अपने दलाल दर

RailTel: रेलवे की इस कंपनी के शेयरों में जबरदस्त मुनाफा, केवल एक महीने में 29 फीसद का इजाफा
इंडियन रेलवे द्वारा समर्थित RailTel के शेयरों में पिछले कई दिनों से तेजी देखी जा रही है। तीन महीने से इसके शेयर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। दूसरी तिमाही में रेलटेल का समेकित शुद्ध लाभ लगभग 55.24 करोड़ था। इससे शेयरों को मजबूती मिली है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय रेलवे की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी रेलटेल के शेयर इन दिनों चर्चा में हैं। रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने स्टॉक एक्सचेंज पर 52 सप्ताह का नया उच्च स्तर हासिल किया है। मुनाफे में सुधार के साथ राजस्व के मोर्चे पर अच्छी बढ़त दर्ज करने के बाद निवेशक कंपनी को लेकर उत्साहित हैं।
रेलटेल के शेयर गुरुवार को बीएसई पर 140 से नीचे ट्रेड कर रहे हैं। हाल के दिनों में इसने निवेशकों को दो अंकों में रिटर्न दिया है। तीन महीनों में स्टॉक में लगभग 38 फीसद की तेजी आई है। अकेले मंगलवार को स्टॉक में 10 फीसद से अधिक की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही के लिए रेलटेल के मजबूत मार्केट प्राइज को लेकर विश्लेषक आशावादी हैं और उन्होंने स्टॉक में खरीदारी का सुझाव दिया है।
एक महीने में 29 फीसद का इजाफा
बीएसई पर रेलटेल का शेयर मंगलवार को 52-सप्ताह के उच्च स्तर 137.70 पर पहुंचकर 10% से अधिक चढ़ गया। फिलहाल इसका मार्केट कैप करीब 4,4000 करोड़ के आसपास है। दलाल स्ट्रीट पर एक महीने में रेलटेल के शेयर करीब 29 फीसदी चढ़ चुके हैं। शेयरों ने अब तीन महीने में कम से कम 37.9% लाभ दिया है। आपको बता दें कि इसके स्टॉक की कीमत 16 अगस्त, 2022 को 100 रुपये से कम थी। साल-दर-साल आधार पर देखें तो स्टॉक में लगभग 18% की वृद्धि हुई है।
कैसी है कंपनी की बैलेंस शीट
दूसरी तिमाही में रेलटेल का कुल शुद्ध लाभ लगभग 55.24 करोड़ था। Q1FY23 में कंपनी का लाभ 25.85 करोड़ था, यानी इसमें दोगुने से भी अधिक की बढ़ोतरी हुई है। रेलटेल का एबिटा 8.6 फीसद था। निवेशकों ने कंपनी को पॉजिटिव रेटिंग दी है। मुंबई में अपनी स्वतंत्र ब्रोकरेज फर्म चलाने वाले रजिस्टर्ड ब्रोकर अनुभव दयाल का मानना है कि कंपनी के शेयरों में आगे भी उछाल रहने की उम्मीद है।
(यह जानकारी सामान्य सूचनाओं पर आधारित है। निवेश करते समय अपने विवेक का इस्तेमाल करें।)
HYCM: FX में सहबद्ध विपणन पर पुनर्विचार
कुछ मायनों में, अपने दलाल दर अपने दलाल दर Affiliate Marketing एक अनसंग हीरो है। इसके भाई-बहन, एसईओ, कंटेंट मार्केटिंग और पीपीसी लंबे समय से उन पर सुर्खियों में हैं, जबकि इस कोशिश की और परीक्षण की गई मार्केटिंग मुख्य आधार पर कभी-कभी वह ध्यान नहीं मिलता है जिसके वह हकदार हैं। यही कारण है कि एफएक्स स्पेस में एक संबद्ध प्रोग्राम ढूंढना मुश्किल है जो आकर्षक योजना के सभी बॉक्सों पर टिक करेगा। HYCM के पार्टनरशिप प्रोग्राम, HY Affiliates के मामले में ऐसा नहीं है, जिसे ब्रोकर और उसके सहयोगियों दोनों को परिणाम देने के लिए वर्षों से सिद्ध किया गया है।
आँकड़े
यह सहबद्ध विपणन के लिए बजट हर साल बढ़ने के बावजूद है और इस प्रवृत्ति के धीमा होने का कोई संकेत नहीं है। स्टेटिस्टा के अनुसार, एफिलिएट मार्केटिंग का मूल्य वैश्विक स्तर पर $12bn होने का अनुमान है। एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि 2020 में, सहबद्ध विपणन लिंक्डइन अपने दलाल दर लर्निंग की शीर्ष 10 “कठिन” कौशल की सूची में 7 वें स्थान पर आया, जिसमें “पारंपरिक विज्ञापन की गिरावट और सोशल मीडिया के उदय” का हवाला देते हुए सहबद्ध विपणन कौशल की वर्तमान वांछनीयता का कारण बताया गया। नियोक्ता। एफिलिएट नेटवर्क AWIN के अनुसार, 2020 की शुरुआत में, ब्रांडों में नए 25 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने एक संबद्ध लिंक के माध्यम से खरीदारी की। महामारी की ऊंचाई तक यह आंकड़ा 37 प्रतिशत तक था और फिर से खुलने के बाद से 30 प्रतिशत से ऊपर बना अपने दलाल दर हुआ है।
विविधीकरण के रूप में संबद्ध विपणन
विदेशी मुद्रा उद्योग में, जबकि हम दोनों सहयोगी और आईबी (परिचयकर्ता दलाल) के मूल्य को पहचानते हैं, ऐतिहासिक रूप से यह आईबी रहा अपने दलाल दर है जिसने सबसे अधिक कर्षण प्राप्त किया है क्योंकि ये भागीदार अपने स्वयं के व्यापारियों को अपने साथ लाने के लिए प्रवृत्त थे और इस प्रकार उन्हें अधिक विश्वसनीय माना जाता था। मात्रा का स्रोत। भले ही एसईओ और पीपीसी प्रमुखता से बढ़े हैं, यह एक खुला रहस्य है कि कई विदेशी मुद्रा दलालों की मात्रा का एक बड़ा हिस्सा उपरोक्त कारणों से आईबी संबंधों के माध्यम से उत्पन्न होता रहता है।
HYCM में, हमने पाया है कि एक आधुनिक संबद्ध विपणन रणनीति विकसित करना हमारे वॉल्यूम स्ट्रीम में विविधता लाने का एक शानदार तरीका है और संभावित रूप से हमारी सेवाओं को उन सेगमेंट तक खोलना है जो अन्य माध्यमों से नहीं पहुंच सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इंटरनेट के शुरुआती दिनों से विकसित हुई सोशल मीडिया तकनीकों ने सहबद्ध विपणन रणनीतियों के लिए आदर्श परिस्थितियों का निर्माण किया है। चाहे वह प्रभावशाली हों, निचे हों, या स्थानीयकृत संदेश हों, जो आपकी प्राथमिकता है, अब हमारे पास जो प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं, वे संबद्ध विपणन की इन तीनों विभिन्न शैलियों को विकसित करने के लिए आदर्श हैं।
अपने कमीशन सही प्राप्त करें
जब आपकी कमीशन संरचना निर्धारित करने की बात आती है तो बाजार अनुसंधान महत्वपूर्ण होता है। यह देखने के लिए कि आप अपनी खुद की पेशकश को कैसे अलग कर सकते हैं, यह देखने के लिए आपके सेगमेंट में अन्य ब्रोकर क्या पेशकश कर रहे हैं, इस पर शोध करने में कुछ समय व्यतीत करें। उदाहरण के लिए, हमारे संबद्ध कार्यक्रम HY Affiliates में, हमने प्रति अधिग्रहण $1,000 तक की पेशकश करने का विकल्प चुना। यह स्वीकार करते हुए कि प्रतिस्पर्धी सीपीए कैसे बनते जा रहे हैं, हमने सामान्य रूप से उपलब्ध चीजों के उच्च स्तर पर कमीशन देने का फैसला किया क्योंकि हम अपने मूल्य वर्धित टूल, सेवाओं और समर्थन संरचना की क्षमता में एक बार आने वाले ग्राहकों को बनाए रखने के लिए आश्वस्त हैं।
अपनी सहबद्ध पेशकश को और अधिक विशिष्ट बनाने के लिए, हमने अपनी साझेदारी को यथासंभव लचीला बनाने का भी निर्णय लिया है। इसमें हमारे सहयोगियों को राजस्व हिस्सेदारी और प्रति-लॉट छूट के साथ-साथ मानक सीपीए मॉडल का विकल्प देना शामिल है।
अपने सहयोगियों को ठीक से प्रबंधित करें
उपरोक्त के साथ, संबद्ध प्रबंधन प्रणालियों के महत्व को समझना महत्वपूर्ण है। अपर्याप्त प्रबंधन के कारण हम इस बात पर पर्याप्त जोर नहीं दे सकते कि कितने संबद्ध कार्यक्रम विफल हो जाते हैं। अब हम यहां इन-हाउस विकसित या तृतीय-पक्ष प्रबंधन प्रणालियों के गुणों पर बहस करने के लिए नहीं हैं। हालांकि, हम जो कहेंगे, वह यह है कि यदि आप उद्योग से जुड़े सहयोगियों से बात करते हैं, तो वे सभी समय पर भुगतान और रिपोर्टिंग की बात करते समय पूर्ण पारदर्शिता को महत्व देते हैं।
दूसरे शब्दों में, आपके सहयोगियों को यह जानने में सक्षम होना चाहिए कि किसी भी समय अपने दलाल दर उनके खाते की स्थिति आपके साथ क्या है, जिसमें मिनट तक का रूपांतरण डेटा शामिल है। साथ ही, जब उनके कमीशन वापस लेने की बात आती है तो उनके लिए शून्य घर्षण होना चाहिए। आप उनके लिए इस प्रक्रिया को जितना आसान बनाते हैं, उनके आपके साथ रहने की संभावना उतनी ही अधिक होती है, और आप अपने कारण के लिए अधिक सहयोगियों को आकर्षित करने की संभावना रखते हैं।
अंतिम विचार
यह कभी न भूलें कि आजकल उद्योग की परवाह किए बिना सहयोगी कंपनियों को पसंद के लिए खराब कर दिया गया है। आप केवल कमीशन देकर किसी का भला नहीं कर रहे हैं। आपको अपनी पेशकश को प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी अपने दलाल दर चाहिए, लेकिन यह भी दिखाना चाहिए कि आप इन लोगों को उन भागीदारों के रूप में महत्व देते हैं जो आपके संगठन की सफलता का हिस्सा हैं।
यही कारण है अपने दलाल दर कि सबसे विश्वसनीय और स्थापित वैश्विक विदेशी मुद्रा दलालों में से एक के साथ साझेदारी करना, जैसे कि एचवाईसीएम, हमारे संबद्ध कार्यक्रम एचवाई संबद्धों में शामिल होकर, हमारे सहयोगी न केवल अपने ग्राहकों को ऑनलाइन की रोमांचक और तेजी से बढ़ती दुनिया में पेश करने की संभावना से लाभान्वित होते हैं। व्यापार लेकिन उच्च स्तर के कमीशन अर्जित करने और अपने यातायात के साथ उच्च रूपांतरण दर उत्पन्न करने के अवसर से भी।
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Pashu Kisan Credit Card Yojana 2022, Online Registration, Eligibility & Application form PDF
Pashu Kisan Credit Card Yojana, भारत सरकार द्वारा सन 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए सरकार ने Pashu Kisan Credit Card Yojana का शुभारंभ किया है। योजना के अंतर्गत पशुपालक के पास भैंस है तो 60249 रूपये का एवं गाय है तो उसे 40786 रूपये का ऋण दिया जाएगा। गाय एवं भैंस पालने के अलावा मछली पालन, मुर्गी पालन, भेड़ पालन एवं बकरी पालन को भी इसमें शामिल किया गया है। पशुपालक यदि Pashu Kisan Credit Card Scheme का लाभ प्राप्त करना चाहता है तो उसे पशु किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना होगा। इससे जुड़ी अधिक जानकारी नीचे दी गई है।
Pashu Kisan Credit Card Yojana
Table of Contents
Pashu Credit Card का आरंभ हरियाणा के पशुपालन एवं कृषि मंत्री श्री जेपी दलाल जी के द्वारा किया गया था। योजना के अंतर्गत जो लोग पशुओं को पालते हैं उन्हें सरकार के द्वारा से ऋण दिया जाएगा। पशुपालक के पास भैंस है तो उसे 60249 रूपये का ऋण एवं गाय है तो उसे 40786 रूपये का ऋण दिया जाएगा। पशुपालक क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ प्राप्त करना चाहता है तो उनको पशु क्रेडिट कार्ड बनवाना होगा। किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत दी गई राशि पर ब्याज उसी दिन से लगेगा जिस दिन से पशुपालक को पहली किस्त की राशि प्राप्त होगी। ब्याज 1 साल के अंतराल में 4% ब्याज दर के साथ पशुपालक को लोटानी होगी। इससे जुड़ी अधिक जानकारी नीचे दी गई है।
Overview Kisan Credit Card Yojana
योजना का नाम | Pashu Kisan Credit Card Yojana |
किसने द्वारा लांच की गई | श्री जेपी दलाल जी के द्वारा |
राज्य | हरियाणा |
लाभार्थी | हरियाणा राज्य के पशुपालक |
उद्देश्य | पशुपालन व्यवस्था में वृद्धि करना |
आधिकारिक वेबसाइट | pashudhanharyana.gov.in |
Loan up to how much rupees can be availed through Pashu Kisan Credit Card?
किसान क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से अधिकतम 3 लाख की राशि प्राप्त कर सकते है। इन 3 लाख में से 1.60 लाख रुपए तक की राशि प्राप्त करने के लिए कोई भी गारंटी देने की आवश्यकता नहीं है और बाकी की रकम प्राप्त करने के लिए आपको गारंटी की जरूरत पड़ेगी।
Pashu Kisan Credit Card Yojana
Interest rate in Pashu Kisan Credit Card Scheme
ऑनलाइन आवेदन करने के बाद पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करवाया जाएगा। जो कि आमतौर वाले बैंकों से 7% पर की ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाता है, लेकिन यह कार्ड के माध्यम से राशि का 4% ब्याज देना होगा। बाकी के 3% की छूट केंद्र सरकार द्वारा दी गई है।
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Details of amount received on animals in Pashu Kisan Credit Card
किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत पशुपालकों को गाय के 40,786 रूपये, भैंस के 60,249 रूपये, भेड़ व बकरी के 4,063 रूपये, अंडे देने वाली मुर्गी के 720 रूपये व सूअर रखने वाले को 16,337 रूपये की राशि देने का प्रावधान किया गया है।
पशु का नाम | ऋण की राशि |
भैंस | ₹60,249 |
गाय | ₹40,786 |
भेड़ एवं बकरी | ₹4063 |
अंडे देने वाली मुर्गी | ₹720 |
New Announcement of Pashu Kisan Credit Card Yojana [New Update]
योजना के अंतर्गत राज्य में लगभग 6 लाख पशुपालकों के किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गया है क्रेडिट कार्ड पर अधिकतम 3 लाख रुपए तक का ऋण प्राप्त होगा उसमें से 1,60,000 रुपए तक के लोन में किसी की कोई गारंटी नहीं होगी। बैंकों द्वारा 7% की ब्याज दर पर लोन दिया जाता है। परंतु इस क्रेडिट कार्ड के माध्यम से आपको 7% के बजाय 4% है काही ब्याज देना पड़ेगा और 3% केंद्र सरकार के द्वारा छूट दी गई है। योजना के अंतर्गत 1,50,000 से अधिक फॉर्म अप्लाई हो चुके हैं।
Gold Silver Price: शादी के लग्न शुरू होने से पहले 7वें आसमान पर सोना और चांदी
Gold Silver Price: सोना और चांदी के दाम में सातवें आसमान में पहुंचने लगे हैं। इस कारोबारी हफ्ते के लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी सोने के साथ-साथ चांदी की कीमत में बढ़त दर्ज गई। बुधवार को सोने जहां के भाव 271 रुपये चढ़े वहीं चांदी 324 रुपये किलो की दर से महंगी हुई। इसके बाद सोना 53000 रुपये प्रति 10 ग्राम तो चांदी 62594 रुपये प्रति को दर बंद हुई। हालांकि सोना और चांदी अभी भी अपने उच्चतम स्तर से करीब 3100 रुपये और चांदी 17400 रुपये सस्ता मिल रही है।
इस कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन बुधवार को सोने के 271 रुपये चढ़कर 53094 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया। जबकी चांदी 324 रुपये प्रति किलो की दर से महंगी अपने दलाल दर होकर 62594 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई।
जबकि इस कारोबार हफ्ते के पहले दिन मंगलवार को सोना 393 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से महंगा होकर 52823 रुपये पर बंद हुआ था। जबकी चांदी 687 रुपये प्रति किलो की दर से महंगी होकर 62270 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी।
इस तरह बुधवार को 24 कैरेट वाला सोना 271 रुपया महंगा होकर 53094 रुपये, 23 कैरेट वाला सोना 270 रुपया महंगा होकर 52881 रुपये, 22 कैरेट वाला सोना 248 रुपया महंगा होकर 48634 रुपये, 18 कैरेट वाला सोना 204 रुपया महंगा होकर 39821 रुपये और 14 कैरेट वाला सोना 158 रुपये महंगा होकर 31060 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ।
इस तरह सोना अपने उच्चतम स्तर से करीब 3106 रुपये प्रति 10 ग्राम रुपये और चांदी करीब 17386 रुपये प्रति किलो की दर से सस्ता मिल रहा था। गौरतलब है कि सोने ने अगस्त 2020 में अपना ऑलटाइम हाई बनाया था। उस वक्त सोना 56200 रुपये प्रति दस ग्राम के स्तर तक चला गया था। वहीं चांदी का अबतक का उच्चतम स्तर 79980 रुपये प्रति किलो है।
देश के बड़े शहरों में Gold Price और Silver Price
दिल्ली (Delhi Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48150, 24ct Gold : Rs. 52510, Silver Price : Rs. 62000
मुंबई (Mumbai Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48000, 24ct Gold : Rs. 52360, Silver Price : Rs. 62000
कोलकाता (Kolkata Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48000, 24ct Gold : Rs. 52360, Silver Price : Rs. 62000
चेन्नई (Chennai Gold Price)
22ct Gold : Rs. 49600, 24ct Gold : Rs. 54110, Silver Price : Rs. 68500
हैदराबाद (Hyderabad Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48000, 24ct Gold : Rs. 52360, Silver Price : Rs. 67500
बंगलुरु (Bangalore Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48050, 24ct Gold : Rs. 52410, Silver Price : Rs. 67500
मंगलुरु (Mangalore Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48050, 24ct Gold : Rs. 52410, Silver Price : Rs. 67500
अहमदाबाद (Ahmedabad Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48050, 24ct Gold : Rs. 52410, Silver Price : Rs. 62000
सूरत (Surat Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48050, 24ct Gold : Rs. 52410, Silver Price : Rs. 62000
नागपुर (Nagpur Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48030, 24ct Gold : Rs. 52390, Silver Price : Rs. 62000
पुणे (Pune Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48030, 24ct Gold : Rs. 52390, Silver Price : Rs. 62000
भुवनेश्वर (Bhubaneswar Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48000, 24ct Gold : Rs. 52360, Silver Price : Rs. 67500
चंडीगढ़ (Chandigarh Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48150, 24ct Gold : Rs. 52510, Silver Price : Rs. 62000
इंदौर (Indore Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48650, 24ct Gold : Rs. 52620, Silver Price : Rs. 68670
जयपुर (Jaipur Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48150, 24ct Gold : Rs. 52510, Silver Price : Rs. 62000
लखनऊ (Lucknow Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48150, 24ct Gold : Rs. 52510, Silver Price : Rs. 62000
पटना (Patna Gold Price)
22ct Gold : Rs. 48030, 24ct Gold : Rs. 52390, Silver Price : Rs. 62000
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बिचौलियों के मंसूबे पर फिरा पानी, दुकानों में खाद्य विभाग का छापा, लाखों रुपए का धान जब्त
अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी जा रही है। सरकार द्वारा पंजीकृत किसानों से धान खरीदा जा रहा है। वहीं बिचौलिए व दलाल भी धान अवैध तरीके से खपाने की जुगत में लगे हुए हैं। हालांकि सरकार के निर्देश पर स्थानीय स्तर पर अफसर मुस्तैद हैं। इसी का नतीजा है कि बिचौलिए व दलाल अपने मंसूबे पर कामयाब नहीं हो रहे। छत्तीसगढ़ के सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार के निर्देश पर समितियों में अवैध धान खपाने वाले कोचियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है तथा अवैध धान की जब्ती की जा रही है। इसी कड़ी में आज राजस्व, खाद्य व मंडी बोर्ड के संयुक्त टीम द्वारा सीतापुर में दो दुकानों में अवैध भंडारित 68 क्ंिवटल धान व 40 नग बोरा को जब्त किया गया। जानकारी के अनुसार सीतापुर एसडीएम रवि राही के निर्देश पर तहसीलदार मुखदेव यादव के नेतृत्व में संयुक्त टीम द्वारा तहसील अंतर्गत क्षेत्रों में सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है जिसमें गुरुवार को दिनेश बेहरा के सीतापुर स्थित दुकान से 16 क्ंिवटल अवैध भंडारित धान व 40 नग धान बोरा जब्त किया गया तथा ग्राम राजौटी में विजय गुप्ता के दुकान से 52 क्ंिवटल अवैध धान जब्त किया गया। 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारम्भ हो गया है। इस दौरान व्यापारियों द्वारा स्टॉक से अधिक अवैध रूप से भंडारित धान की जांच पड़ताल निगरानी दलों द्वारा की जा रही है।