट्रेडिंग क्या होता है.
difference between investing and trading : investing और trading क्या अंतर है
What’s the Difference between Investing and Trading in hindi ?
Investing vs. Trading- इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग के बारे में जानने से पहले ये जानना जरुरी है की हम शेयर मार्किट में इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग बात कर रहे है अपने अक्सर शेयर मार्किट में 2 टर्म बहुत सुनी होगी या पढ़ी होगी इन्वेस्टमेंट एंड ट्रेडिंग . इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग दोनों शेयर मार्किट में काम करने के अलग अलग तरीके है
शेयर मार्किट में काम करने का सभी का अपना तरीका होता है कोई लम्बे समय इंतज़ार करके कम जोखिम में ज्यादा पैसे कमाता है और कोई कम समय में जायदा जोखिम लेकर जायदा पैसे कमाने की कोशिश करता है
Investing vs. Trading
Investing
इंवेस्टिंग का मतलब ही लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट है जिसमे आप अपने पैसे किसी अच्छी फंडामेंटल वाली कंपनी के शेयर में इन्वेस्ट करते है और 5-10 या उससे अधिक साल तक अच्छे रिटर्न का इंतज़ार करते है|
investing (Investing vs. Trading)में बहुत धैर्य की जरुरत होती है इसमें लम्बे समय तक आपको अपने पैसे को मार्किट के हवाले करना पड़ता .बस आपको कंपनी की हर साल की परफॉर्मन्स पर नज़र रखना होगा |
अपने वारेन बुफेट के बारे सुना होगा वो 50 साल की उम्र में करोड़पति बने थे .एक बार इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है बारेन बफेट से पूछा गया कि आपकी इन्वेस्टमेंट स्ट्रॅटजी इतनी सिंपल है लेकिन लोग इसे कॉपी करके अमीर क्यों नहीं बनते तब उन्होंने जबाब दिया कोई भी आदमी धीरे धीरे अमीर नहीं बनना चाहता |
Investing vs. Trading :-IF YOUR INVESTMENT STRATEGY IS SO SIMPLE WHY DONOT PEOPLE COPY IT AND BECOME RICH ? ANS –NOBODY WANT TO GET RICH SLOWLY
Investing vs. Trading
आज इंडिया में 90 % ट्रेडर्स अपना पैसा गवां देते है वही 90% इन्वेस्टर अपना पैसा डबल करते है .लेकिन इन्वेस्टमेंट में इयरली आपको 12% के आसपास सालाना रिटर्न मिलता है और ट्रेडिंग में आप मंथली 12 % का रिटर्न निकल सकते हो जो इयरली 144% होता है लेकिन इसमें रिस्क ज्यादा होती है
इन्वेस्टिंग में आपको बहुत सारे रिवॉर्ड मिलते है जैसे की डिविडेंड कपौडिंग ग्रोथ कैपिटल गेन आदि इन्वेस्टिंग एक passive income अच्छा सोर्स होता है जिसमे आपके कुछ किये बिना आपका पैसा ग्रो होता रहता है और इनकम के लिए डिविडेंड देता रहता है
Trading
Investing vs. Trading
ट्रेडिंग एके शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट इवेंट है ट्रेडिंग में आप किसी कंपनी का शेयर आज खरीद कर आज ही बेच देते है इसमें ट्रेडर को 1 दिन में ज्यादा प्रॉफिट चाहिए .ट्रेडिंग में जोखिम ज्यादा होता है इसमें आप रुझान के अनुसार काम करते है जैसे ही स्टॉक ऊपर की ओर जाता हे आप स्टॉक खरीद लेते है जिसके लिए आपको चार्ट और कुछ रिसर्च करना होता हे और उसके उपर नज़र रखना होता है .
Trading बहुत टाइप की होती है जैसे की
1.इंट्राडे ट्रेडिंग जिसमे स्टॉक को जिस दिन ख़रीदा उसी दिन बेचना होता है
2. स्विंग ट्रेडिंग जिसमे एक दिन से एक वीक तक होल्ड करते है .
3. पोजीशन ट्रेडिंग जिसमे स्टॉक को 1दिन से लेकर 1 साल तक होल्ड किया जाता है जो एक तरह का शार्ट टर्म इन्वेस्टमेंट होता है
difference between investing and trading : investing और trading क्या अंतर है
What’s the Difference between Investing and Trading in hindi ?
Investing vs. Trading- इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग के बारे में जानने से पहले ये जानना जरुरी है की हम शेयर मार्किट में इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग बात कर रहे है अपने अक्सर शेयर मार्किट में 2 टर्म बहुत सुनी होगी या पढ़ी होगी इन्वेस्टमेंट एंड ट्रेडिंग . इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग दोनों शेयर मार्किट में काम करने के अलग अलग तरीके है
शेयर मार्किट में काम करने का सभी का अपना तरीका होता है कोई लम्बे समय इंतज़ार करके कम जोखिम में ज्यादा पैसे कमाता है और कोई कम समय में जायदा जोखिम लेकर जायदा पैसे कमाने की कोशिश करता है
Investing vs. Trading
Investing
इंवेस्टिंग का मतलब ही लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट है जिसमे आप अपने पैसे किसी अच्छी इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है फंडामेंटल वाली कंपनी के शेयर में इन्वेस्ट करते है और 5-10 या उससे अधिक साल तक अच्छे रिटर्न का इंतज़ार करते है|
investing (Investing vs. Trading)में बहुत धैर्य की जरुरत होती है इसमें लम्बे समय तक आपको अपने पैसे को मार्किट के हवाले करना पड़ता .बस आपको कंपनी की हर साल की परफॉर्मन्स पर नज़र रखना होगा |
अपने वारेन बुफेट के बारे सुना होगा वो 50 साल की उम्र में करोड़पति बने थे .एक बार बारेन बफेट से पूछा गया कि आपकी इन्वेस्टमेंट स्ट्रॅटजी इतनी सिंपल है लेकिन लोग इसे कॉपी करके अमीर क्यों नहीं बनते तब उन्होंने जबाब दिया कोई भी आदमी धीरे धीरे अमीर नहीं बनना चाहता |
Investing vs. Trading :-IF YOUR INVESTMENT STRATEGY IS SO SIMPLE WHY DONOT PEOPLE COPY IT AND BECOME RICH ? ANS –NOBODY WANT TO GET RICH SLOWLY
Investing vs. Trading
आज इंडिया में 90 % ट्रेडर्स अपना पैसा गवां देते है वही 90% इन्वेस्टर अपना पैसा डबल करते है .लेकिन इन्वेस्टमेंट में इयरली आपको 12% के आसपास इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है सालाना रिटर्न मिलता है और ट्रेडिंग में आप मंथली 12 % का रिटर्न निकल सकते हो जो इयरली 144% होता है लेकिन इसमें रिस्क ज्यादा होती है
इन्वेस्टिंग में आपको बहुत सारे रिवॉर्ड मिलते है जैसे की डिविडेंड कपौडिंग ग्रोथ कैपिटल गेन आदि इन्वेस्टिंग एक passive income अच्छा सोर्स होता है जिसमे आपके कुछ किये बिना आपका पैसा ग्रो होता रहता है और इनकम के लिए डिविडेंड देता रहता है
Trading
Investing vs. Trading
ट्रेडिंग एके शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट इवेंट है ट्रेडिंग में आप किसी कंपनी का शेयर आज खरीद कर आज ही बेच देते है इसमें ट्रेडर को 1 दिन में ज्यादा प्रॉफिट चाहिए .ट्रेडिंग में जोखिम ज्यादा होता है इसमें आप रुझान के अनुसार काम करते है जैसे ही स्टॉक ऊपर की ओर जाता हे आप स्टॉक खरीद लेते है जिसके लिए आपको चार्ट और कुछ रिसर्च करना होता हे और उसके उपर नज़र रखना होता है .
Trading बहुत टाइप की होती है जैसे की
1.इंट्राडे ट्रेडिंग जिसमे स्टॉक को जिस दिन ख़रीदा उसी दिन बेचना होता है
2. स्विंग ट्रेडिंग जिसमे एक दिन से एक वीक तक होल्ड करते है .
3. पोजीशन ट्रेडिंग जिसमे स्टॉक को 1दिन से लेकर 1 साल तक होल्ड किया जाता है जो एक तरह का शार्ट टर्म इन्वेस्टमेंट होता है
15% स्विंग ट्रेडिंग से हर महीने कमाए।
स्विंग ट्रेडिंग के लिए शेयर चुनते समय हमेशा ध्यान में रहे की उस शेयर में ये ३ चीजे हो.
याने के शेयर में एक अच्छी चाल हो ऊपर की तरफ या फिर निचे, जिसकी मदत से हम उस शेयर में ट्रेड कर सके।
याने के शेयर में buyers और sellers की संख्या ज्यादा हो, ताकि शेयर खरीदने में और बेचने में आसानी हो।
याने के जिस शेयर में आप स्विंग ट्रेडिंग करना चाहते हो उस कंपनी के fundamentals अच्छे हो।
आप हमेशा प्रयास कीजिये की आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए Nifty 50 के शेयर ही चुने।
Nifty 50 में अच्छी volatility, Liquidity और अच्छे fundamental वाले शेयर्स होते हैं। जिससे आप के प्रॉफिट कमाने की संभावना बढ़ जाएगी।
तो इस प्रकार आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए शेयर कैसे चुने ? यह आप जान पाए होंगे।
3 Swing Trading Strategy In Hindi
यहाँ पर ३ स्ट्रेटेजी हैं जो की आप स्विंग ट्रडिंग करते समय इनका उपयोग कर सकते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी मूविंग एवरेज से।
- इस strategy में आप छाए तो Exponential Moving Average – EMA का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर Simple Moving Average – SMA का।
- Moving Average प्राइस जो मूव करता हैं उसका एवरेज होता हैं जैसे की ९,२१,५०,१००,२०० दिनों का।
- Moving Average एक ट्रेंड फॉलोविंग इंडिकेटर हैं। जिससे हमें पता चलता हैं की मार्किट या शेयर की चाल क्या हैं।
- अगर शेयर बाजार Uptrend या Downtrend में हो तो ही आप इस Moving Average स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटर्जी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- मूविंग एवरेज इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है से स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आप एक बार ऊपर दिए गए चित्र को ध्यान से देखे।
- ऊपर दिए गए चित्र में आप देख सकते हैं की जो लाल रेखा हैं वो 50 Day moving average हैं और जो नीली रेखा हैं 21 day Moving Average हैं।
- जब 21 day Moving Average लाल रेखा के ऊपर जाती हैं तब हम शेयर को buy करते हैं और नीली रेखा 50 Day moving average के निचे जाती हैं तो हम शेयर Sell करते हैं।
- आप जो चाहे उस दिन की मूविंग एवरेज का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस प्रकार से इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है हम मूविंग एवरेज (EMA और SMA) का इस्तेमाल कर के आप शेयर मार्किट में स्विंग ट्रेडिंग कर सकते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी सपोर्ट और रेसिस्टेंस।
- Support का मतलब होता हैं की निचे की तरफ सहारा मिलना और resistance का मतलम होता हैं की ऊपर की तरफ बाधा या रुकावट।
- Support से हमें पता चलता हैं की कोई शेयर कहा तक निचे आ सकता हैं और resistance से हमें पता चलता हैं की कोई शेयर कहा तक ऊपर जा सकता हैं।
- जब कोई शेयर एक ही दायरे में हो तब इस strategy का इस्तेमाल आप कर सकते हैं।
- इस image में आप देख सकते हैं की जो लाल रेखा हैं वो हैं सपोर्ट और जो हरी रेखा हैं वो हैं रेजिस्टेंस।
- इस image में शेयर सपोर्ट और रेजिस्टेंस के दायरे में हैं। जब शेयर सपोर्ट को छूता हैं तब वह ऊपर जाता हैं। और जब कोई शेयर ऊपर रेजिस्टेंस को छूता हैं तब निचे आता हैं।
- जब शेयर सपोर्ट को छूता हैं तब आपको buy करना हैं और जब शेयर resistance को छूता हैं तब आपको sell करना हैं।
इस प्रकार से हम Support & Resistance Strategy का इस्तेमाल कर के आप शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है कर सकते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी Rising channel।
- Rising channel का मतलम होता हैं की कोई शेयर एक channel में ऊपर की तरफ जा रहा है।
- Rising channel से ट्रेडिंग करने के लिए आप ऐसा शेयर चुनिए जो की Uptrend में हो।
- इस image में आप देख सकते हैं की जो लाल रेखा हैं वो हैं सपोर्ट और जो हरी रेखा हैं वो हैं रेजिस्टेंस और जो शेयर हैं वो एक चैनल में ऊपर की तरफ जा रहा हैं।
- हमें इस strategy का इस्तेमाल करने के लिए २ trendline खिंचनी होगी ऊपर की तरफ और एक चैनल बनाना हैं।
- जब शेयर हरी रेखा को छूता हैं तब आप Buy करे और जब शेयर लाल रेखा को छूता हैं तब आप Sell करे।
- इस प्रकार से हम Moving Average, Support & Resistance, Rising Channel इन ३ strategy का इस्तेमाल कर के आप शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग कर सकते हैं।
इस प्रकार ऊपर दी गई ३ स्विंग ट्रेडिंग strategy इया स्विंग ट्रेडिंग टिप्स से आप ट्रेड कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आशा हैं की आप को स्विंग ट्रेडिंग क्या हैं ? उसके फायदे, स्विंग ट्रेडिंग के कुछ स्ट्रेटेजी इत्यादि जान पाए होंगे।
Swing Trading की practice करने के लिए आप Tradingview.इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है com पर जा सकते हैं।
अगर आप को यह जानकारी पसंद आयी हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजिए और कमेंट करके हमें अपना Feedback दे।
Swing Trading Strategies PDF
आप ऊपर दिए गए Swing Trading Strategies का PDF हिंदी में download कर सकते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग क्या हैं ?
अगर किसी शेयर को खरीद के उसे १ दिन से १ महीने तक हम ट्रेड करते हैं तो उसे हम swing trading कहते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग के लिए कोनसा time frame चुने ?
स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आप ३० मिनट से लेके ४ घंटे time frame देख सकते हैं।
Swing trading में कितने return की अपेक्षा करे ?
५ % से १५ % आने के बाद आप अपना प्रॉफिट बुक कर ले।
स्विंग ट्रेडिंग शेयर कैसे चुने ?
स्विंग ट्रेडिंग के लिए शेयर के Volatility, Liquidity, Fundamental अच्छे होने चाहिए।
Trading क्या है – Trading कितने प्रकार की होती है, ट्रेडिंग किसे कहते है
बाज़ार में कम समय के अन्दर मुनाफा कमाने के लिए लोग ट्रेडिंग करते है और यह Trading कई प्रकार कि चीजों पर कि जाती है. मुख्य रूप से ट्रेडिंग में लोग सबसे ज्यादा शेयर पर ट्रेडिंग करते है और स्टॉक पर ट्रेडिंग करके एक ही दिन में लाखों और हजारों रूपये कमा लेते है.
अगर आप भी ट्रेडिंग कि मदद से हजारों और लाखों रूपये कमाना चाहते है तो उसके लिए आपको ट्रेडिंग को समझना होगा तो चलिए जानते है Trading Kya Hai और Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai है.
Trading Kya Hai और Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai
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Trading Kya Hai
ट्रेडिंग क्या है: Trading में हम शेयर मार्केट से शेयर को खरीदने और बेचने का काम करते है. जहाँ हम शेयर को stock exchange से कम price पर buy कर लेते है और उस शेयर की price high होने पर उसे sell कर देते है. इस प्रक्रिया को हम ट्रेडिंग कहते है.
ट्रेडिंग का मुख्य मकसद किसी भी वास्तु या सेवा को खरीद व बैच कर कम समय में लाभ कमाना होता है. यही कारण है कि Trading Share Market में सबसे ज्यादा कि जाती है और लोग हर रोज शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमा लेते है.
Trading Kya Hoti Hai
What Is Trading in Hindi: Trading का मतलब Buy और Sell करना होता है जहाँ हम किसी भी चीज को कम भाव में खरीद लेते है और उसके बाद जब उसका भाव बढ़ जाता है तो उसे बैच देते है.
इस प्रकार कम पैसे में खरीदी गई चीज़ को जब ज्यादा दम में बेचा जाता है तो हमे उस पर कुछ पैसों का मुनाफा होता है जिसे हम ट्रेडिंग कहते है.
तो अगर आप Share पर ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते है तो सबसे पहले आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग को समझना होगा चलिए जानते है शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है ?.
Share Market Trading Kya Hai
शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है: शेयर मार्केट ट्रेडिंग, शेयर पर होने वाली ट्रेडिंग को कहते है. जब सुबह 9:15 AM पर शेयर मार्केट खुलती है तब ट्रेडर कम दाम में शेयर को खरीद लेते है.
और दोपहर के 3:30 PM के पहले शेयर को बेच देते है . क्योंकि शेयर मार्केट सुबह 9:15 AM पर खुलती है और 3:30 PM पर बंद हो जाती है. इस बीच ट्रेडर अपने ख़रीदे हुए शेयर पर अनुमानित मुनाफे को देख कर शेयर को बेच के मुनाफा कमा लेते है.
लेकिन शेयर मार्केट में ट्रेडिंग अलग-अलग प्रकार कि होती है और ट्रेडर अपनी सुविधा और जोखिम के अनुसार ट्रेडिंग करते है.
Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं: Trading तीन प्रकार की होती है जिसे हम Intraday Trading, Scalping Trading, Swing Trading कहते है. शेयर मार्केट में लोग इन्ही तीनो ट्रेडिंग की मदद से शेयर बाज़ार में पैसा लगाते है और रोज हजारों रूपए कमाते है.
Types of Trading
- Intraday Trading
- Scalping Trading
- Swing Trading
Intraday Trading Kya Hai
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है: शेयर मार्केट के खुलने से लेकर उसके बंद होने के पहले शेयर को खरीद कर बेचने को Intraday Trading कहते है.
इसमें ट्रेडर 9:15 AM से 3:30 PM के बीच शेयर को खरीदता और बेचता है. जिससे उसे एक ही दिन में शेयर पर ट्रेडिंग करने पर मुनाफा मिलता है और इसी तरह इंट्राडे ट्रेडिंग की जाती है.
Intraday Trading के बारे में और भी अधिक जानने के लिए आप हमारी पोस्ट पड़ सकते है जिसमे इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है.
Scalping Trading Kya Hai
स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या है: सकैलपिंग ट्रेडिंग भी शेयर मार्केट के खुलने से उसके बंद होने के बीच में कि जाती है. लेकिन Scalping Trading में पुरे दिन ट्रेडिंग नहीं कि जाती.
यह ट्रेडिंग ज्यादा से ज्यादा पैसों के साथ कुछ ही मिनट या घंटे के लिए कि जाती है. जैसे 9:15 AM पर शेयर को खरीद कर 10:05 AM पर ही शेयर बेच कर मुनाफा कमा लेना.
Scalping Trading के बारे में और भी अच्छे से जानने के लिए आप हमारी टॉप क्लास स्काल्पिंग ट्रेडिंग की पोस्ट पढ़े उसमे आपको विस्तार से जानकरी मिलेगी.
Swing Trading Kya Hai
स्विंग ट्रेडिंग क्या है: Swing Trading बाकि दोनों सकैलपिंग, ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है और इंट्राडे ट्रेडिंग से अलग है यह कुछ दिन और हफ़्तों के लिए की जाती है. लेकिन इसमें भी शेयर को खरीदना और बेचना का काम शेयर मार्केट के खुलने और बंद होने के बीच ही किया जाता है .
स्विंग ट्रेडर पहले शेयर मार्केट में कम दाम पर शेयर खरीद लेते है और फिर उन्हें hold करके रख लेते है. उसके बाद जब कुछ दिन या हफ्ते में उनके शेयर कि price ज्यादा हो जाती है. तो उन्हें बेच कर मुनाफा कमा लेते है.
Swing Trading के बारे में और भी विस्तार से जानने के लिए आप हमारी स्विंग ट्रेडिंग पर लिखी पोस्ट को पड़े इसमें आपको विस्तार से जानकारी मिलेगी स्विंग ट्रेडिंग के बारे में.
Trading Kise Kahate Hain
Trading को समझना बहुत ही आसान है हम नीचे एक उदहारण की मदद से ट्रेडिंग को समझेंगे.
उदहारण: मान लेते है आप शेयर बाज़ार में शेयर मार्केट में से SBI का 1 share खरीदना चाहते है. मार्केट के 9:15 AM पर खुलते इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में क्या अंतर है ही शेयर की कीमत 99 रूपए रहती है और दिन में 1 PM तक शेयर की price 100 रूपए हो जाती है.
अब ऐसे में अगर आप शेयर को सुबह खरीद लेते तो 99 रूपए का आपको 1 शेयर मिलता जिसे आप 100 रूपए में बैच सकते थे. अगर आप ऐसा करते तो आपको 1 रूपए का मुनाफा होता जिसे हम profit कहते है और इस पूरी प्रोसेस को हम ट्रेडिंग कहते है.
Trading Account Kya Hai
Trading account वह account होता है जिसकी मदद से आप शेयर मार्केट में शेयर की ट्रेडिंग करते है और शेयर को ख़रीदे और बेचने का काम करते है.
बिना ट्रेडिंग account के आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग नहीं कर सकते न ही आप किसी शेयर पर buy का order लगा सकते और न ही sell का.
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए सबको अपना एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ता है जो की वह अपने demat account broker से भी खुलवा सकते है.
ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में और आधिक जानने के लिए आप हमारी ट्रेडिंग अकाउंट की पोस्ट पढ़े जिसमे हम ने ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले इसके बारे में पूरी जानकारी दी है.
Trading Ke – FAQs
Trading का मतलब हिंदी में “व्यापार” होता है. आसान भाषा में कहे तो Trading Meaning in Hindi = खरीदने और बेचने का व्यापार .
Trading का मतलब (Buy & Sell) होता है जिसे हम खरीदना और बेचना भी कहते है.
अब आप जान गए है Trading Kya Hai और Trading Kitne Prakar Ki Hoti Hai . इस जानकारी को अपने दोस्तों और परिवार के लोगों के साथ शेयर करे.
अगर आपके मन में कोई सवाल है ट्रेडिंग क्या होती है से लेकर तो आप नीचे अपना सवाल पोस्ट करे हम आपके सभी सवालों के जबाब देंगे.