इक्विटी शेयर के प्रकार

Multibagger : इस स्मालकैप स्टॉक ने 1 लाख रुपये बना दिए 49 लाख, लगे सिर्फ 3 साल, अब आ रहा राइट इश्यू
कंपनी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया, कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने कंपनी के मौजूदा इक्विटी शेयरहोल्डर्स को फुली पेड अप कैपिटल शेयर ऑफर करने और जारी करने को मंजूरी दे दी। इसके लिए बाद में रिकॉर्ड डेट तय की जाएगी
- bse live
- nse live
Hazoor Multi Projects Shares : हजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स लि. वैसे तो महज 84 करोड़ रुपये की मार्केट वैल्यू के साथ एक स्मालकैप कंपनी है, लेकिन रिटर्न के मामले में बड़ी-बड़ी कंपनियों को पीछे छोड़ रही है। कंपनी ने पिछले तीन साल के दौरान 4,900 फीसदी रिटर्न दिया है और अब राइट इश्यू की वजह से सुर्खियों में है। कंपनी के बोर्ड ने राइट इश्यू जारी करने को मंजूरी दे दी है, जिनकी इक्विटी शेयर के प्रकार वैल्यू 45 करोड़ से ज्यादा नहीं होगी।
स्माल कैप (Small cap) कंपनी Hazoor Multi Projects Ltd (HMPL) कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी इंडस्ट्री में कारोबार करती है। सड़क निर्माण में कंपनी को विशेषज्ञता हासिल है। देश भर के हाईवे कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में एचएमपीएल के पास कई ग्राहक हैं।
8 Main Difference between Equity share and Preference share – In Hindi
इक्विटी शेयर और वरीयता शेयर (Equity share and Preference share) के बीच मूल अंतर लाभांश की सीमा है। वरीयता शेयर के प्रकार में, लाभांश की दर इश्यू से पहले ही तय हो जाती है लेकिन इक्विटी शेयर इक्विटी शेयर के प्रकार का लाभांश तय नहीं होता है यह वर्ष के लाभ पर निर्भर करेगा।
इन दोनों में अंतर जानने के लिए हमें इन शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना होगा और इस प्रकार समझाया जाएगा: –
The Content covered in this article:
इक्विटी शेयर का अर्थ (Meaning of Equity Share):
“(ए) इक्विटी शेयर इक्विटी शेयर के प्रकार पूंजी-
(i) मतदान के अधिकार के साथ; या
(ii) ऐसे नियमों के अनुसार लाभांश, मतदान, या अन्यथा के रूप में विभेदक अधिकारों के साथ, जैसा कि निर्धारित किया जा सकता है;इक्विटी शेयर के प्रकार
– Section 43 subsection (a) for the Indian Companies Act, 2013
वरीयता शेयर का अर्थ (Meaning of Preference share):
“(बी) वरीयता शेयर पूंजी:
बशर्ते कि इस अधिनियम में निहित कुछ भी वरीयता शेयरधारकों के अधिकारों को प्रभावित नहीं करेगा जो इस अधिनियम के शुरू होने से पहले समापन की आय में भाग लेने के हकदार हैं।”
– Section 43 इक्विटी शेयर के प्रकार subsection (b) for the Indian Companies Act, 2013
इक्विटी शेयर और वरीयता शेयर के बीच अंतर का चार्ट (Chart of Difference between Equity Share and Preference share): –
अंतर का आधार
इक्विटी शेयर
प्राथमिकता शेयर
चार्ट को पीएनजी और पीडीएफ में डाउनलोड करें (Download the chart in PNG and PDF): –
यदि आप चार्ट डाउनलोड करना चाहते हैं तो कृपया निम्न चित्र और पीडीएफ फाइल डाउनलोड करें: –
Chart of Difference between Equity Share and Preference share Difference between Partnership and Company
निष्कर्ष (Conclusion):
इस प्रकार, दोनों प्रकार के व्यवसाय एक दूसरे से एक प्रकार से बहुत भिन्न होते हैं अर्थात इक्विटी शेयर को उनकी सहमति से व्यवसाय चलाने का पूरा अधिकार है, लेकिन वरीयता शेयरधारक दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के साथ-साथ व्यवसाय के प्रबंधन में हस्तक्षेप नहीं कर सकते।
विषय पढ़ने के लिए धन्यवाद।
कृपया अपनी प्रतिक्रिया कमेंट करें जो आप चाहते हैं। अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते इक्विटी शेयर के प्रकार हैं।
Multibagger : इस स्मालकैप स्टॉक ने 1 लाख रुपये बना दिए इक्विटी शेयर के प्रकार 49 लाख, लगे सिर्फ 3 साल, अब आ रहा राइट इश्यू
कंपनी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया, कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने कंपनी के मौजूदा इक्विटी शेयरहोल्डर्स को फुली पेड अप कैपिटल शेयर ऑफर करने और जारी करने को मंजूरी दे दी। इसके लिए बाद में रिकॉर्ड डेट तय की जाएगी
- bse live
- nse live
Hazoor Multi Projects Shares : हजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स लि. वैसे तो महज 84 करोड़ रुपये की मार्केट वैल्यू के साथ एक स्मालकैप कंपनी है, लेकिन रिटर्न के मामले में बड़ी-बड़ी कंपनियों को पीछे छोड़ रही है। कंपनी ने पिछले तीन साल के दौरान 4,900 फीसदी रिटर्न दिया है और अब राइट इश्यू की वजह से सुर्खियों में है। कंपनी के बोर्ड ने राइट इश्यू जारी करने को मंजूरी दे दी है, जिनकी वैल्यू 45 करोड़ से ज्यादा नहीं होगी।
स्माल कैप (Small cap) कंपनी Hazoor Multi Projects Ltd (HMPL) कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी इंडस्ट्री में कारोबार करती है। सड़क निर्माण में कंपनी को विशेषज्ञता हासिल है। देश भर के हाईवे कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में एचएमपीएल के पास कई ग्राहक हैं।
शेयरधारक कॉर्नर
बैंक ऑफ़ बड़ौदा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पहला बैंक था जिसने दिसंबर 1996 में इक्विटी बाजार में प्रवेश किया. उसके बाद बैंक जनवरी 2006 में ‘फॉलोऑन पब्लिक ऑफर’ के साथ आया. बैंक ने भारत सरकार को मार्च 2011, मार्च 2013, जनवरी 2014, मार्च 2015, मार्च 2018, जून 2019 तथा दिसंबर 2019 तथा भारतीय जीवन बीमा निगम को मार्च 2012 में यथासंशोधित सेबी (पूंजी एवं प्रकटीकरण आवश्यकता) विनियमन 2009 के अनुकूल अधिमानी आधार पर इक्विटी शेयर जारी किए. बैंक ने अपने शेयरों का अंकित मूल्य, दिनांक 24 जनवरी, 2015 से प्रभावी रूप में (रेकॉर्ड तारीख 23 जनवरी, 2015) एक इक्विटी शेयर के बदले में पांच जारी करते हुए, रु. 10/- प्रत्येक के बदले रु. 2/- (रुपया दो मात्र) प्रत्येक कर दिया है.
भारत सरकार द्वारा अधिसूचित "बैंक ऑफ बड़ौदा योजना, 2019 के साथ विजया इक्विटी शेयर के प्रकार इक्विटी शेयर के प्रकार बैंक और देना बैंक का समामेलन" के अनुसार दिनांक 01.इक्विटी शेयर के प्रकार 04.2019 को विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ समामेलन कर दिया गया.
बैंक ने अक्टूबर 2019 में बैंक ऑफ बड़ौदा कर्मचारी शेयर खरीद योजना 2019 के अंतर्गत बैंक के पात्र कर्मचारियों को इक्विटी शेयर भी जारी किए हैं. बैंक ने मार्च 2021 में क्यूआईपी इश्यू के अंतर्गत क्यूआईबी को इक्विटी शेयर भी जारी किए हैं.
दिनांक 05.03.2021 को कुल चुकता पूंजी में प्रति शेयर रु. 2/- पूर्ण चुकता के कुल 517,13,62,179 शेयर हैं. भारत सरकार की शेयरधारिता 63.97% सार्वजनिक शेयरधारिता 36.03% है जो कि रिटेल निवेशकों, कर्मचारियों, बैंकों, वित्तीय संस्थानों, अनिवासी भारतीयों, म्यूचुअल फंडों बीमा कंपनियों एवं अन्य द्वारा धारित है.
बैंक का मुख्य उद्देश्य शेयरधारकों के शेयरधारिता मूल्य इक्विटी शेयर के प्रकार में बढ़ोत्तरी करना है. इस दिशा में यह हमारी नीति रही है कि आमजन के साथ बैंक की संरचना, कार्यनीति, वित्तीय आधार, आस्ति गुणवत्ता एवं नई प्रबंधन पहलों को साझा करें.