वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है

कल भाव गिरने के बाद आज महंगा हुआ सोना, जानिए क्या वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है हो गई नई कीमत
'सराफा एक्सचेंज में प्रवेश करेगा एनएसई'
नियामक की वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है मंजूरी मिलने के बाद जिंस वायदा शुरू किया गया है। हमने सोने और चांदी के अनुबंध शुरू किए हैं और कच्चे तेल एवं तांबे के अनुबंधों के लिए नियामक के पास आवेदन किया है। दूसरे चरण में हम कृषि जिंस खंड में उतरने की योजना बना रहे हैं। इसके तहत जिंस चिह्नित करने के लिए अनुसंधान चल रहा है। हम कृषि जिंस कारोबार वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है अगली कुछ तिमाहियों में शुरू नहीं करेंगे, लेकिन हां, यह बाद में जरूर शुरू किया जाएगा। आगे हम विकल्प कारोबार के बारे में विचार करेंगे।
अन्य एक्सचेंज भी सोने-चांदी में वायदा कारोबार की सुविधा मुहैया करा रहे हैं। इस क्षेत्र में एनएसई अन्य से कैसे अलग होगा?
कारोबारियों के लिए तरलता यानी लेनदेन का स्तर सबसे बड़ा अंतर है। हम जिस किसी भी खंड में उतरे हैं, उसमें अच्छी तरलता हासिल की है। इसलिए कारोबारियों को लेनदेन के अच्छे स्तर और अच्छी डिलिवरी व्यवस्था आदि का फायदा मिल सकता वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है है।
Gold Price Today: अमेरिकी डॉलर की मजबूती से फिर मंद पड़ी सोने की चाल
Gold Silver Price Today: डॉलर की मजबूती के आगे शुक्रवार को फिर पीली धातु यानी सोने (22ct Gold Rate) की चाल मंद पड़ गई, हालांकि निवेशकों को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (2020 US Presidential Elections) के अंतिम नतीजे का इंतजार है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते सत्र में सोने (वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है Live Gold Price) का भाव 2.71 फीसदी उछला था जो कि 9 अप्रैल 2020 के बाद की सबसे बड़ी एक दिन की तेजी है. भारतीय वायदा बाजार में भी बीते सत्र में सोने में 2.47 फीसदी और चांदी में 4.46 फीसदी की तेजी दर्ज की गई.
सोने-चांदी में कैसा हुआ कारोबार
घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर शुक्रवार को सोने के दिसंबर वायदा अनुबंध में बीते सत्र से 175 रुपये यानी 0.34 फीसदी की कमजोरी के साथ 51,880 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव 51,912 रुपये पर खुला. वहीं, चादी के दिसंबर अनुबंध में बीते सत्र से 190 रुपये यानी 0.30 प्रतिशत की तेजी के साथ 64,443 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले चांदी का भाव एमसीएक्स पर 64,479 रुपये प्रति किलो खुला. अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर शुक्रवार को सोने के दिसंबर अनुबंध में बीते सत्र से 5.25 डॉलर यानी 0.27 फीसदी की कमजोरी के साथ 1,941.55 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था. बीते सत्र में कॉमेक्स पर सोना 1,954.30 डॉलर प्रति औंस तक उछला था. हालांकि कॉमेक्स पर चांदी के दिसंबर अनुबंध में बीते सत्र से 0.36 फीसदी की तेजी के साथ 25.30 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था.
कोरोना काल में सोना बना वरदान
सोना गहरे संकट में काम आने वाली संपत्ति है, मौजूदा कठिन वैश्विक परिस्थितियों में यह धारणा एक बार फिर सही साबित हो रही है। कोविड-19 महामारी और भू-राजनीतिक संकट के बीच सोना एक बार फिर रिकॉर्ड बना रहा है और अन्य संपत्तियों की तुलना में निवेशकों के लिए निवेश का बेहतर विकल्प साबित हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि उतार-चढ़ाव के बीच सोना अभी कम से कम एक-डेढ़ साल तक ऊंचे स्तर पर बना रहेगा। दिल्ली बुलियन एंड ज्वेलर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विमल गोयल का मानना है कि कम एक साल तक सोना उच्चस्तर पर रही रहेगा। वह कहते हैं कि संकट के इस समय सोना निवेशकों के लिए ‘वरदान’ है। गोयल मानते हैं कि दिवाली के आसपास सोने में 10 से 15 प्रतिशत तक का उछाल आ सकता है।<
दिवाली तक 70 हजारी हो सकता है सोना
एक्सपर्ट्स का कहना है कि दिवाली तक सोने का भाव नया रेकॉर्ड बनाएगा। वहीं जेपी मॉर्गन का कहना है कि वर्तमान में आर्थिक, महामारी और राजनीतिक हालात के मद्देनजर इसकी पूरी संभावना है कि सोना 70 हजार के स्तर को दिवाली तक छू जाए। उनका कहना है कि अगर कोरोना वैक्सीन आ भी जाती है तो भी ग्लोबल इकॉनमी में सुधार में अभी काफी समय है। तब तक सोने की कीमत में तेजी दर्ज की जाएगी।
मुसीबत की घड़ी में हमेशा बढ़ी है सोने की चमक!
सोना हमेशा ही मुसीबत की घड़ी में खूब चमका है। 1979 में कई युद्ध हुए और उस साल सोना करीब 120 फीसदी उछला था। अभी हाल ही में 2014 में सीरिया पर अमेरिका का खतरा मंडरा रहा था तो भी सोने के दाम आसमान छूने लगे थे। हालांकि, बाद में यह अपने पुराने स्तर पर आ गया। जब ईरान से अमेरिका का तनाव बढ़ा या फिर जब चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति बनी, तब भी सोने की कीमत बढ़ी।
गोल्ड ईटीएफ में निवेश 86 फीसदी बढ़ा
गोल्ड एक्सचेंज वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश जुलाई महीने में इससे पिछले माह की तुलना में 86 प्रतिशत बढ़कर 921 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सोने की कीमतें उच्चस्तर पर होने के बीच निवेशकों द्वारा अपने पोर्टफोलियो में बहुमूल्य धातुओं को जोड़ने को लेकर काफी उत्साह है, जिससे वे गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर रहे हैं। एसोसिएशन ऑफ म्यचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार इस तरह चालू साल के पहले सात माह में गोल्ड ईटीएफ में निवेश का शुद्ध प्रवाह बढ़कर 4,452 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। आंकड़ों के अनुसार, निवेशकों ने जुलाई में गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध रूप से 921 करोड़ रुपये का निवेश किया। इससे पिछले महीने यानी जून में उन्होंने गोल्ड ईटीएफ में 494 करोड़ रुपये डाले थे। इस निवेश के बाद गोल्ड ईटीएफ के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) जुलाई के अंत तक 19 प्रतिशत बढ़कर 12,941 करोड़ रुपये पर पहुंच गईं, जो जून के अंत तक 10,857 करोड़ रुपये थीं।
बुलियन की तर्ज पर कई वर्तमान सोना वायदा अनुबंध क्या है इंडेक्स फ्यूचर लॉन्च करेगा एमसीएक्स
कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड-समर्थित यह एक्सचेंज, कमोडिटीज के लिए देश का सबसे बड़ा एक्सचेंज है. सोमवार को एक्सचेंज ने बुलियन इंडेक्स फ्यूचर की शुरुआत की. उसने एक महीने में बेस मेटल्स के लिए इसी तरह का इंडेक्स शुरू करने की योजना बनाई है. एक्सचेंज के प्रबंध निदेशक (एनर्जी एवं एग्री) पीएस रेड्डी ने एक साक्षात्कार में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, "बाजार आमतौर पर कैश-सेटल कॉन्ट्रैक्ट्स को डिलीवरी-बेस्ड कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए पसंद करते हैं, क्योंकि उन्हें डिलीवरी और क्वालिटी के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है."
इस साल सोने की कीमतों में लगभग 30 फीसदी तेजी आई है. कोरोना वायरस की महामारी के बावजूद एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड में रिकॉर्ड उछाल आया. यह एक्सचेंज 2003 में शुरू हुआ था. एक्सचेंज में पहले से ही 10 ग्राम, गिनी, मिनी और पेटल अनुबंध सहित सोने में वायदा अनुबंध जारी है. 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में कंपनी के राजस्व में बुलियन (सोना-चांदी) का हिस्सा 35 प्रतिशत था, जबकि बेस मेटल्स का योगदान लगभग 19 प्रतिशत था. कच्चे तेल का योगदान 40 प्रतिशत था.
सोना हुआ इतना सस्ता, धनतेरस पर बढ़ जाए भाव उससे पहले ही खरीद लीजिए
मुंबई: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के आ रहे नतीजे के बीच शुक्रवार को सोने के दामों में गिरावट दर्ज की गई है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते सत्र में सोने का भाव 2.71 फीसदी उछला था जो कि 9 अप्रैल 2020 के बाद की सबसे बड़ी एक दिन की तेजी है. भारतीय वायदा बाजार में भी बीते सत्र में सोने में 2.47 फीसदी और चांदी में 4.46 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर शुक्रवार को सोने के दिसंबर वायदा अनुबंध में बीते सत्र से 175 रुपये यानी 0.34 फीसदी की कमजोरी के साथ 51,880 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले सोने का भाव 51,912 रुपये पर खुला.