क्रिप्टो करेंसी

Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है

Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है
Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Published on: November 06, 2022 19:38 IST

क्रिप्टो करेंसी क्या है और कैसे काम करती है Cryptocurrency meaning in Hindi wikipedia

Cryptocurrency meaning in Hindi wikipedia : क्रिप्टो करेंसी का नाम तो सभी जानते है लेकिन सवाल भी सबके मन में होता है क्रिप्टो करेंसी क्या होता है और कैसे काम करती है ऐसे में हम जानकारी लेकर हाजिर है क्रिप्टो करेंसी के बारे में पूरी जानकारी लेकर Cryptocurrency meaning in Hindi wikipedia

इंडिया से लेकर पुरे दुनिया में एक समय था जब वास्तु के बदले वस्तु का लेनदेन किया जाता था समय बदला और कई तरह के मुद्रा चलन में आये और आज के समय में सिक्का और नोट का चलन है लेकिन साथ ही आज के समय में एक और करेंसी बहुत ही तेजी से दुनिया में पैर पसार रहा है वह है क्रिप्टो करेंसी

क्रिप्टो करेंसी ऐसी करेंसी है जो पूरी तरह से डिजिटल करेंसी है इस डिजिटल करेंसी एक वर्चुवल कर्रेसी है जिसे केवल आभास किया जा सकता है इसे आप छू नहीं सकते है आगे जाने क्रिप्टो करेंसी क्या है और कैसे काम करती है

क्रिप्टो करेंसी क्या है विकिपीडिया इन हिंदी

क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी है इसे वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है इस करेंसी को केवल आप आभास कर सकते है लेकिन छू नहीं सकते है. डिजिटल वर्ल्ड में क्रिप्टो करेंसी की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ रही है ऐसे में बहुत से देश में आज के समय क्रिप्टो करेंसी को मान्यता दी गई है क्योकि क्रिप्टो करेंसी प्रयोग में लेने वाले देशो की अर्थव्यस्था बहुत तेजी से बढ़ रही है इसलिए और भी कई देश क्रिप्टो करेंसी को अपने देश में मान्यता देने के बारे में विचार कर रहे है . भारत में क्रिप्टो करेंसी फिलहाल मान्य नहीं है लेकिन आने वाले समय में भारत भी इस करेंसी को अपना सकता है

भारत की करेंसी नोट और सिक्के है जिसे आप अपने पर्स में रखकर कही भी घूम सकते है और इस करेंसी से आप कुछ भी ऑफलाइन या ऑनलाइन खरीद सकते है वही क्रिप्टो करेंसी एक ऑनलाइन करेंसी है जिसे आप अपने पर्स में नहीं रख सकते लेकिन क्रिप्टो करेंसी से आप कुछ भी ऑनलाइन खरीद जरुर सकते है साथ ही कई तरह के लेनदेन भी कर सकते है

आसान भाषा में हम कह सकते है क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारिक एक वर्चुअल करेंसी है जो क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित है. क्रिप्टोकरेंसी से जुडी सभी कार्य पावरफुल कंप्यूटर्स के जरिए होता है. साथ ही यह भी दावा किया जाता है क्रिप्टोकरेंसी के कोड को कॉपी करना लगभग नामुमकिन है.

क्रिप्टो करेंसी क्या है और कैसे काम करती है इन हिंदी

क्रिप्टो करेंसी क्या है इसके बारे में अब आपको पता है लेकिन क्रिप्टो करेंसी कैसे काम करती है चलिए जानते है :

Cryptocurrency से आरबीआई की Digital Currency अलग कैसे? किसमें निवेश फायदेमंद, कौन डुबाएगा लुटिया

Cryptocurrency vs Digital Currency: अगर आप डिजिटल करेंसी को भी क्रिप्टोकरेंसी समझने की भुल करते हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि दोनों में क्या अंतर है और डिजिटल करेंसी किन मायनों में क्रिप्टोकरेंसी से अलग है।

Vikash Tiwary

Edited By: Vikash Tiwary @ivikashtiwary
Published on: November 06, 2022 19:38 IST

Cryptocurrency से आरबीआई की Digital Currency अलग कैसे?- India TV Hindi

Photo:INDIA TV Cryptocurrency से आरबीआई की Digital Currency अलग कैसे?

Cryptocurrency vs Digital Currency: क्रिप्टोकरेंसी और केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) दोनों ने पूरे भारत में लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। डिजिटल एसेट्स के रूप में सामान्य स्थिति के बावजूद दोनों में काफी अंतर है। पूर्व वित्त सचिव एससी गर्ग का मानना है कि सीबीडीसी डीमैटरियलाइज्ड बैंक नोट की तरह होता है, और उसका क्रिप्टोकरेंसी से कोई लेना-देना नहीं है।

सीबीडीसी डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य

क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया मुद्रा के रूप में स्वीकार नहीं कर सकती है। हालांकि, सीबीडीसी जैसे रेगुलेटेड डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य हो सकते हैं। मैकिन्से ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में स्टेबल कॉइन के प्रचलन में तेजी से वृद्धि के साथ केंद्रीय बैंकों ने अपनी स्टेबल डिजिटल करेंसी का पता लगाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।

आरबीआई द्वारा जारी किया गया Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है डिजिटल टोकन

सीबीडीसी या भारतीय ई-रुपया आरबीआई द्वारा जारी किया गया एक डिजिटल टोकन है और यह देश की फिएट करेंसी से जुड़ा हुआ है। ब्लॉकचैन विशेषज्ञों के एक समूह ब्लॉकचैन काउंसिल का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के विकास ने कैशलेस सोसाइटी और डिजिटल करेंसी में रुचि बढ़ा दी है, जिसके चलते दुनिया भर की सरकारें और केंद्रीय बैंक सरकार समर्थित डिजिटल करेंसी के उपयोग पर विचार कर रहे हैं।

सीबीडीसी के ये हैं बड़े फायदे

सीबीडीसी का प्राथमिक उद्देश्य कंपनियों और उपभोक्ताओं को गोपनीयता, हस्तांतरणीयता, सुगमता और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। काउंसिल का कहना है, सीबीडीसी एक जटिल Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है वित्तीय प्रणाली के लिए आवश्यक रखरखाव को भी कम करता है, सीमा पार लेनदेन लागत में कटौती करता है और उन लोगों को कम लागत वाले विकल्प देता है जो अब दूसरे धन हस्तांतरण विधियों का उपयोग करते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल करेंसी में ये है अंतर

केंद्रीय बैंकों द्वारा जारी डिजिटल Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है करेंसी अपने मौजूदा स्वरूप में डिजिटल मुद्राओं के उपयोग से जुड़े खतरों को भी कम करती है। दूसरी ओर क्रिप्टोकरेंसी बहुत अस्थिर है, उनका मूल्य हर समय बदलता रहता है। उपयोग के मामलों के संदर्भ में क्रिप्टोकरेंसी को संपत्ति और मुद्रा दोनों के रूप में वगीर्कृत किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी के प्राइस पर अटकलें लगाने के लिए व्यक्ति निवेश बाजारों में हिस्सा ले सकता है। वे खुद को मुद्रास्फीति और आर्थिक अस्थिरता से बचाने के लिए Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है बिटकॉइन जैसी विशेष परियोजनाओं का भी उपयोग कर सकते हैं।

बिटकॉइन और एथेरियम का उपयोग कोई भी लेनदेन और भुगतान करने के लिए कर सकता है। काउंसिल के अनुसार, आज पहले से कहीं अधिक व्यापारी और स्टोर क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट स्वीकार करते हैं। सीबीडीसी और क्रिप्टोकरेंसी के बीच कई विरोधाभास हैं।

बिटकॉइन में 100 रुपये का निवेश आपको बना सकता था 7.5 करोड़ का मालिक

​9 साल में बिटकॉइन ने साढ़े सात लाख गुना रिटर्न दिया . एक बिटकॉइन का भाव 4000 डॉलर के पार पहुंचा

बिटकॉइन में 100 रुपये का निवेश आपको बना सकता था 7.5 करोड़ का मालिक

bitcoin

क्या है बिटकॉइन ?
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी हैं . यह अन्य मुद्राओं की तरह जैसे डॉलर, रुपये या पाउन्ड की तरह भी इस्तेमाल की जा सकती है. ऑनलाइन पेमेंट के अलावा इसको डॉलर और अन्य मुद्राओं में भी एक्सचेंज किया जा सकता है. यह करेंसी बिटकॉइन के रूप में साल 2009 में चलन में आई थी. आज इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है. बिटकाइन की ख़रीद और बिक्री के लिए एक्सचेंज भी हैं. दुनियाभर के बड़े बिजनेसमैन और कई बड़ी कंपनियां वित्तीय लेनदेन में

दुनिया की सबसे महंगी करेंसी
बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी करेंसी बन गई है. फिलहाल एक बिटकॉइन की ऑनलाइन या बाजार कीमत करीब 2.69 लाख रुपये से भी ज्यादा है. कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना बैंक के ट्रांजेक्शन किया जा सकता है. वहीं, इस करेंसी को डिजिटल वॉलेट में भी रखा जाता है.

कैसे काम करती है बिटकॉइन?
आप बिटकॉइन को अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन पर बिटकॉइन वॉलेट के रूप में इंस्टॉल कर सकते हैं. इससे आपका पहला बिटकॉइन एड्रेस बनेगा और जरूरत पड़ने पर आप एक से ज्यादा एड्रेस भी बना सकते हैं. अब आप अपने मित्रों को अपना बिटकॉइन एड्रेस दे सकते हैं. इसके बाद आप उनसे भुगतान ले या उन्हें भुगतान कर भी सकते हैं.

अवैध धंधों में हो रही बड़े पैमाने पर इस्तेमाल
बिटकॉइन का इस्तेमाल ब्लैकमनी, हवाला, ड्रग्स की खरीद-बिक्री, टैक्स की चोरी और आतंकवादी गतिविधियों में बड़े पैमाने पर होता है. बिटकॉइन के बढ़ते इस्तेमाल ने दुनियाभर के देशों में सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है. भारत में रिजर्व बैंक या किसी भी अन्य रेग्युलेटर ने इस वर्चुअल मुद्रा को कानूनी मान्यता नहीं दी है.

देश में भी खूब हो रहा बिटकॉइन में लेनदेन
केंद्र सरकार फिलहाल बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी के ऑनलाइन लेनदेन पर रोक लगाने की स्थिति में नहीं है. इस मामले में सरकार के भीतर हुए विमर्श कई बार हो चुका है. ऐसी करेंसी की ऑनलाइन खरीद-फरोख्त पर नियंत्रण संभव नहीं है. हालांकि अभी सरकार ने इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है. दुनिया में करीब 90 से अधिक वर्चुअल करेंसी चलन में हैं.

क्या है क्रिप्टो करेंसी का भविष्य
अमेरिकी निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स ने अपने ग्रााहकों को पिछले हफ्ते भेजे नोट में कहा था कि क्रिप्टो करेंसी को अनदेखा नहीं किया जा सकता है. इसमें ग्रोथ की प्रबल संभावना है. भारत में क्रिप्टो करेंसी में शुरुआती कारोबार से जुड़े एमकैप क्रिप्टो करेंसी के संचालक अमित भारद्वाज के मुताबिक क्रिप्टो करेंसी का भविष्य काफी बेहतर है. अगर आप बिटकॉइन में निवेश से चूक गए हैं तो बाजार में क्रिप्टो करेंसी में निवेश के कई और विकल्प हैं. मसलन, एमकैप का मौजूदा भाव 2 डॉलर के करीब है इसके अलावा यूथेरियम क्रिप्टो करेंसी का मौजूदा भाव 300 डॉलर है. जानकारों के मुताबिक एमकैप क्रिप्टो करेंसी का भाव इस साल 50 डॉलर के पार जाने की संभावना है.

Crypto Currency kya hai ( डिजिटल करेंसी क्या है? यह कैसे काम करती है )

Crypto Currency kya hai : Crypto Currency को हम डिजिटल करेंसी भी कह सकते है यह एक ऐसी करेंसी है जो भारतीय रूपये और अमेरिकी डालर के समान है , यह दिखाई नहीं देती है और नहीं आप इसे छू सकते है यह एक अभाषी करेंसी है यह केवल एक दुसरे से लेन देन होता है. इसमे कोई भी तीसरा नहीं होता है .

Crypto Currency पिछले कुछ सालो में एक ऐसा वक्त था जब दुनिया में कोई भी मुद्रा नहीं था उस समय सिर्फ वस्तुयों के बदले ब्स्तुयो का एक दुसरे से लेन दें होता था . धीरे – धीरे समय बितता गया उसके बाद नोट और सिक्के अस्तित्व में आये .

आने के बाद हमारा लेन दें का तरीका पूरी तरह बदल गया . आज के समय में यही नोट और सिक्के हमारी मुख्य करेंसी है . इसके बाद भी एक करेंसी है ,जो पूरी तरह डिजिटल है जिसे हम Crypto Currency कहते है , हम समझेंगे की Crypto Currency है क्या यह कैसे कम करता है इसमे क्या फायदा है और क्या नुकसान है.

Crypto Currency kya hai

Currency का मतलब एक मुद्रा होता है जैसे की हर देश के पास अपनी एक मुद्रा होती है वैसे ही भारत के पास रुपया है सऊदी अरब के पास रियाल है , अमेरिका के पास डालर है , उसी तरह से हर देश के पास अपनी -अपनी एक अलग -अलग Currency होता है,

लेकिन आपके मन में यह सवाल जरुर आता होगा की आखिर Currency है क्या, तो Currency एक ऐसा धन है जो किसी देश द्वारा मान्यता प्राप्त हो, और वह पर वे लोग धन के रूप में इस्तेमाल करते हो, और उसका कोई वैल्यू हो उसे हम करेंसी कहते है अर्थात जिसके बदले किसी वस्तु को खरीदा जा सके वह होती है Currency .

Crypto Currency की वैल्यू फिजिकल Currencies कही ज्यादा होती है और डालर से भी हजारो गुना ज्यादा होती है Crypto Currency की वैल्यू , लेकिन इसका वैल्यू स्थिर नहीं रहता है, इसका Crypto Currency मार्केट में उतार चढ़ाव बहुत ही तेजी से होता है, और इसका कीमत दिन में कई बार बदलती है .

Crypto Currency kaise kam karati hai .

Crypto Currency वित्तीय लेन-देन का एक जरिया है Crypto Currency blockchain के माध्यम से कम करती है, और साथ ही पावरफुल Computers द्वारा इसका निगरानी किया जाता है , जिसे हम Crypto Currency mining कहते है और जिसके द्वारा यह mining की जाती है उन्हें Miners कहा जाता है .

जब हम Crypto Currency में लेन – देन करते है तो उसकी जानकारी blockchain में दर्ज किया जाता है, अर्थात उसे एक ब्लाक में रखा जाता है और इसका पूरा कार्य online के माध्यम से ही होता है, जहा पर एक देश से दुसरे के बिच में एक मध्यस्थ होती है.

लेन – देन के द्वारा, जैसे भारत में केन्द्रीय बैंक, लेकिन Crypto के द्करोबर में कोई मध्यस्थ नहीं होता है और इसे एक नेटवर्क द्वारा संचालित किया जाता है, इसलिए इसे अनिमित बजार के नाम से जाना जाता है, Crypto Currency पल भर में किसी अमीर बना देता है, एक झटके में ही उसको जमीं पर गिरा देता है. लेकिन इसके उतार चढाव के कारण इसकी लोकप्रियता बढती जा रही है .

सबसे लोकप्रिय डिजिटल करेंसी बिटक्वाइन (Most popular digital currency bitcoin)

आज से समय में सबसे ज्यादा लोकप्रिय और मूल्यवान क्रिप्टो करेंसी बिटक्वाइन ही है, और दूसरा इथेरियम पसंदीदा क्रिप्टो करेंसी है अगर हम टाप टेन डिजिटल मुद्राओं की बात करें तो इनमें पोल्काडॉट, लाइटक्वाइन, टेथर, डॉजक्वाइन सहित अन्य भी शामिल है

बजार Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है में बिटक्वाइन का ही ज ज्यादा माग था और जैसे -जैसे समय बीतता गया वैसे ही समय के साथ ये बाजार बढ़ता गया और डिजिटल Cryptocurrency क्या है ये कैसे काम करती है मुद्राएं हजारों की संख्या में चलने लगी. आज से समय में क्रिप्टो के कारोबार दुनिया के ज्यादातर देशो में फैल गया है .

कंप्यूटर सिस्टम के माध्यम से संचालित

Crypto Currency एक प्रकार की डिजिटल कैश प्रणाली है Crypto Currency blockchain के माध्यम से कम करती है, और कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है इस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। इसके लोकप्रियता में इस कदर इजाफा रहा है की जहा पर कई देश ऐसे भी है जो लीगल कर चुके है अल सल्वाडोर में तो डिजिटल मुद्रा पर केंद्रित बिटक्वाइन सिटी बनाने की तैयारी भी शुरू हो गया है .

ब्लॉकचेन के माध्यम से उपयोग किया जाता है

ब्लॉकचेन उसे कहते है जिसमे क्रिप्टो करेंसी का लेन-देन करने के लिए जिस प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है डिजिटल करेंसी इनक्रिप्टेड होती हैं इसको एक कंप्यूटर नेटवर्क के द्वारा नियंत्रित जाता है, ब्लॉकचेन प्रत्येक लेन-देन का डिजिटल हस्ताक्षर द्वारा सत्यापन किया जाता है.

इसमें क्रिप्टोग्राफी की मदत से नियंत्रित होती है. इसमे सभी काम कंप्यूटर नेटवर्क के द्वारा चलता है , कोई भी लेन देन होता है इसकी जानकारी ब्लॉकचेन में दर्ज की जाती है, अर्थात उसे एक ब्लॉक में रख दिया जाता है .

इस तरह खरीदी जाती है क्रिप्टो करेंसी (This is how crypto currency is bought)

Crypto Currency को खरीदने के दो तरीके है इसमे सबसे आसन तरीका है इन्हें क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिए खरीदना, सैकड़ों Crypto Currency दुनिया भर में एक्सचेंज पर काम कर रहे है भारत में कम कर रहे जेबपे, वजीरएक्स, क्वाइनस्विच कुबेर, डीसीएक्स गो समेत कई एक्सचेंज संचालित है.

क्वाइनबेस और बिनान्से जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म भी इसमे मौजूद हैं जहा से इथेरियम, टेथर, बिटक्वाइन, और डॉजक्वाइन समेत दुनिया भर की सभी डिजिटल मुद्राएं खरीदी जा सकती हैं।

Crypto Currency एक्सचेंज

Crypto Currency उस प्लेटफार्म को कहते है जहा पर Crypto Currency की खरीद – फरोख्त होती है अर्थात यह वह Website या Mobile App है जहा पर Crypto Currency का खरीदने और बेचने की सुबिधा देती है,

इसलिए इसको Crypto Market या Crypto Currency Market कहा जाता है. Example के लिए Coindex, WazirX और CoinSwitch Kuber Crypto Currency एक्स्चंज है .

बिल पेश करने की तैयारी Crypto Currency

भारत में Crypto Currency में निवेश करने वालो की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है भारत में करीब 15 मिलियन एक रिपोर्ट के मुताबिक एक्टिव उपयोगकर्ता ऐसे हैं. भारत में संचालित किसी न किसी क्रिप्टो एक्सचेंज में पंजीकरण है,

यही कारण है की अनियमित बजार में भारतीय निवेशको की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय रिजर्व Bank और केंद्र सरकार दोनों सख्त है. भारत में कोई अपनी Crypto Currency नहीं है .

यदि आप सभी को आज का हमारा यह लेख Crypto Currency kya hai पसंद आया हो तो कृपया करके आप सभी हमारे इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। ताकि वह सभी लोग भी Crypto Currency kya hai के बारे में समझ सके और दूसरों को समझा सके।

रेटिंग: 4.49
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 866
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *