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पुट ऑप्शन की खरीद

पुट ऑप्शन की खरीद
पुट ऑप्शन कॉल ऑप्शन के ठीक विपरीत होता है इसमें किसी भी स्टॉक को खरीदने का अधिकार होने की बजाय एक पुट ऑप्शन आपको एक उचित मूल्य पुट ऑप्शन की खरीद पर स्टॉक बेचने का अधिकार देता है

option trading kya hai

LearnMarketsOnline के Manish Sharma से जानिए Options Trading पुट ऑप्शन की खरीद क्या होती है? Options में कैसे trade करते है?

Option Trading एक ऐसा कॉन्ट्रेक्ट है जो आपको किसी खास तारीक को एक खास कीमत पर सिक्योरिटी को खरीदने या बेचने का अधिकार देती हैं लेकिन इसके दायित्व नहीं देता। सरल भाषा में समझे तो ऑप्शन एक कॉन्ट्रेक्ट है जो एक Underlying Asset से जुड़ा होता है, उदाहरण के लिए, एक स्टॉक या इंडेक्स। जब आप कोई ऑप्शन खरीदते हैं, तो आपके पास Underlying Asset को ट्रेड करने का अधिकार होता है, लेकिन आप इसके लिए बाध्य नहीं होते हैं।

ऑप्शन को ट्रेंड के आधार पर ट्रेड कर रहे है उसके अनुसार दो तरह के ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट होते है, Call option और Put option। Call option आपको एक निश्चित समय अवधि के भीतर Specified Value पर एक किसी भी स्टॉक या इंडेक्स को खरीदने का अधिकार देता है लेकिन दायित्व नहीं देता। यहाँ पर ऑप्शन खरीदने के लिए आपको एक राशि का भुगतान करना होता है जिसे आप प्रीमियम कहते है। Call option का प्रयोग करने की आखिरी तिथि को समाप्ति तिथि कहा जाता है। Put option एक पुट ऑप्शन कॉल ऑप्शन के विपरीत है। एक किसी भी स्टॉक या इंडेक्स खरीदने का अधिकार होने के बजाय, एक पुट ऑप्शन आपको इसे एक निर्धारित स्ट्राइक मूल्य पर बेचने का अधिकार देता है।

फ्यूचर्स और ऑप्शन ट्रेडिंग में क्या अंतर है?

फ्यूचर्स :- यह अनिवार्य कॉन्ट्रैक्ट हैं जो इन्वेस्टर को पूर्व निर्धारित मूल्य पर भविष्य की तारीख में एक अंतर्निहित स्टॉक या फिर इंडेक्स खरीदने या बेचने के लिए‌ फोर्स करता है यानी बाध्य करते हैं।

ऑप्शन :- यह कॉन्ट्रैक्ट पूर्व निर्धारित तिथि पर सहमत मूल्य पर अंतर्निहित इक्विटी या इंडेक्स को खरीदने और बेचने के लिए कोई बाध्यता नहीं होती है।

ऑपशन्स और फ्यूचर्स में ट्रेड कैसे किया जाए?

डियर पाठक फ्यूचर और ऑप्शन में ट्रेड 1 महीने 2 महीने और 3 महीनों के लिए कॉन्ट्रैक्ट के माध्यम से किया जाता है। सभी F&O कॉन्ट्रैक्ट का टाइम पीरियड महीने के अंतिम गुरुवार को खत्म हो जाता है। फ्यूचर भविष्य की कीमत पर ट्रेड किए जाएंगे जो कि आमतौर पर टाइम वैल्यू के कारण स्पोर्ट कीमत से अधिक कीमती होता है। और एक कॉन्ट्रैक्ट के लिए स्टॉप कि केवल फ्यूचर कीमत होगी।

फ्यूचर ऑप्शन में ट्रेडिंग कैसे करें

  1. पंजीकृत ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग का अकाउंट खोलें
  2. अपनी एनालिसिस के अनुसार ट्रेड्स या स्टॉक्स चुने (कमोडिटी, सोने और इंडेक्स में भी कारोबार किया जा सकता है)
  3. ट्रेडिंग अकाउंट में लॉगिन करके इन विकल्पों को जानिए।
  4. आवश्यक मार्जिन के अनुसार खरीदी/ बिक्री कॉन्ट्रैक्ट या कॉल और पुट ऑप्शन खरीदें।
  5. एक्सपायरी डेट तक कॉन्ट्रैक्ट पर बारीकी से नजर बनाए रखें।
  6. मार्केट में प्राइस के अनुसार अपने ऑर्डर को होल्ड करें।
  7. कीमतों में बदलाव के हिसाब से प्रॉफिट कमाने या लोस से बचने के हिसाब से एक्शन ले।

मुख्य बिंदु

  1. स्ट्राइक प्राइस :- स्ट्राइक प्राइस उसे कहते हैं जिस कीमत पर खरीददार और विक्रेता एक निश्चित टाइम पीरियड के बाद अंतर्निहित, ऐसेट को खरीदने या बेचने का डिसीजन लेते हैं।
  2. स्पॉट प्राइस :- स्पोर्ट प्राइस शेयर मार्केट में अंडरलाइनिंग ऐसेट की मौजूदा प्राइस हैं।
  3. एक्सपायरी या ऑप्शन समाप्ति :- ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट महीने के लास्ट गुरुवार को समाप्त होते हैं, उसे एक्सपायरी कहते हैं
  4. ऑप्शन प्रीमियम :- डियर पाठक ऑप्शन प्रीमियम ऑप्शन खरीदार द्वारा ऑप्शन सेलर को एडवांस भुगतान की गई राशि non-refundable राशि होती हैं।
  5. सेटलमेंट :- यह कॉन्ट्रैक्ट एक्सचेंजों पर कैश में तय किए जाते हैं।

डियर पाठक जैसे कि हम हर बार बताते हैं कि आप स्टॉक मार्केट में अगर पैसा कमाना चाहते हैं तो मार्केट को गहनता से समझना बहुत जरूरी है इसलिए अगर आप फ्यूचर्स और ऑप्शंस में ट्रेड करना चाहते हैं तो, तो आपको सिक्योरिटीज मार्केट और उससे जुड़ी अस्थिरता की पूरी समझ होनी चाहिए। फ्यूचर ऑप्शन में ट्रेडिंग करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण रिस्क हैं जिन्हें जान ले।

फ्यूचर और ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को ध्यान में रखने के लिए प्रमुख कारक क्या हैं?

डियर पाठक फ्यूचर्स या ऑप्शंस कांटेक्ट में आपको इन तीन मापदंडों की सावधानी पूर्वक निगरानी करनी चाहिए।

  1. अंडरलाइनिंग ऐसेट जिनका ट्रेड किया जाना है।
  2. ऐसेट की ट्रेडिंग वॉल्यूम और उसकी कीमत
  3. कांटेक्ट कार्यान्वयन की तिथि

17000 जाएगा Nifty! सस्ता कॉल ऑप्शन ट्रेड खरीदें, मार्जिन, रिस्क और ब्रोकरेज कम. कमाई ज्यादा

Stock Market: निफ्टी ने एक बार फिर रिकॉर्ड ऊंचाई को छू लिया है. 16800 के लेवल को पार करने के बाद अब दिग्गज एक्सपर्ट 17000 का लेवल करीब देख रहे हैं. इसके लिए सेंटीमेंट्स पॉजिटिव हैं.

Stock Market: बाजार में दमदार तेजी देखने को मिल रही है. निफ्टी (Nifty 50) ने बाजार खुलते ही नया रिकॉर्ड (Nifty new record) बनाया है. पहली बार निफ्टी 16800 के स्तर को छू गया. ग्लोबल बाजारों से आई तेजी के दम पर घरेलू मार्केट (Stock Market) भी अच्छी पोजिशन में हैं. ऐसे में आपके के लिए कहां कमाई का मौका बन रहा है इसके लिए ज़ी बिज़नेस के पैनल एक्सपर्ट्स कुछ चुनिंदा शेयरों में निवेश की सलाह देते हैं. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (#KrishnaJanmashtami) के मौके पर मार्केट एक्सपर्ट जय ठक्कर ने निफ्टी पर सस्ता कॉल ऑप्शन ट्रेड दिया है. इसमें मार्जिन, रिस्क और ब्रोकरेज काफी कम है. लेकिन, आपकी कमाई बंपर हो सकती है.

कैश का ऑप्शन

जय ठक्कर के मुताबिक, आज भी कॉल ऑप्शन (Call Option) खरीदने की सलाह है. 16750 का कॉल ऑप्शन खरीदना है. 114 रुपए के भाव पर मिल रहा है. इसमें 62 रुपए का एक स्टॉप लॉस लगाना है. पहला टारगेट 168 रुपए का रखना है. दूसरा टारगेट 184 रुपए का रखना है. 2 सितंबर की एक्सपायरी (Weekly Expiry) के लिए इसमें दांव लगा सकते हैं. जय ठक्कर का मानना है कि निफ्टी के लिए 17000 के लेवल को छूने में कोई दिक्कत नहीं है.

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17000 जाएगा निफ्टी

जय ठक्कर के मुताबिक, निफ्टी के लिए 17000 एक साइकोलॉजिकल लेवल है. लेकिन, अभी सीधे मूव बनता दिख रहा है. इस लेवल पर हो सकता है थोड़ा कंसोलिडेशन या फिर प्रॉफिट बुकिंग (Profit Booking) देखने को मिले. लेकिन, 16700 के ऊपर लास्ट सीरीज में भी एक रजिस्टेंस देखने को मिला था. लास्ट ट्रेडिंग सेशन में 16700 के ऊपर बंद हुआ और आज सुबह से अच्छा मूव दिख रहा है. इसलिए अब 16700-16750 की रेंज सपोर्ट लेवल होगा. ऊपर में 17000 निफ्टी का अगला लेवल हो सकता है, जो जल्दी देखने को मिल सकता है.

निफ्टी पर जय ठक्कर का सस्ता कॉल ऑप्शन ट्रेड.

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिससे आप ऑनलाइन ब्रोकरेज खातों के द्वारा कर सकते हैं और ये आपको स्वतः निर्देशित ट्रेडिंग की अनुमति भी देता है ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है ट्रेडिंग पुट ऑप्शन की खरीद अकाउंट ओपन करने के बाद आप स्टॉक ब्रोकर द्वारा दिए गए ट्रेंडिंग ऐप का यूज़ करके ऑप्शन में ट्रीट कर सकते हैं.

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें जानना जरूरी होता है-

स्टॉक सिंबल क्या होता है

लगता है कि एक स्टॉक कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ी किसी भी स्टॉक की पहचान करने के लिए क्या यूज़ किया जाता है जैसे Nifty 16,000 CE.

समाप्ति तिथि क्या होती है

समाप्ति तिथि वह डेट होती है जिसपर ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हो जाता है

स्ट्राइक मूल्य क्या होता है

जिसपर पुट ऑप्शन की खरीद कस्टमर ऑप्शन का यूज़ करने में सक्षम होता है.

प्रीमियम क्या होता है

जब आप ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को खरीदते हैं तो उसमें लगने वाली लागत को प्रीमियम कहा जाता है.

ऑप्शन ट्रेडिंग के लाभ क्या है?

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के कुछ प्रमुख लाभ है-

  • अन्य ट्रेडिंग ऑप्शन्स की कंपेयर मे, आप कम इन्वेस्टमेंट के साथ भी ट्रेड करने में सफल हो सकते हैं.
  • ऑप्शन का यूज़ आप मार्केट की किसी भी कंडीशन में कर सकते हैं और ये किसी भी अन्य ट्रेडिंग में पुट ऑप्शन की खरीद नहीं किया जा सकता है.
  • ऑप्शन ट्रेडिंग करने वाले कस्टमर्स को ये फ्लेक्सिबिलिटी के साथ ही लिक्विडिटी भी प्रोवाइड कर सकता है.
  • ऑप्शन्स का इस्तेमाल हेजिंग के लिए भी किया जाता है जिसके द्वारा आप अपने पोर्टफोलियों को मार्केट में होने पुट ऑप्शन की खरीद वाले उतार-चढ़ाव में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं.

options trading for beginners! ऑप्शन ट्रेडिंग नये लोगों के लिए

नमस्कार दोस्तों आज मैं आप लोगों को बताने वाला हूं ऑप्शन ट्रेडिंग है और इसके कितने प्रकार हैं और इसमें आप कमाई कैसे कर सकते हो ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देंगे आप यह पोस्ट पढ़ने के बाद दूसरी पोस्ट पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी

जितना अच्छा ऑप्शन ट्रेडिंग लगता है लेकिन आपको नहीं पता आप क्या कर रहे हो तो यहां रिस्की हो सकता है पर आपको पता है आप क्या कर रहे हो तो आप इसमें बहुत पैसा बनाने वाले हो ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत सारे लोगों को बहुत पसंद है तो आइए शुरू करते हैं

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