बाजार का राज्य और विकास

बाजार का राज्य और विकास
एक्सपर्ट व्यू: उच्च ब्याज दरों के बावजूद आर्थिक विकास ड्राइविंग बुल मार्केट चला रहा
नई दिल्ली, 3 दिसम्बर (आईएएनएस)। चूंकि भारत में मुद्रास्फीति लगातार बढ़ रही है और लगातार 10 महीनों तक आरबीआई के 6 फीसदी के कंफर्ट जोन से बाहर रही है, केंद्रीय बैंक सिस्टम में लिक्विडिटी को रोकने के लिए मई से रेपो दरों में वृद्धि कर रहा है।
नई दिल्ली, 3 दिसम्बर (आईएएनएस)। चूंकि भारत में मुद्रास्फीति लगातार बढ़ रही है और लगातार 10 महीनों तक आरबीआई के 6 फीसदी के कंफर्ट जोन से बाहर रही है, केंद्रीय बैंक सिस्टम में लिक्विडिटी को रोकने के लिए मई से बाजार का राज्य और विकास रेपो दरों में वृद्धि कर रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मई के बाद से चार बार रेपो दरों में वृद्धि की है और 7 दिसंबर को फिर से प्रमुख उधार दरों में वृद्धि की उम्मीद है।
हालांकि उच्च ब्याज दरें मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए लिक्विडिटी को रोकने में मदद करती हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि यह एक्सचेंजों के लिए अच्छा स्वाद छोड़ दे। उच्च ब्याज दरें शेयर बाजार के मूल्य में गिरावट में तब्दील हो जाती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो कंपनियां कम उधार लेती हैं। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि नतीजतन, उनकी कमाई धीमी वृद्धि से प्रभावित होती है, जिससे निवेशकों को नुकसान होता है।
यह बदले में शेयर बाजार पर एक तरह का तरंग प्रभाव पैदा करता है, क्योंकि जिन शेयरों में निवेशक पैसा लगाते हैं, वे अच्छी वार्षिक वृद्धि की उम्मीद करते हैं, वांछित रिटर्न नहीं देते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि उच्च ब्याज दर शासन के कारण कंपनी की वृद्धि (जिसके शेयर निवेशक ने खरीदे हैं) बाधित हुई है। डॉ बी. आर. अंबेडकर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु के वाइस चांसलर एन.आर. भानुमूर्ति, स्टॉक मार्केट परि²श्य बनाम पूरे बाजार का राज्य और विकास उच्च ब्याज दर में थोड़ा अलग लेकिन दिलचस्प अंतर्²ष्टि प्रदान करते हैं।
उन्होंने कहा- ब्याज दरों को बढ़ाने के संबंध में, यह ध्यान रखना होगा कि यद्यपि ब्याज दरें ऊपर की ओर बढ़ रही हैं, लेकिन यह वास्तविक ब्याज दरों पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं दिखाती है, जो कि परिवर्तनशील है जिसे निवेशक देखते हैं। शेयर बाजारों पर इसका प्रभाव, हालांकि, मिश्रित प्रतीत होता है, विशेष रूप से जब हम भारतीय शेयर बाजार में हाल के रुझानों को देखते हैं, जो ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद तेजी से बढ़ा है। यह उन्नत अर्थव्यवस्थाओं का अनुभव भी रहा है।
उनका कहना है कि यह तेजी की प्रवृत्ति मुख्य रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक भावनाओं के कारण है, जो दुनिया की तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आगे चलकर आरबीआई की भूमिका पर, भानुमूर्ति कहते हैं: आरबीआई मुद्रास्फीति के साथ-साथ मुद्रास्फीति की उम्मीदों को भी काफी अच्छी तरह से प्रबंधित कर रहा है। हालांकि, बाजार का राज्य और विकास यह समझना भी महत्वपूर्ण है कि हाल की घरेलू ब्याज दरों में बढ़ोतरी खुली अर्थव्यवस्था मैक्रो मुद्दों के कारण अधिक है और घरेलू मुद्रास्फीति के दबावों के कारण कम है। वृद्धि मुख्य रूप से पूंजी के बहिर्वाह के मुद्दे को संबोधित करने और विनिमय दर की अस्थिरता को दूर करने के लिए भी है।
उन्होंने कहा- अब जब यूएस फेड ने पहले ही सौम्य ब्याज दर में बढ़ोतरी का सुझाव दिया है, तो यह निकट भविष्य में आरबीआई को ब्याज दरों में बढ़ोतरी को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने भविष्यवाणी की, हम बढ़ोतरी का एक और दौर देख सकते हैं और इसके साथ ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
राज्य गठन के बाद जनप्रतिनिधियों ने राजधर्म को नहीं निभाया : कंडारी
विकासनगर। पूर्व कैबिनेट मंत्री मातबर सिंह कंडारी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य बनने पर जनता ने सोचा था कि अब राज्य का विकास होगा और भ्रष्टाचार समाप्त होगा। लेकिन राज्य गठन के बाद जनप्रतिनिधियों ने राजधर्म को नहीं निभाया। इससे न तो राज्य का विकास अपेक्षाओं के अनुरूप हो पाया और न ही भ्रष्टाचार में कोई कमी आयी है। कालसी क्षेत्र में पहुंचे पूर्व मंत्री कंडारी ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अलग उत्तराखंड राज्य बनने के बाद यहां जनप्रतिनिधियों की संख्या बढ़ी है। जनप्रतिनिधियों से लोगों की आकांक्षाएं भी जागी। लेकिन फायदा होने के बजाय राज्य की जनता को घाटा ही हुआ है। कहा कि छोटे राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों को न समझकर अपना फायदा बटोरने में लगे हैं। कहा कि अफसरशाही लगातार बेलगाम होती जा रही है। अधिकारी मनमाने फैसले कर रहे हैं। जनता की सुनने वाला उसका जनप्रतिनिधि ही सुनने को बाजार का राज्य और विकास तैयार नहीं हैं तो अधिकारी कैसे जनता की बात को सुनेगा। कहा कि जनप्रतिनिधियों को अपना राजधर्म निभाना चाहिए। निजी लाभ कमाने के बजाया जनसेवा करनी चाहिए। जिस जनता ने उन्हें विजयी बनाकर क्षेत्र के विकास का जिम्मा सौंपा है उसे ईमानदारी से निभाग कर जनता के हितों की रक्षा करनी चाहिए। कहा कि प्रदेश में अराजकता का माहौल बढ़ता जा रहा है। कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है। लगातार प्रदेश में अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। आये दिन बड़ी-बड़ी वारदातें हो रही हैं। लेकिन जनप्रतिनिधि और अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन करने को तैयार नहीं हैं। कहा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को राज्य के हित में काम करना चाहिए। जनता की पीड़ा को समझना चाहिए। तभी राज्य का भला होगा और अलग उत्तराखंड राज्य गठन का लोगों को लाभ मिल सकेगा।
Asansol : Kumarpur ROB मार्च 2023 तक होगा तैयार, कोर्ट बाजार के पास ब्रिज फिलहाल नहीं : अग्निमित्रा
बंगाल मिरर, आसनसोल : आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल ने आज अपने विधायक कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन किया उन्होंने आसनसोल शहर बाजार का राज्य और विकास वासियों के लिए एक खुशखबरी देते हुए बताया कि मार्च 2023 तक कुमारपुर इलाके में बनने वाला ओवरब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा उन्होंने बताया कि इससे पहले जो यहां से सांसद थे बाबुल सुप्रीयो उन्होंने इस ब्रिज के निर्माण कार्य की शुरुआत करवाई थी लेकिन इसके बाद जब वो टीएमसी में शामिल हो गए तो किन्ही कारणों से ब्रिज के निर्माण का कार्य रुक गया था जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही थी
उन्होंने बताया कि इसके उपरांत उन्होंने रेलवे के उच्च पदस्थ अधिकारियों से बात की और मार्च 2023 तक इस ब्रिज के निर्माण कार्य को समाप्त कर लिया जाएगा इसके उपरांत उन्होंने कल आसनसोल के वर्तमान टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा आसनसोल अदालत के निकट बाजार का राज्य और विकास रेलवे ओवरब्रिज बनाने के मुद्दे पर कुछ सवाल खड़े किए उन्होंने कहा कि कल सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि आसनसोल अदालत के निकट रेलवे फाटक है वहां पर बहुत जल्द रेलवे ओवरब्रिज बनने का कार्य पूरा हो जाएगा विधायक ने कहा कि इस घोषणा को सुनने के उपरांत उनको भारी खुशी हुई भले ही वह क्षेत्र उनके विधानसभा इलाके में नहीं आता हो लेकिन वहां पर ओवरब्रिज बनने से लोगों को सुविधा होगी यह जानकर उन्होंने रेलवे के उच्च पदस्थ अधिकारियों से बात की तो उनको पता चला रेलवे के पास इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है
उन्होंने बताया कि 2017 में वहां पर रेलवे ओवरब्रिज बनाने के लिए प्रस्ताव दिया गया था लेकिन रेलवे बाजार का राज्य और विकास द्वारा यह कहकर उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया कि वहां इतना ज्यादा अतिक्रमण हो रखा है कि वहां पर रेलवे ओवरब्रिज बनाने की कोई गुंजाइश नहीं है विधायक ने कहा कि इसके उपरांत वहां पर रेलवे ओवरब्रिज बनाने को लेकर कोई नया प्रस्ताव नहीं दिया गया है उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि आसनसोल के वर्तमान सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने ऐसा क्यों कहा लेकिन सच्चाई यही है कि वहां पर रेलवे ओवरब्रिज बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं है उन्होंने कहा कि फिलहाल उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है दामोदर ब्रिज बनाने की है जिससे पश्चिम बर्धमान बाजार का राज्य और विकास बाजार का राज्य और विकास जिले को बांकुड़ा से जोड़ा जाए।
विधायक ने बताया कि उन्होंने इस बारे में रेलवे के अधिकारियों से और केंद्र सरकार से बात की है और वह वहां पर एक ब्रिज का निर्माण करवा कर रहेंगी आसनसोल उत्तर के विधायक और राज्य के कानून और श्रम मंत्री मलय घटक पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने कहा था कि दामोदर पर ब्रिज निर्माण के लिए सर्वे का काम हो चुका है लेकिन कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उस ब्रिज का निर्माण संभव नहीं है विधायक ने प्रश्न किया कि क्या मलय घटक ने 2021 के चुनाव से पहले लोगों का वोट लेने के लिए लोगों को झूठा आश्वासन दिया था जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद कह रही हैं कि दामोदर पर ब्रिज निर्माण की कोई परियोजना नहीं है वही हाल ही में जयदेव खां के साथ उनकी तस्वीर प्रकाशित होने पर अग्निमित्रा पाल ने कहा कि वह एक विधायक हैं उनके पास कोई भी आ सकता है वह किसी से यह नहीं पूछ सकती कि बाजार का राज्य और विकास कौन क्या करता है कोई माफिया है या कोई सज्जन इसके उपरांत उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसा कह रहे हैं उनके दल के नेताओं और मंत्रियों पर शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं उनको इस तरह से उंगली उठाना शोभा नहीं देता।
विधायक ने कहा कि जब तक जयदेव खां टीएमसी में थे तब तक उन पर कोई इल्जाम नहीं था लेकिन जैसे ही उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया वह माफिया हो गए यह तो अब एक परंपरा सी बन गई है कि जब भी कोई भाजपा में शामिल होता है तो उस पर मामले दर्ज कर दिए जाते हैं उन्हें चुनौती भरे लहजे में कहा कि राज्य सरकार के पास तो सीआईडी है अगर वह सही में माफिया हैं या उन्होंने कोई गलत काम किया है तो सीआईडी के जरिए इसकी जांच करवाई जाए और अगर वह दोषी हैं तो उनको सजा मिले उन्होंने यहां तक कहा कि वह अपने ऊपर भी जांच करवाने के लिए तैयार है उन्होंने सवाल किया कि आज टीएमसी के जो नेता इस तरह के सवाल कर रहे हैं क्या उनमे यह हिम्मत है कि वह यह कह सकें कि उन पर भी जांच हो
वही कल संवाददाता सम्मेलन के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ किए जाने के मुद्दे पर अग्निमित्रा पाल ने कहा यही भाजपा का असली चेहरा है भाजपा विकास के नाम पर जनहित के नाम पर कोई भेदभाव नहीं करती इसका सबसे बड़ा उदाहरण कल शत्रुघ्न सिन्हा का वह बयान है जिसमें उन्होंने कहा कि कैंसर पीड़ितों को पीएम केयर्स फंड से राहत दिलवाने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी थी उस पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संज्ञान लेते हुए आर्थिक मदद पहुंचाई थी विधायक ने कहा कि भाजपा कभी भी विकास के नाम पर भेदभाव नहीं करती और उनके लिए सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास सिर्फ एक जुमला नहीं उनका एक ऐसा आदर्श है जिस पर वह विश्वास करते हैं और उसी के तहत अपने सारे कार्य बाजार का राज्य और विकास करते हैं
आज मेरठ में स्थिर हैं सोना—चांदी के भाव,जानिए सराफा बाजार का हाल
मेरठ। सराफा बाजार में आज सोना—चांदी के दाम में किसी प्रकार की कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। यानी आज सोना—चांदी का दाम स्थिर है।
मेरठ में आज रविवार को कारोबारी सत्र की शुरूआत में सराफा बाजार में सोने—चांदी की कीमत स्थिर हैं। 2 दिसंबर को सोने के दाम में 110 रुपये प्रति दस ग्राम की कमी आई थी। उसके बाद आज सोने की कीमत 53,720 रुपए पर स्थिर है। जबकि मेरठ में आज रविवार को चांदी की कीमत 65,140 रुपए प्रति किलोग्राम है। इससे पहले गुरुवार को सोना—चांदी के दामों में काफी तेजी आई थी।
नवंबर में भी सोने के दामों में काफी तेजी आई थी। नवंबर माह में तो सोना एक बार 54 हजार के पार पहुंच गया था। सराफा बाजार का राज्य और विकास बाजार के व्यापारियों की माने तो आने वाले दिनों में अभी सोना चांदी की कीमत में और बढ़ोत्तरी दर्ज की जाएगी।