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सबसे सुरक्षित विकल्प व्यापार क्या है

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जयशंकर ने रूस से कच्चे तेल के आयात पर कहा कि यह बाजार सबसे सुरक्षित विकल्प व्यापार क्या है से जुड़े कारकों से प्रेरित हैं. उन्होंने कहा कि फरवरी से नवंबर तक यूरोपीय संघ ने रूस से अधिक मात्रा में जीवाश्म ईंधन का आयात किया है.

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छोटे कैप पर केंद्रित पोर्टफोलियो वाले खुदरा निवेशक नहीं मना रहे जश्न

नई दिल्ली (आईएएनएस)| शेयर बाजार की मौजूदा तेजी की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसने व्यापक बाजार को दरकिनार कर दिया है। जबकि निफ्टी 8 फीसदी सालाना ( वाईटीडी) ऊपर है, निफ्टी स्मॉल कैप 100 साल-दर-साल 11.63 फीसदी नीचे है।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा- यह खुदरा निवेशकों के बीच उत्सव की अनुपस्थिति की व्याख्या करता है जिनके पोर्टफोलियो स्मॉल कैप की ओर उन्मुख हैं।

चल रही रैली (तेजी) की महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यह उच्च गुणवत्ता वाले शेयरों द्वारा संचालित एक परिपक्व रैली है। पिछली रैली जो निफ्टी को मार्च 2020 के निचले स्तर 7,511 से अक्टूबर 2021 में 18,604 तक ले गई थी, तरलता और खुदरा उत्साह से संचालित एकतरफा रैली थी। उस रैली में घटिया क्वालिटी के शेयरों ने भी हिस्सा लिया था।

ई-कॉमर्स पर ओएनडीसी परियोजना क्या है? | छोटे शहरों में विस्तार करने हेतु

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  • ई-कॉमर्स पर ओएनडीसी परियोजना भारत सरकार की एक पहल है जो एक ओपन-नेटवर्क पद्धति का अनुपालन करने वाली वस्तुओं एवं सेवाओं के आदान-प्रदान के सभी पहलुओं के लिए मुक्त नेटवर्क को प्रोत्साहित करने हेतु प्रारंभ की गई है, जो एक विशिष्ट मंच के लिए अप्रतिबंधित होगी।
  • इस निर्णय के पीछे तर्क छोटे व्यापारियों को सशक्त बनाना एवं वैश्विक ई-कॉमर्स दिग्गजों के एकाधिकार को समाप्त करना है, जो संयुक्त रूप से उद्योग के 50% से अधिक का हिस्सा गठित करते हैं।
  • सरकार के इस क्रांतिकारी कदम का उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स को प्लेटफॉर्म-केंद्रित मॉडल से मुक्त स्रोत प्रतिमान (ओपन-सोर्स मॉडल) में स्थानांतरित करना है।
  • ONDCकी घोषणा अप्रैल2022में भारत सरकार द्वारा अपने तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स बाजार में प्रमुख वैश्विक दिग्गज अमेजॉन.कॉम एवं वॉलमार्ट के संभावित विकल्प के रूप में की गई थी।
  • ONDC सितंबर 2022 के महीने में बेंगलुरु में अपने बीटा विमोचन के साथ लाइव हो गया।
  • ओएनडीसी का लक्ष्य 1.35अरब लोगों के देश में आगामी दो वर्षों में ई-कॉमर्स पैठ को भारत के उपभोक्ताक्रय के25%तक बढ़ाना है,जो अभी लगभग8% है।

ONDC चर्चा में क्यों है?

  • सितंबर 2022 में बेंगलुरु में डिजिटल वाणिज्यहेतु मुक्त नेटवर्क(ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स/ओएनडीसी) के बीटा लॉन्च के पश्चात।
  • अब ओएनडीसी की इसी तरह की शुरुआत छोटे शहरों में अपेक्षित है।
  • इसका उद्देश्य यह दिखाना है कि नेटवर्क भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में कार्य करता है।
  • ओएनडीसी एक गैर-लाभकारी कंपनी है जिसका नेटवर्क, नेटवर्क पर सभी ऐप्स के खोज परिणामों में भाग लेने वाले सभी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से उत्पादों एवं सेवाओं के प्रदर्शन को सक्षम करेगा।
  • उदाहरण के लिए, यदि अमेजन एवं वॉलमार्ट के फ्लिपकार्ट दोनों ओएनडीसी के साथ अपने प्लेटफॉर्म को एकीकृत करते हैं, तो अमेजन पर ब्लूटूथ हेडसेट की खोज करने वाले उपयोगकर्ता को अमेजन ऐप पर फ्लिपकार्ट के परिणाम भी दिखाई देंगे।

ONDC ई-कॉमर्स को अधिक समावेशी एवं सुलभ कैसे बनाएगा?

  • ओएनडीसी सरकार को ई-कॉमर्स खंड को और अधिक व्यवस्थित रूप से विनियमित करने में सक्षम करेगा, यह देखते हुए कि क्रेता एवं विक्रेता के मध्य सभी लेनदेन एक स्वतंत्र पोर्टल पर होंगे।
  • ओएनडीसी से उपभोक्ताओं के लिए ई-कॉमर्स को अधिक सबसे सुरक्षित विकल्प व्यापार क्या है समावेशी एवं सुलभ बनाने की अपेक्षा है।
  • उपभोक्ता किसी भी संगत एप्लिकेशन या प्लेटफॉर्म का उपयोग करके संभावित रूप से किसी भी विक्रेता, उत्पाद या सेवा की खोज कर सकते हैं, इस प्रकार उपभोक्ताओं के लिए विकल्प की स्वतंत्रता बढ़ जाती है।
  • यह उपभोक्ताओं को निकटतम उपलब्ध आपूर्ति के साथ मांग का मिलान करने में सक्षम करेगा। इससे उपभोक्ताओं को अपने पसंदीदा स्थानीय व्यवसायों का चयन करने की स्वतंत्रता भी प्राप्त होगी।
  • इस प्रकार, ONDC परिचालनों का मानकीकरण करेगा, स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं को सम्मिलित करने को प्रोत्साहित करेगा, रसद में दक्षता को बढ़ाएगा तथा उपभोक्ताओं के लिए मूल्य में वृद्धि करेगा।
  • यह प्लेटफॉर्म ऑफलाइन खुदरा विक्रेताओं को सशक्त करेगा एवं उन्हें एक ही मंच पर प्रमुख ऑनलाइन विक्रेताओं के सबसे सुरक्षित विकल्प व्यापार क्या है साथ प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति प्रदान करेगा।
  • डिजिटलीकरण का संपूर्ण ढांचा, जिसका व्यापक रूप से सबसे सुरक्षित विकल्प व्यापार क्या है पक्ष पोषण किया जाता है एवं सरकार द्वारा सभी स्तरों पर लागू किया जाता है, इस कदम का आधार है।

चुनौतियां क्या हैं?

  • इस संदर्भ में जहां काफी उत्साह है, वहीं कुछ आशंकाएं भी हैं। लगभग 73% विपणकों ने कहा कि वे लक्ष्य एवं उत्तरदायित्व का स्थान देख रहे हैं एवं ओएनडीसी के माध्यम से ग्राहक सेवा को कैसे संबोधित किया जाता है।
  • इसके अतिरिक्त, क्योंकि यह स्वयं को एक नियामक के स्थान पर एक सुविधाकर्ता के रूप में देखता है, ओएनडीसी निर्दिष्ट नहीं करता है कि रिटर्न, रिफंड एवं रद्दीकरण को किस प्रकार प्रबंधित करना है।
  • किंतु इसने क्रेता एवं विक्रेता के मध्य पारदर्शिता एवं अनुबंध के माध्यम से रिटर्न, रिफंड एवं रद्दीकरण में विश्वास बनाने के लिए विभिन्न उपाय सुझाए हैं।
  • ONDC का लक्ष्य मुख्य रूप से उन लाखों छोटे व्यवसायों को टैप करना है जिनमें प्रायः तकनीकी विशेषज्ञता का अभाव होता है, अतः सरकार को उन्हें प्रस्थापित करने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाना होगा, यह कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स का विचार है, एक समूह जो 80 मिलियन ऐसे व्यवसायों का प्रतिनिधित्व करता है।

"रूसी तेल ख़रीद पर यूरोप के दोहरे मानदंड": विदेश मंत्री एस जयशंकर, जर्मन विदेश मंत्री के साथ हुए यह समझौते

भारत और जर्मनी ने वर्ष 2021 में अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनायी थी

G7 देशों की तरफ से रूसी कच्चे तेल की कीमत $60 प्रति बैरल पर सीमित कर देने के बाद भारत ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस से कच्चे तेल के आयात का मज़बूती से बचाव किया. विदेश मंत्री एस जशंकर ने कहा कि पिछले 9 महीनों में भारत ने यूरोपीय तेल का केवल छठा हिस्सा हिस्सा ही खरीदा है. भारत यात्रा पर आईं जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक (Annalena Baerbock) के साथ कई मुद्दों पर बातचीत के बाद एक मीडिया ब्रीफिंग में जयशंकर ने कहा कि यूरोप अपनी ऊर्जा ज़रूरतों को प्राथमिकता देते हुए भारत से इससे अलग अपेक्षा नहीं कर सकता. विदेश मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि भारत और रूस के बीच व्यापार बढ़ाने पर बातचीत यूक्रेन युद्ध शुरू होने से काफी पहले ही प्रारंभ हो गए थे.

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दोनों विदेश मंत्रियों ने एक द्विपक्षीय समग्र प्रवासन व आवाजाही साझेदारी समझौते (bilateral mobility pact) पर भी हस्ताक्षर किए जिससे दोनों देशों के लोगों को एक दूसरे के देश में पढ़ना और काम करना आसान हो जाएगा. दोनों पक्षों ने रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, पर्यावरण बदलाव और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता भी जताई.

भारत और जर्मनी के विदेश मंत्रियों के बीच हिन्द प्रशांत, यूक्रेन संकट, अफगानिस्तान में स्थिति, पाकिस्तान से जुड़े मुद्दे, सीरिया की स्थिति सहित क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.

जयशंकर ने जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के साथ द्विपक्षीय सहयोग के विविध आयामों पर विस्तृत चर्चा की. बैठक के बाद जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के साथ संयुक्त प्रेस संबोधन में जयशंकर ने कहा कि भारत और रूस के कारोबार को बढ़ाने के बारे में चर्चा यूक्रेन संघर्ष से काफी पहले शुरू हुई थी.

संसदीय समिति की बैठक में पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन बिल पर चर्चा

संसदीय समिति की बैठक में पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन बिल पर चर्चा

New Delhi: सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी संसदीय समिति की बैठक में सबसे सुरक्षित विकल्प व्यापार क्या है पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन बिल पर चर्चा हुई. इस बैठक में झारखंड से सांसद संजय सेठ और निशिकांत दुबे भी शामिल हुए. बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि देश के नागरिकों का निजी डेटा सुरक्षित रखने के लिए कैसी व्यवस्था बनाई जानी चाहिए. उनकी सबसे सुरक्षित विकल्प व्यापार क्या है सबसे सुरक्षित विकल्प व्यापार क्या है गोपनीयता और दुरुपयोग रोकने को लेकर बनी व्यवस्था पर भी चर्चा की गई.

संजय सेठ ने कहा कि भारत मौजूदा समय में दुनिया का सबसे बड़ा ऐसा देश है, जो सूचना प्रौद्योगिकी का बेहतर उपयोग कर रहा है. यह सुखद है कि देश में 100 करोड़ से अधिक मोबाइल धारक हैं और 80 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं. डाटा प्रोटेक्शन के क्षेत्र में भारत बेहतर काम कर रहा है, लेकिन हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हमारे नागरिकों का डेटा सुरक्षित रहे.

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भारत और जर्मनी के विदेश मंत्रियों के बीच हिन्द प्रशांत, यूक्रेन संकट, अफगानिस्तान में स्थिति, पाकिस्तान से जुड़े मुद्दे, सीरिया की स्थिति सहित क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान किया.

जयशंकर ने जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के साथ द्विपक्षीय सहयोग के विविध आयामों पर विस्तृत चर्चा की. बैठक के बाद जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना सबसे सुरक्षित विकल्प व्यापार क्या है बेयरबॉक के साथ संयुक्त प्रेस संबोधन में जयशंकर ने कहा कि भारत और रूस के कारोबार को बढ़ाने के बारे में चर्चा यूक्रेन संघर्ष से काफी पहले शुरू हुई थी.

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