ओरेकल फाउंडेशन

वारेन बफेट की जीवनी
वारेन बफेट विश्व पटल पर एक ऐसा नाम है जो किसी परिचय का मोहताज नहीं. उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है.
Warren Buffet Life Story
वारेन बफेट का जन्म 30 अगस्त 1930 को अमरीका के ओमाहा में हुआ था. वे दुनिया भर के धनी व्यक्तियों में से एक हैं. उनकी कुल सम्पत्ति माइक्रोसॉफ्ट के मालिक बिल गेट्स की संपत्ति के समकक्ष है. उनकी गणना समकालीन सफल निवेशकों में की जाती है. इन्हें लोग ओरेकल ऑफ़ ओहामा भी कहते हैं. इनके माता पिता लीला और हावर्ड बफ़ेट थे. ये तीन संतानों में दूसरे नंबर पर थे. बफ़ेट के पिता शेयर के दलाल और कांग्रेस के सदस्य थे. वारेन की प्रतिभा बाल्यकाल से ही सामने आने लगी. वे कोला की बोतलें सस्ते दामों पर खरीदते ओरेकल फाउंडेशन और उसे ज्यादा में बेचकर लाभ कमाते थे. मात्र 11 वर्ष की आयु में उन्होंने शेयर बाजार में अपना पहला निवेश किया.
उन्होंने पेनसेल्वेनिया, नेव्रास्का और कोलंबिया विश्वविद्यालय से अपनी पढाई पूरी की. कोलंबिया में ही उनकी मुलाकात प्रभावशाली मूल्य निवेशक बेंजामिन ग्राहम से हुई. वे उनसे काफी प्रभावित हुए और उनकी कंपनी ग्राहम-न्यूमैन के लिए काम करने लगे. यही उनके शेयर बाजार कौशल का विकास हुआ जो कि अब एक किंवदन्ती बन चुके हैं. ग्राहम ने एक ऐसा तरीका निकाला जहाँ Investor कंपनी का आंतरिक मूल्य निकालकर उसकी शेयर मूल्य से तुलना करते हुए बेहतर निवेश के निर्णय ले सकते थे .
ग्राहम के रिटायरमेंट के बाद बफ़ेट ओमाहा लौट गए. उन्होंने मित्र, परिवार और सहयोगियों की साझेदारी में सीमित निवेश फण्ड आरम्भ किया. Buffet Partnership Limited फण्ड निवेशकों को 10 सालों में ही 10 गुना अधिक रिटर्न देता था. बफ़ेट ने फण्ड की सहायता से टेक्सटाइल कंपनी वर्कशायर हाथवे का नियंत्रण ले लिया.
टेक्सटाइल उद्योग के लिए काफी कठिन समय था. उन्होंने टेक्सटाइल का बिज़नस तो नहीं किया लेकिन उसके नाम को अपना बना लिया.
बीमा के क्षेत्र में कंपनी काफी सफल रही. बफ़ेट को अमरीकन एक्सप्रेस, कोकाकोला, द वाशिंगटन पोस्ट, और जिलेट से काफी लाभ हुआ.
वारेन बफ़ेट बफ़ेट फाउंडेशन में मुक्त हस्त से दान देते हैं. अपनी मृत्यु के बाद उनकी 99 प्रतिशत संपत्ति फाउंडेशन में चली जायेगी, ऐसा उन्होंने घोषणा किया है.
जून 2006 में उन्होंने गेट्स और मेलिंडा फाउंडेशन को खूब दान दिया. Forbes मैगज़ीन के मुताबिक 2008 में दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे.
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आई आई टी (IIT) कानपुर अपने प्रतिष्ठित पूर्व छात्र और भारतीय अमेरिकी सॉफ्टवेयर पायनियर उमंग गुप्ता के निधन पर शोक व्यक्त करता है
उमंग गुप्ता आईआईटी कानपुर फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष और पैन ओरेकल फाउंडेशन आईआईटी पूर्व छात्र आंदोलन के अग्रणी थे
उमंग गुप्ता पहले भारतीय अमेरिकी थे जिन्होंने अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी गुप्ता टेक्नोलॉजीज को नैस्डैक पर सार्वजनिक किया
कानपुर, 23 अप्रैल, 2022: आईआईटी कानपुर के प्रतिष्ठित पूर्व छात्र और भारतीय अमेरिकी सॉफ्टवेयर के अग्रणी उमंग गुप्ता ने ब्लैडर (मूत्राशय) के कैंसर से दो साल की संघर्ष के बाद 19 अप्रैल, 2022 को कैलिफोर्निया में अपने घर पर अंतिम सांस ली। गुप्ता पहले भारतीय थे जिन्होंने अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी को नैस्डैक पर सार्वजनिक किया। ओरेकल फाउंडेशन उन्होंने 1971 में आई आई टी (IIT) कानपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1973 में केंट, ओहियो में केंट स्टेट यूनिवर्सिटी से MBA प्राप्त किया। आई आई टी (IIT) कानपुर ने उन्हें 1996 में ओरेकल फाउंडेशन ओरेकल फाउंडेशन एक विशिष्ट पूर्व छात्र के रूप में मान्यता दी और 2020 में उन्हें इंस्टीट्यूट फेलो के सम्मान से सम्मानित किया।
प्रोफेसर अभय करंदीकर, निदेशक, आईआईटी कानपुर ने गुप्ता के निधन पर दुख व्यक्त किया, उन्होंने कहा कि,“श्री उमंग गुप्ता जीवन भर हमारे संस्थान के शुभचिंतक रहे हैं और उन्होंने संस्थान के अनुसंधान और विकास पूल को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आईआईटी कानपुर फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में उनका योगदान और पैन आईआईटी पूर्व छात्र संघ की स्थापना में उनकी अग्रणी भूमिका को हमेशा के लिए संजोया जाएगा। उनके निधन से न केवल वैश्विक सॉफ्टवेयर उद्योग के लिए बल्कि पैन-आईआईटी बिरादरी के लिए भी नुकसान है। मैं संस्थान की ओर से उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
उमंग गुप्ता ने ओरेकल कॉर्पोरेशन के लिए पहली व्यावसायिक योजना लिखी, और बाद में गुप्ता टेक्नोलॉजीज की स्थापना और नेतृत्व किया। वह ओरेकल कंपनी छोड़ने वाले पहले कार्यकारी थे जिन्होंने अपने कंपनी शुरू की । गुप्ता टेक्नोलॉजीज ने माइक्रो कंप्यूटर के लिए ओरेकल फाउंडेशन एक SQL रिलेशनल डेटाबेस सिस्टम बनाया और क्लाइंट सर्वर कंप्यूटिंग के युग की शुरुआत करने में मदद की। गुप्ता टेक्नोलॉजीज 1993 में नैस्डैक पर सार्वजनिक हुई (नैस्डैक जीपीटीए), और इस तरह एक अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने के लिए एक भारतीय अमेरिकी द्वारा स्थापित पहली उद्यम सॉफ्टवेयर कंपनी बन गई। कंपनी भारतीय अमेरिकी सीईओ के नेतृत्व में टेक कंपनियों के सिलिकॉन वैली बूम की अग्रदूत थी। बाद में उन्होंने Keynote Systems, Inc में निवेश किया, जिसने वेबसाइटों ओरेकल फाउंडेशन के प्रदर्शन पर नज़र रखी और जल्द ही उमंग इसके सीईओ बन गए।
2002 में, गुप्ता संयुक्त राज्य अमेरिका में आई आई टी (IIT) कानपुर फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष बने, जिसने अपने अल्मा मेटर, आई आई टी (IIT) कानपुर के ओरेकल फाउंडेशन लिए धन जुटाया। उन्होंने आईआईटी कानपुर एलुमनी एसोसिएशन को 10 लाख डॉलर देने का भी वादा किया। बाद में, उन्होंने सभी आई आई टी (IIT) के पूर्व छात्रों के संघ को आगे लाने के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया और कई वर्षों तक सह-अध्यक्ष और अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
हिंदुस्तान कंप्यूटर लिमिटेड (HCL) के सह-संस्थापक और आई आई टी (IIT) खड़गपुर के पूर्व छात्र अर्जुन मल्होत्रा ने पैन आई आई टी (IIT) पूर्व छात्र आंदोलन में गुप्ता ओरेकल फाउंडेशन के साथ काम करने के अपने समय को याद किया। उन्होंने बताया कि "उमंग ग्लोबल पैन आईआईटी एलुमनी एसोसिएशन के "संविधान" का मसौदा तैयार करने और दुनिया भर के देशों में एसोसिएशन के अध्यायों के विस्तार के लिए जिम्मेदार व्यक्ति थे।
गुंजन बागला, एक अन्य आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र और Amritt Inc के सीईओ, (पैन आईआईटी यूएसए के अध्यक्ष, जब उमंग गुप्ता चेयरपर्सन थे )। के सांझा किया कि, "हमारे कई पूर्व छात्र नेता सी-लेवल प्रकार के कठिन चार्जिंग छमताओं से भरे हुए थे और हमारी चर्चा अक्सर एनिमेटेड और भिन्न होती थी। लेकिन उमंग के पास सभी को ध्यान से सुनने और फिर धीरे-धीरे उन रास्तों को प्रस्तावित करने का अदभुत कूटनीतिक कौशल था, जिन्हें विशाल बहुमत द्वारा स्वीकार किया जाएगा। ”
उमंग गुप्ता के परिवार में उनकी पत्नी रूथ (पाइक) गुप्ता, बेटी डॉ अंजलि क्लेयर गुप्ता और बेटा काशी गुप्ता हैं। उनका एक और बेटा था जिसका नाम राजी गुप्ता था जो 1984 में पैदा ओरेकल फाउंडेशन हुआ था, जिसकी अल्पायु में 1987 में निधन हो गया था ।
आईआईटी कानपुर के बारे में:
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर की स्थापना 2 नवंबर 1959 को संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी। संस्थान को 1962-72 की अवधि के दौरान अपने शैक्षणिक कार्यक्रमों और प्रयोगशालाओं की स्थापना में यू.एस.ए. के नौ प्रमुख संस्थानों द्वारा सहायता प्रदान की गई थी। अग्रणी नवाचारों और अत्याधुनिक अनुसंधान के अपने रिकॉर्ड के साथ, संस्थान को इंजीनियरिंग, विज्ञान और कई अंतःविषय क्षेत्रों में ख्याति के एक शिक्षण केंद्र के रूप में दुनिया भर में जाना जाता है। औपचारिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अलावा,संस्थान उद्योग और सरकार दोनों के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास में सक्रिय योगदान देता है।
मुकेश अंबानी बने दुनिया के 7वें सबसे अमीर शख्स, वॉरेन बफे को पीछे छोड़ा
मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 70 अरब डॉलर के पार पहुंची
Edited by: India TV Paisa Desk
Updated on: July 10, 2020 22:03 IST
Photo:FILE
नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच भले ही दुनिया भर में मंदी की संकट बना हो लेकिन भारत के अरबपति मुकेश अंबानी पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। जियो में निवेश के साथ साथ कई नए प्रोजेक्ट के ऐलान की मदद से RIL के स्टॉक्स में आई तेजी के साथ मुकेश अंबानी दुनिया के 7वें सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। फोर्ब्स की रियल टाइन अरबपतियों की लिस्ट में आज मुकेश अंबानी ने निवेश गुरू वॉरेन बफे को भी पीछे छोड़ दुनिया के 7वें सबसे अमीर शख्ख का स्थान हासिल कर लिया।
फोर्ब्स लिस्ट के मुताबिक आज मुकेश अंबानी की कुल दौलत 3.1 अरब डॉलर यानि 22500 करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़कर 70 अरब डॉलर के पार हो गई है। वहीं वॉरेन बफे की कुल दौलत 74 करोड़ डॉलर घटकर 67.8 अरब डॉलर के स्तर पर आ गई है। अरबपतियों की लिस्ट में उनसे आगे छठे स्थान पर ओरेकल के फाउंडर लैरी एलिसन हैं जिनकी कुल दौलत 73.4 अरब डॉलर है। वहीं लॉस एंजिल्स क्लिपर्स के मालिक स्टीव बामर ओरेकल फाउंडेशन हैं जिनकी कुल दौलत 74.5 अरब डॉलर है। यही दोनो अरबपति फिलहाल मुकेश अंबानी के टॉप 5 में पहुंचने के लिए सबसे करीबी प्रतियोगी है। चौथे स्थान पर फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग हैं जिनकी संपत्ति 90 अरब डॉलर से ऊपर है। टॉप 3 अरबपतियों की दौलत 100 अरब डॉलर से ज्यादा है। इसमें बर्नाड परिवार (109 अरब डॉलर) बिल और मेलेनिया गेट्स फाउंडेशन के को फाउंडर बिल गेट्स (110.7 अरब डॉलर) और सबसे अमीर शख्स अमेजन के जेफ बेजोस (188 अरब डॉलर) शामिल हैं।
Daily Current Affairs 14 DECEMBER 2020
Himexam December 13, 2020 0
Daily Current Affairs 14 DECEMBER 2020
||National Current Affairs 14 DECEMBER 2020||International Current Affairs 14 DECEMBER 2020||Himachal Pradesh Current Affairs 14 DECEMBER 2020||
National & International Current Affairs 14 DECEMBER 2020
||National Current Affairs 14 DECEMBER 2020||International Current Affairs 14 DECEMBER 2020||
Q1. हाल ही में लांच नॉन-फिक्शन बुक “Dharma: Decoding the Epics for a Meaningful Life" के लेखक कौन हैं?
A. अमीश त्रिपाठी
D. उपर्युक्त दोनों
Q2. हाल ही में इज़रायल के साथ शांति समझौता और राजनयिक संबंध स्थापित करने वाला चौथा देश कौन बना है?
Q3. अमेरिकी नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने सेना के किस रिटायर जनरल को नया रक्षा मंत्री (Secretary of Defence) चुना है
C. लॉयड ऑस्टिन
D. मैक रॉबर्ट्स
Q4. हाल ही में 'एथनोलॉग' द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार हिंदी विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में किस स्थान पर है?
Q5. भारत के 42वें संचार उपग्रह का नाम बताएं, जिसे 17 दिसंबर, 2020 को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा?
Q6. 'द श्वाब फाउंडेशन' और 'द जुबीलेंट इंडियन फाउंडेशन' द्वारा किसे "सोशल एंटरप्रेन्योरशिप ऑफ द ईयर इंडिया अवॉर्ड-20207 से सम्मानित किया गया है?
B. अशरफ पटेल
C. नुरूलहक़ खान
Q7. ब्लूमबर्ग न्यू एनर्जी फाइनेंस (BNEF) की क्लाइमेटस्कोप सर्वेक्षण रैंकिंग में भारत किस स्थान पर है?
Q8. हाल ही में जनसंख्या और विकास में दक्षिण- दक्षिणी सहयोग पर 17वें “अंतर्राष्ट्रीय अंतर-मंत्रालयी सम्मेलन” में भारत का प्रतिनिधित्व किसने किया?
B. एस जयशंकर
C. डॉ. हर्षवर्धन
D. प्रकाश जावड़ेकर
Q9. हाल ही में भारत और पुर्तगाल के बीच “प्रौद्योगिकी शिखर सम्मेलन" के किस संस्करण का आयोजन किया गया?
Q10. हाल ही में आभासी रूप से आयोजित विश्व के सबसे बड़े "उद्यमशीलता शिखर सम्मेलन-2020" का उद्घाटन किसने किया?
A. बैंकेया नायडू
B. नरेन्द्र मोदी
C. रामनाथ कोविंद
Q11. US मल्टीनेशनल कंप्यूटर टेक्नोलॉजी कंपनी ओरेकल (Oracle) ने अपना मुख्यालय कैलिफोर्निया से कहां स्थानांतरित किया है?
A.वाशिंगटन डी सी
C. ऑस्टिन- टेक्सॉस
Himachal Pradesh Current Affairs 14 DECEMBER 2020
Q.1 भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की कृषि विश्वविद्यालयों और संस्थानों की रैंकिंग में डॉ.यशवंत सिंह परमार औद्यानिक एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी को कौनसा स्थान हासिल हुआ है?
Answer: 11वां
Q.2 राज्य सरकार ने प्रदेश के नए उद्यमियों को बढ़ावा देने और प्रोत्साहित करने के लिए हिम ओरेकल फाउंडेशन स्टार्टअप योजना के अंतर्गत कितने करोड रुपए का उद्यम कोष (वेंचर फंड) स्थापित किया है?
Answer: 10 करोड़ का उद्यम कोष
Q.3 प्रदेश की दूसरी सबसे बेहतरीन पैराग्लाइडिंग साइट कहां पर विकसित करने के लिए अब चार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे?
गो ट्राइबल कैंपेन
प्रश्न-29 जून, 2019 को केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने नई दिल्ली में गो ट्राइबल कैंपेन का शुभारंभ किया। यह कैंपेन (अभियान) किसके द्वारा संचालित है?
(a) आदिवासी मामलों के मंत्रालय
(b) ट्राइब्स इंडिया
(c) ट्राइफेड
(d) सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम मंत्रालय
उत्तर-(b)
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