सोने में निवेश कैसे करें

सिर्फ एक रुपये में खरीदें 24K शुद्ध सोना और कमाएं बंपर मुनाफा, जानिए क्या है इसका तरीका
Digital Gold में न चोरी होने का डर रहता है और सोने में निवेश कैसे करें न ही लाखों खर्च होने की चिंता। छोटी से छोटी रकम से भी डिजिटल सोना खरीदा जा सकता है। इसके लिए आपको किसी ब्रोकर के साथ डीमैट और ट्रेडिंग खाता मेंटेन करने की आवश्यकता नहीं है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Digital Gold: जैसे-जैसे धनतेरस और दिवाली नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सोना खरीदने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। लेकिन त्योहारों की भीड़-भाड़ में कई बार ठगे जाने का डर होता है। इसके अलावा दुकानों पर भीड़ इतनी होती है कि शॉपिंग करना किसी सजा से कम नहीं होता। ऐसे में ऑनलाइन सोना खरीदने वालों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। ऑनलाइन सोना. यानी डिजिटल गोल्ड।
क्या आप डिजिटल गोल्ड से परिचित हैं? क्या आपको पता है कि यह क्या होता है और आज के समय में इसकी क्या उपयोगिता है। जैसे-जैसे निवेश के तौर-तरीके एडवांस हो रहे हैं, डिजिटल गोल्ड में निवेश करने वालों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। डिजिटल सोना आजकल 24 कैरेट सोने में निवेश करने का एक आभासी तरीका है, जिसके लिए वास्तविक फिजिकल गोल्ड की आवश्यकता नहीं होती है।
कैसे करते हैं डिजिटल सोने में निवेश
भारत और दुनिया के अधिकांश हिस्सों में सोने को आमतौर पर निवेश के मामले में एक सुरक्षित दांव माना जाता है, खासकर एक अस्थिर बाजार के दौरान। जब सोने की कीमत बढ़ती है, तो अन्य प्रतिभूतियों की कीमत में कमी आने लगती है।आप ऑनलाइन भुगतान या यूपीआई के माध्यम से डिजिटल सोना खरीद सकते हैं। विक्रेता लेनदेन के लिए एक डिजिटल चालान जारी करता है। जिस कंपनी से आप डिजिटल सोना खरीदते हैं, वह सोने को उसकी तिजोरी में रखता है।
कैसे बढ़ा सोने में निवेश का ऑनलाइन चलन
डॉलर और ऊंची मुद्रास्फीति के कारण शेयर बाजारों और रुपये पर बढ़ते दबाव के कारण निवेशकों ने अपना पैसा सोने में लगाना शुरू कर दिया है। आजकल ऐसे कई तरीके हैं जिनके माध्यम से कोई भी सोने में निवेश कर सकता है। फिजिकल गोल्ड के अलावा निवेश का लोकप्रिय तरीका डिजिटल गोल्ड में पैसा जमा करना है। मोटे तौर पर डिजिटल गोल्ड में निवेश करने के तीन तरीके हैं- गोल्ड ईटीएफ, गोल्ड बॉन्ड और गोल्ड फंड (Gold ETFs, Gold Bonds, Gold Funds)।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bonds) सरकार समर्थित प्रतिभूतियां हैं, जिनकी कीमत सोने के वजन के हिसाब से रखी जाती है। 1 ग्राम सोना बांड की एक इकाई के बराबर होता है। इन बांडों में निवेश सोने की कीमतों के आधार पर होता है। खरीदने के दौरान इन बांड के लिए निर्गम मूल्य का भुगतान करना होता है। परिपक्वता पर इनका भुगतान नकद में किया जाता है।
गोल्ड ईटीएफ
गोल्ड ईटीएफ को भौतिक सोने के जरिये मापा जाता है। इसे कस्टोडियन बैंकों की तिजोरी में रखा जाता है। ईटीएफ की प्रत्येक इकाई का मूल्य इस बात पर निर्भर करता है कि असेट का प्रबंधन करने वाली कंपनी प्रत्येक इकाई के लिए 1 ग्राम सोने का मूल्य कैसे आवंटित करने का निर्णय लेती है।
गोल्ड फंड
गोल्ड फंड, गोल्ड ईटीएफ में निवेश करते हैं। इन्हें आप एक तरह से म्यूचुअल फंड कह सकते हैं। ट्रेडिंग के अंत में रोजाना शुद्ध संपत्ति का मूल्य घोषित किया जाता है।
सिर्फ एक रुपये से कर सकते हैं निवेश
डिजिटल सोने का निवेश 1 रुपये से शुरू किया जा सकता है। आप घर बैठे आराम से डिजिटल सोना बेच या खरीद सकते हैं। बिना किसी परेशानी के आपको तत्काल पैसा मिल जाता है। अधिकांश प्लेटफार्म्स पर डिजिटल गोल्ड में निवेश के लिए 2 लाख रुपये की सीमा है। आप कुछ ही क्लिक में डिजिटल सोना खरीद सकते हैं।
Investment in Gold: वर्तमान में सोने में निवेश करना चाहिए, क्या होनी चाहिए आपकी स्ट्रेटजी?
सोने में निवेश एक सुरक्षित विकल्प है, जिससे आपके निवेश पोर्टफोलियो को स्थिरता मिल सकती है। लेकिन, इसे केवल निवेश के नजरिए से इस्तेमाल करने की बजाए, एक हैजिंग विकल्प माना जाना चाहिए। यहां पर कुछ निवेश स्ट्रेटजी बताई गई है जिन पर सोने में निवेश करते समय विचार किया जाना चाहिए।
वर्ष 2020 में अपनी सर्वाधिक उच्च कीमतों को छूने के बाद सोने की कीमतों में करीब 20% की गिरावट हुई है और यह मार्च 2021 में प्रति 10 ग्राम 46,000/- हो गई थीं। जब भारत में महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप था, तो सोने की कीमतों में फिर से तेजी आई थी और पूरी दुनिया में जब भू-राजनैतिक तनाव व्याप्त था, उस समय इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला था। वर्तमान समय में 57,000/- रुपये प्रति 10 ग्राम की ऐतिहासिक रूप से उच्च कीमत की तुलना में सोने की कीमत उससे करीब 10% कम है।
पिछले दो वर्षों के दौरान सोने की कीमतों में होने वाली मूवमेंट इस बात की ओर मजबूती से इशारा कर रही है कि अनिश्चितता के समय सोना एक पसंदीदा निवेश बन जाता है, और इसी पैटर्न की वजह से इसकी कीमत में तेजी आती है। हाल के महीनों में, ईक्विटी मार्केट में तेजी और केन्द्रीय बैंक द्वारा मुद्रा-स्फीति को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों की वजह से सोने की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। लेकिन ये कीमतें उच्चतम स्तर से दूर नहीं हैं।
इसलिए, वर्तमान स्थिति में, जब सोने की कीमतें ऐतिहासिक रूप से उच्चतम सीमा से कम हैं, तो क्या आपको निवेश करना चाहिए? यदि हां, तो आपकी स्ट्रेटजी क्या होनी चाहिए? जब बात पैसे को सुरक्षित रखने और उसे बढ़ाने की बात की जाती है, तो सोना सदियों से एक विश्वसनीय सम्पत्ति रहा है। जब रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न की बात की जाती है, आपके पोर्टफोलियो में सोने की मौजूदगी मुश्किल समय में आपके रिटर्न को संतुलित कर सकती है।
क्या वर्तमान में आपको सोने में निवेश करना चाहिए?
जब कीमतें ऐतिहासिक रूप से उच्च कीमतों में तुलना में कम हों, तो सोने में निवेश पर विचार किया जा सकता है। वर्तमान में, पूरे विश्व में स्टैगफ्लेशन (मुद्रा-स्फीति के कारण होने वाली मंदी) के प्रति चिंता बढ़ती जा रही है क्योंकि कई देशों की अर्थव्यवस्थाओं को पूर्व-महामारी के स्तर के समकक्ष आर्थिक गतिविधियों को शुरु करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सोने में निवेश कैसे करें रहा है। इस बात पर विचार करते हुए, सोने की निवेश सम्पत्ति के तौर पर मांग बनी रहने की संभावना नज़र आती है।
इस प्रकार, सोने में अल्प से मध्यम निवेश सकारात्मक नज़र आता है। लेकिन, ऐसा कहने के बाद, ऐसा नहीं है कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव या करेक्शन नहीं होते हैं। इसलिए, सोने में अपने निवेश की टाईमिंग करने की बजाए, इस बात की सलाह दी जाती है कि आप दीर्घकालिक विचार के साथ सोने में छोटी-छोटी राशि का निवेश करते रहें। ऐसे चरणों में जब सोने की कीमतों में 5-10% या अधिक की करेक्शन आती है, तो ऐसी करेक्शन के समय अधिक निवेश किया जा सकता है।
सोने में निवेश करने की आपकी स्ट्रेटजी क्या होनी चाहिए?
सोने में निवेश एक सुरक्षित विकल्प है, जिससे आपके समग्र निवेश पोर्टफोलियो को स्थिरता मिल सकती है। लेकिन, इसे केवल निवेश के नज़रिए से इस्तेमाल करने की बजाए, एक हैजिंग विकल्प माना जाना चाहिए। यहां पर कुछ निवेश स्ट्रेटजी की चर्चा की गई जिन पर सोने में निवेश करते समय विचार किया जाना चाहिए:
1. सम्पत्ति आंवटन सोने में सोने में निवेश कैसे करें सोने में निवेश कैसे करें निवेश की बात करते समय, सम्पत्ति का आवंटन महत्वपूर्ण होता है। आदर्श रूप से, सोने में निवेश आपके पूरे पोर्टफोलियो का 10% निवेश के बराबर होना चाहिए, जिसमें आप 5% आवंटन के साथ शुरूआत कर सकते हैं तथा धीरे धीरे इसे 10% तक बढ़ा सकते हैं। यदि आप बिलकुल ही जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं और रूढ़िवादी निवेशक हैं, तो सोने में अपने निवेश को अधिकतम 15% तक बनाए रखने का लक्ष्य तय करें। एग्रेसिव निवेशकों को केवल सोने की कीमतों में करेक्शन ही समय 15% आवंटन पर विचार करना चाहिए। इससे अधिक निवेश करने की कभी भी सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि इससे सम्पदा सृजन की यात्रा में रूकावट पैदा हो सकती है और अन्य सम्पदा-सृजन करने वाले इस्ट्रुमेंट्स में निवेश न करने से अन्यथा मिलने वाले बेहतर अवसरों से आप वंचित रह सकते हैं।
2. फिजिकल गोल्ड खरीदने से बचें
जब तक ज्वैलरी या गहनों की आवश्यकता न हो, निवेश के लिए फिजिकल गोल्ड- सिक्के या बार आदि खरीदने से बचें। न केवल फिजिकल गोल्ड के साथ चोरी होने का जोखिम जुड़ा रहता है बल्कि इसे सोने में निवेश कैसे करें स्टोर करना भी जटिल काम है। इसके साथ लिक्विडिटी की भी समस्या हो सकती है। उदाहरण के लिए, मैं कभी भी निवेश के लिए नहीं बल्कि उपहार देने के लिए फिजिकल गोल्ड खरीदता हूं। यदि आपको फिजिकल गोल्ड में निवेश करना ही है, तो सुनिश्चित करें कि आप ओरिजनल बिल्स और खरीद की रसीदें अपने पास स्वामित्व के साक्ष्य के तौर पर रखते हैं।
3. डिजिटल गोल्ड इंस्ट्रुमेंट का विकल्प चुनें
वर्तमान में गोल्ड से संबंधित अनेक इनोवेटिव निवेश तरीके ऑनलाइन उपलब्ध हैं, इसलिए निवेशक सोने में डिजिटल रूप से निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ, गोल्ड फंड्स, तथा साव्रिन गोल्ड बॉंड्स (एसजीबी) ऐसे तीन निवेश हैं जिनको डाक्यूमेंट किया जाता है, और गोल्ड की वैल्यू के अनुसार ही इनकी वैल्यू तय की जाती है। इस तरह से निवेश से आपको फिजिकल गोल्ड में निवेश करने की सुविधा मिलती है, लेकिन उससे जुड़े जोखिमों से आपको राहत मिल जाती है।
सफल वित्तीय पोर्टफोलियो के लिए डायवर्सिफिकेशन का बहुत महत्व होता है। यदि आप अपने पोर्टफोलियो में सोने को शामिल करना चाहते हैं, तो ऐसा डिजिटल गोल्ड निवेश के जरिए करें और अपने निवेश के स्तर को 5-10% तक सीमित रखें।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)
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Akshaya Tritiya पर सोने के गहने के अलावा डिजिटल गोल्ड में करें निवेश, मिलेगा शानदार रिटर्न
गोल्ड म्यूचुअल फंड हमारे देश में सोने में निवेश के लिए एक पसंदीदा माध्यम बनता जा रहा है। पिछले एक साल में गोल्ड म्यूचुअल फंड कैटेगरी का रिटर्न करीब 30% रहा है।
Edited by: Alok Kumar @alocksone
Published on: May 03, 2022 12:46 IST
Photo:FILE
Highlights
- देश की कई म्यूचुअल फंड कंपनियां गोल्ड ईटीएफ में निवेश की सुविधा देती है
- आज के वक्त में डिजिटल गोल्ड एक अच्छा विकल्प बनकर सामने आया है
- डिजिटल फॉर्म में 1 रुपये में भी सोना खरीदा जा सकता है
Akshaya Tritiya पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। इसलिए आज के दिन सोने की खूब खरीदारी होती है। अगर आप भी घर का काम निपटाने के बाद सोने की खरीदारी करने जा रहें है तो आपको बता दें कि बदलते दौर में अब सिर्फ सोने के गहने खरीदने का ही विकल्प नहीं है। आप कहीं गए बिना यानी घर से ही सोने में निवेश कर सकते हैं। वह भी आप अपनी बजट के अनुसार। अक्षय तृतिया के अवसर पर आज हम आपको सोना खरीदने के कुछ बेहतरीन विकल्प बता रहे हैं। इनको फॉलो कर आप बिना किसी परेशानी के सोना खरीद कर शानदार रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
गोल्ड ETF
गोल्ड ईटीएफ म्यूचुअल फंड की एक स्कीम है। इसमें निवेशक सोने की खरीद यूनिट के अनुसार कर सकते हैं। जब निवेशक सोना बेचते हैं तो उन्हें उस समय के बाजार मूल्य पर पैसा का भुगतान किया जाता है। देश की कई म्यूचुअल फंड कंपनियां गोल्ड ईटीएफ में निवेश की सुविधा देती है। वित्तीय योजनाकारों का कहना है कि छोटे निवेशकों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है। निवेशक लंबी अवधि के लिए गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर शानदार रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
गोल्ड फंड्स
गोल्ड म्यूचुअल फंड हमारे देश में सोने में निवेश के लिए एक पसंदीदा माध्यम बनता जा रहा है। पिछले एक साल में गोल्ड म्यूचुअल फंड कैटेगरी का रिटर्न करीब 30% रहा है। गोल्ड म्यूचुअल फंड सीधे भौतिक सोने में निवेश नहीं करते हैं, लेकिन उसी स्थिति को अप्रत्यक्ष रूप से लेते हैं। इसमें निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल रहा है।
डिजिटल गोल्ड
आज के वक्त में फिजिकल गोल्ड के साथ-साथ डिजिटल गोल्ड भी पॉपुलर हो चुका है। जो लोग फिजिकल गोल्ड जैसे सोने के बिस्किट, ज्वैलरी या कॉइन में निवेश नहीं करना चाहते हैं या फिर इसके लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च नहीं कर सकते हैं, उनके लिए डिजिटल गोल्ड एक अच्छा विकल्प बनकर सामने आया है। डिजिटल गोल्ड के रूप में छोटे-छोटे अमाउंट में सोने में निवेश किया जा सकता है। डिजिटल फॉर्म में 1 रुपये में भी सोना खरीदा जा सकता है। इसके लिए आपको कहीं जाने की भी जरूरत नहीं है, आप घर बैठे-बैठे गोल्ड की खरीद-बिक्री कर सकते हैं। यह सुविधा आपको पेटीएम (Paytm), गूगल पे (Google) और फोनपे (PhonePe) दे रहे हैं।
गोल्ड बॉन्ड
अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं तो गोल्ड बॉन्ड का विकल्प चुन सकते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड लाता है। इसमें सोने की कीमत अधिकांश समय बाजार कीमत से थोड़ी कम होती है। साथ ही इसमें निवेश पर 2.5 फीसदी ब्याज मिलता है। इसकी परिपक्वता अवधि आठ साल की है लेकिन जरूरत पर इसे पांच साल बाद भी बेच सकते हैं। निवेशक इसमें एक ग्राम सोने के मूल्य के बराबर राशि निवेश कर सकते हैं। बॉन्ड में निवेश के लिए डिजिटल रूप में भुगतान करने पर प्रति 10 ग्राम 50 रुपये की छूट भी मिलती है।
डिजिटल गोल्ड में निवेश क्यों करें?
सोना सदियों से निवेश का पारम्परिक विकल्प रहा है और इसकी मांग हमेशा आपूर्ति से अधिक रही है। कीमतें चाहे कुछ भी हैं, मुद्रास्फीती के बावजूद इस पीले धातु में निवेश के रूझान हमेशा स्थायी बने रहे हैं। डिजिटल गोल्ड खरीदने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि निवेशक को अपने 24 कैरट 999.9 शुद्ध सर्टिफाईड गोल्ड पर सर्वश्रेष्ठ मूल्य मिलता है, इसकी खरीद के समय मेकिंग चार्ज भी नहीं चुकाना पड़ता। डिजिटल गोल्ड पूरी तरह लिक्विड असेट है, इसे खरीदना और बेचना बहुत आसान है, निवेशक जब चाहे डिजिटल गोल्ड को बेच सकते हैं।
Investment Tips: अगर आप भी बनना चाहते हैं मालामाल, तो जरूर करें यहां निवेश, जानें क्या हैं फायदे
कोरोना की वजह से भारत ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों की अर्थव्यवस्था ठप हुई, जिसकी वजह से मार्केट में मंदी का आलम है। मगर ऐसे में एक चीज काफी ज्यादा गौर करने वाली बात है कि मार्केट में सोने या इससे बनी चीजों की कीमतें हर रोज आसमान छू रही हैं, जिस कारण पिछले कई महीनों में सोने के दामों में काफी तेजी आई है। हर कोई अपनी जरूरत के हिसाब से सोना खरीदता है। कोई अपने लिए सोने की ज्वेलरी खरीदता है, तो कोई अन्य चीजों के लिए सोने की खरीदारी करता है। ऐसे में अगर आप एक बेहतर निवेश के बारे में सोच रहे हैं, तो सोने में निवेश करना आपके लिए काफी अच्छा विकल्प हो सकता है। ऐसे में उन चार आसान चरणों को जानना जरूरी है जिनसे सोने में कैसे निवेश करके आप भी मालामाल हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में.
सोना से मालामाल बनने का शानदौर मौका, इन तरीकों से करें निवेश
नई दिल्ली। बीते कुछ समय में इक्विटी बाजार में भारी बिकवाली का दौर देखने को मिला है, लेकिन दूसरी तरफ सोने के भाव में जबरदस्त उछाल रहा। कई शहरों के सर्राफा बाजार में तो सोने का भाव ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया है। विश्लेषकों का मानना है कि आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए कहा जा सकता है कि सोने की कीमतों में तेजी तो होगी, लेकिन कितनी तेजी होगी यह कहना मुश्किल है।
ऐसे में यदि आप भी सोने से भरपूर कमाई करना चाहते हैं, लेकिन समझ नहीं आ रहा कि आखिर कैसे सोने में निवेश करना है तो चिंता न करें। आज हम आपको उन चार तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप आसानी से सोना में निवेश करते हैं।
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1. आपके नजदीकी ज्वेलर्स कई तरह के गोल्ड सेविंग्स स्कीम का ऑफर देते हैं। अलग-अलग ज्वेलर्स का अपना-अपना सेविंग्स स्कीम होता है जो कि 10 महीनों से लेकर 13 महीनों तक का होता है। इसके तहत आपको हर माह एक छोटी रकम जमा करनी होती है। बेहत कम समय के लिए सोने में निवेश करने के लिए यह एक अच्छा विकल्प होता है।
2. फिजिकल गोल्ड
फिजिकल गोल्ड भी निवेश का एक अन्य विकल्प है। अगर आप इसमें निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो इसमें आप किसी ज्वेलरी के रूप में न करें। फिजिकल गोल्ड में निवेश का सबसे अच्छा विकल्प कॉइन है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ज्वेलरी में निवेश करने से आपको मेकिंग खर्च उठाना पड़ता है। हालांकि, यह विकल्प आपके लिए तभी बेहतर है, जब आप छोटी मात्रा में निवेश करना चाहते हैं। नियमों के मुताबिक, आप एक तय सीमा से अधिक सोना अपने घर में नहीं रख सकते हैं। साथ ही इनके चोरी होने का भी डर बना रहता है।
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3. गोल्ड फ्यूचर
गोल्ड फ्यूचर की ट्रेडिंग मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ( MCX ) पर होती है जोकि फिजिकल गोल्ड खरीदने के मुकाबले बिल्कुल अलग होती है। इसके लिए आपको ब्रोकर के जरिये एक अकाउंट खुलवाना होता है, जो एमसीएक्स का सदस्य हो। गोल्ड फ्यूचर भी उसी तरीके से काम करता है, जैसे कि स्टॉक्स और करंसी मार्केट में ट्रेडिंग होती है। लेकिन, गोल्ड फ्यूचर अलग-अलग भाव और अलग-अलग फार्म में ट्रेड होता है। इसमें भी ब्रोकरेज चार्ज उतना ही लगता है, जैसे स्टॉक्स और करंसी के लिए लगता है। अगर आप भी इसमें निवेश करना चाहते हैं तो इससे से जुड़ी सभी जानकारी आप अपने ब्रोकर के जरिये ले सकते हैं।
4. गोल्ड ईटीएफ
गोल्ड ईटीएफ का मतलब है कि इलेक्ट्रॅानिक फॉर्म में सोने में निवेश कर रहे हैं। इसमें आपको न ही स्टोरेज का डर है और न ही चोरी का । गोल्ड ईटीएफ के लिए आपको केवाईसी की जरूरत होगी। इसके साथ आपका पता और पहचान पत्र की भी जरूरत होगी। गोल्ड ईटीएफ में भी आपको उसी तरह निवेश करना होता है, जिस तरह किसी स्टॉक्स में निवेश किया जाता है। इसके लिए ब्रोकरेज चार्ज काफी कम होता है।