जमा और निकासी

जमा और निकासी
क्या भारत में परिमैच साइट लीगल , कैसे करें इससे जमा और निकासी
भारत में परिमैच का उपयोग करना क्या लीगल हैं और जानिए कैसे करें जमा निकासी।
भारत के लोग क्रिकेट के साथ काफी सारे खेलों को देखना पसंद ही नहीं करते हैं बल्कि इन खेलों पर बेट लगाना भी काफी पसंद हैं। इतना ही नहीं जमा और निकासी आज के समय में ऑनलाइन सट्टेबाजी करना लोकप्रीय काम में से एक बन चुका हैं। क्रिकेट बैटिंग के लिए भी आप घर बैठे ही अपने पसंदीदा किसी खेल पर अपने फोन या लैपटॉप से ही सट्टा लगाकर अपनी किस्मत को आजमा सकते हैं। आज के समय में यह इतना आसान है कि इसके लिए आपको किसी भी स्थान पर जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। साथ ही इसके कई साइटें हमारे सामने उपलब्ध हैं , आप उन पर सीधा जाकर सट्टा लगाकर घर बैठे ही अपने पैसे को डबल कर सकते हैं। भारत में कई सारी साइट हैं , जिनपर सट्टेबाजी करना जमा और निकासी बेहद आसान है वहीं भारत में इसपर सट्टेबाजी को जाती है। इन्हीं प्रसिद्ध साइट में से एक परी मैच ऐप हैं। जो भारत में काफी लोकप्रिय और विश्वसनीय है। क्योंकि यह एक लीगल साइट में से एक हैं। परिमैच ऐप को एक गैंबलिंग के रूप में जाना जाता हैं। इससे पहले आप परीमैच पर बैटिंग करना आरंभ करें उससे पहले इस साइट के बारे में जान लें। तो चलिए आपको बताते हैं कि परीमैच ऐप क्या हैं और क्या यह भारत में लीगल हैं।
परिमैच तेजी से भारत में सबसे लोकप्रिय सट्टेबाजी साइटों में से एक बनती जा रही है , और अच्छे होने के बहुत से कारण भी हैं। यह काफी पुरानी साइट है और एक बेहतरीन स्पोर्ट्सबुक और विविध कैसीनो सेक्शन के साथ , परिमैच सभी प्रकार के पंटर्स के लिए एकदम सही जगह है। परिमैच डॉउनलोड करना काफी आसान है आपको अपने फोन में इसकी ऐप्स अपने फोन में डाल सकते हैं। साथ ही पहले आपको इसकी ऐपीके फाइल फोन में डालनी होती है। यदि आप परिमैच को डॉउनलोड करना चाहते है , तो सीधा इसकी साइट पर जाकर अपने फोन में डॉउनलोड कर सकते हैं। क्रिकेट से लेकर कई सारे अन्य खेलों और कैसीनो पर भी आप अपना दांव खेल सकते हैं। यह क्रिकेट सट्टेबाजी साइट के लिए प्रसिद्ध हैं।
बता दें कि दुनिया भर में परीमैच का उपयोग काफी समय पहले से किया जा रहा है , लेकिन कुछ समय पहले ही में उन्होंने भारत के खिलाड़ियों को स्वीकार करना शुरू कर दिया। भारतीय के लिए यहां सुविधा दी जाती है भारतीय पैसा स्वीकार करती है। इसपर निकासी और जमा करना आसान प्रकिया बन चुका हैं। साथ ही बुकमेकर के नियम के अनुसार इसपर दूसरा खाता खोलना संभव नहीं हैं। यदि यह निर्धारित किया जाता है कि कोई व्यक्ति कई Parimatch खातों का उपयोग कर रहा है , तो उन सभी खातों को स्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा , उन्हें पुनर्प्राप्त करने का कोई तरीका नहीं होगा। आप इस स्पोर्ट्सबुक के साथ एक और खाता पंजीकृत करने में भी असमर्थ होंगे , जो आपको इसकी सेवाओं का उपयोग करने से रोकेगा।
क्या भारत में परिमच खेलना कानूनी है ?
1867 का सार्वजनिक जुआ अधिनियम , जो जुआ संस्थानों को काम करने से रोकता है और पर्यटकों को भारत में परिमैच में जाने से रोकता है , आपको पहचानने योग्य हो सकता है। दूसरी ओर , जमा और निकासी परिमैच , भारत के बाहर एक ऑनलाइन बुकमेकर प्लेटफॉर्म चलाकर कानून से बचकर चलता है , जिससे भारतीयों को कानूनी नतीजों के डर के बिना अपनी पसंदीदा साइट पर जुआ खेलने की अनुमति मिलती है। इंटरनेट पर दांव लगाने के लिए किसी भारतीय के खिलाफ कभी भी मामला दर्ज नहीं किया गया है।
वैसे तो भारत में सट्टेबाजी करना लीगल नहीं है लेकिन बाहर की साइट पर ऑनलाइन सट्टेबाजी पर कोई कानून नहीं बना है। इसलिए काफी सारे भारतीय बेटिंग साइट क्रिकेट के लिए परिमैच का इस्तेमाल करते हैं।
परिमैच पर पंजीकरण कैसे करें
- वेबसाइट पर या मोबाइल एप्लिकेशन में संबंधित बटन को टैप करके , आप तुरंत पंजीकरण कर सकते हैं। फिर आपको पंजीकरण पृष्ठ पर भेज दिया जाएगा। खाता बनाने के लिए , आपको इन की आवश्यकता होगी :
- एक पासवर्ड बनाएं और अपनी बुनियादी व्यक्तिगत जानकारी ( आयु , पता , ईमेल पता , आदि ) के साथ पेज फिल करें।
- आपके द्वारा प्रदान की गई जानकारी की दोबारा जांच करके अपना खाता सत्यापित करें।
- क्योंकि सेवा चौबीसों घंटे काम करती है और आने वाले सभी पंजीकरण अनुरोधों को तुरंत संसाधित करती है , पंजीकरण और सत्यापन प्रक्रिया त्वरित होगी।
परिमैच स्पोर्ट्स बेटिंग
परिमैच खेल आयोजनों , ई - स्पोर्ट्स और गैर - स्पोर्ट्स दांवों का एक विविध चयन प्रदान करता है। लगभग 40 खेल विषयों , साथ ही ई - स्पोर्ट्स , राजनीतिक दांव और मनोरंजन का प्रतिनिधित्व लाइन पर किया जाता है। दांव लगाने के लिए सभी प्रमुख खेल उपलब्ध हैं।
- फ़ुटबॉल
- क्रिकेट
- टेबल टेनिस
- क्रिकेट
- वॉलीबॉल
- टेनिस
- यूएफसी
- बास्केटबॉल और भी बहुत कुछ
Parimatch के आधिकारिक वेबपेज पर , 150 से अधिक बहु - स्तरीय टूर्नामेंट , जिनमें निम्न - लीग प्रतियोगिताएं शामिल हैं , सूचीबद्ध हैं। शीर्ष स्थिति टूर्नामेंट में 2500 तक बाजार उपलब्ध हैं।
पारिमैच ऑनलाइन कैसीनो
नए खिलाड़ी दुनिया में कहीं से भी कैसीनो मनोरंजन की आकर्षक दुनिया में खुद को विसर्जित करने के लिए कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस का उपयोग कर सकते हैं। प्रत्येक नए खिलाड़ी को कैसीनो विभाग में मौज - मस्ती करने और बड़ी जीत हासिल करने का एक तरीका मिलेगा , जिसे महान पैसे के एक सुंदर उत्सव के माहौल में बनाया गया है।
प्रसिद्ध आपूर्तिकर्ताओं के कई स्लॉट सेवा पर उपलब्ध हैं , हर एक अद्वितीय है और आपको यहां पर एक सुंदर और रंगीन डिजाइन , संगीत और भारी मात्रा में धन प्रदान होता है। स्लॉट एंड्रॉइड और आईओएस स्मार्टफोन पर खेलने के लिए हैं , लेकिन वे आपके डिवाइस की डिस्प्ले सेटिंग्स को समायोजित करते हुए अधिकांश समकालीन उपकरणों पर भी काम करेंगे।
परिमच में निकासी और जमा के तरीके
आप विभिन्न भुगतान विधियों का उपयोग करके परिमच से पैसे निकाल सकते हैं , जैसे आप जमा कर सकते हैं। हालांकि , यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आपको जमा और निकासी दोनों के लिए एक ही विधि का उपयोग करना चाहिए।
जल्दी और सुरक्षित रूप से जमा करने के लिए , निर्देशों का पालन करें :
अगर आप भी Bank Account से निकालते हैं 20 लाख रुपए से ज्यादा, जान लीजिए क्या कहता है SBI का नियम
नई दिल्ली। देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ( State Bank of India ) अपने ग्राहकों को समय-समय पर हिदायतें, जरूरी जानकारी और अलर्ट जारी करता रहता है। वहीं इस बात की भी जानकारी देता है कि आप ऐसा कौन सा काम कर सकते हैं, जिससे आपको बैंकिंग प्रोसेस में आसानी हो। इस बार बैंक ( SBI Bank ) ने अपने उन ग्राहकों को जानकारी दी है जो सालाना 20 लाख रुपए की कैश ट्रांजेक्शन ( Cash Transaction ) करते हैं। एसबीआई ( SBI ) ने बताया कि वो कैसे कैश निकासी के बाद भी टीडीएस ( TDS ) से बच सकते हैं। इसके लिए एसबीआई कस्टमर को तीन ही स्टेप फॉलो करने होंगे। आइए आपको आपको भी बताते हैं आखिर एसबीआई की ओर से टीडीएस से बचने के कौन से तरीके बताएं हैं।
किस रूल के तहत कटता है टीडीएस
वास्तव में जिसने बीते तीन सालों में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल नहीं किया है और सालाना 20 लाख या उससे ज्यादा रुपयों की निकासी करते हैं तो सेक्शन 194 N के तहत टीडीएस काटा जाता है। एसबीआई ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से इस बारे में जानकारी दी भी।
ऐसा क्या करें, जिससे ना कटे टीडीएस
- सबसे पहले तो आपको बैंक में पैन कार्ड की डिटेल्स जमा करनी होगी। अगर पहले से ही जमा है तो कोई जरुरत नहीं है।
- पैन कार्ड न होने के कारण टैक्स की देनदारी बढ़ जाती है।
- वहीं आपको इनकम टैक्स रिटर्न की डिटेल्स देनी होगी।
लगातार तीन साल टीडीएस ना देने पर देना होगा एक जुलाई से ब्याज
-अगर आप सालाना 20 लाख रुपए तक कैश की निकासी करते हैं तो पैन जमा करने या न करने की स्थिति में कोई ब्याज नहीं देने की जरुरत नहीं।
- 20 लाख 1 रुपए से लेकर 1 करोड़ रुपएतक का कैश विड्रॉल करने की कंडीशन में पैन कार्ड जमा होने पर 2 फीसदी टैक्स और पैन डिटेल्स ना जमा करने पर 20 फीसदी टीडीएस देना पड़ सकता है।
- अगर किसी व्यक्ति ने 1 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश विड्रॉल किया है और पैन कार्ड डिटेल्स जमा है तो 5 फीसदी टीडीएस देना होगा। वहीं पैन ना देने की स्थिति में 20 फीसदी टीडीएस देना होगा।
- एसबीआई के अनुसार ग्राहकों ने पिछले 3 साल इनकम टैक्स रिटर्न जमा और निकासी नहीं दिया और 1 करोड़ रुपए से ज्यादा निकासी भी की तो 2 फीसदी की दर से टैक्स कटता रहेगा।
बैंक में 20 लाख से अधिक जमा-निकासी पर पैन या आधार जरूरी
नई दिल्ली। सरकार ने टैक्स चोरी रोकने के लिए अब एक और नियम लागू कर दिया है। एक वित्त वर्ष में 20 लाख रुपये से ज्यादा की जमा और निकासी पर यह नियम बुधवार से लागू हो गया है। ऐसे मामले में ग्राहक को पैन कार्ड या आधार देना जरूरी है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने अधिसूचना में कहा कि यह नियम बैंक, डाकघर या सहकारी सोसायटी में खोले गए एक या फिर उससे ज्यादा सभी खातों पर लागू होगा।
हर व्यक्ति को इसका पालन करना होगा। यह स्पष्ट नहीं है कि चालू वित्त वर्ष में 26 मई से पहले हुए लेनदेन पर नया नियम लागू होगा या नहीं। अब तक बैंक अधिकारियों को सुनिश्चित करना होता है कि जो व्यक्ति पैसा जमा कर रहा है या निकाल रहा है, उसके पास पैन कार्ड है या नहीं।
वैसे अभी तक साल में नकदी जमा करने या निकालने के लिए सीमा तय नहीं थी। जिस पर पैन या आधार की जरूरत हो। इससे बड़े पैमाने पर नकदी को इधर से उधर किया जाता था। हालांकि एक दिन में 50 हजार रुपये की निकासी या जमा पर यह नियम जरूर लागू था।
इसके पीछे सरकार का मकसद नकदी के लेन-देन का पता करना है। यह नियम केवल बैंकों या डाकघर के लिए ही नहीं होगा, बल्कि सहकारी सोसाइटियों पर भी लागू होगा। इसी के साथ अगर आप नया चालू खाता खोलते हैं तो उसके लिए भी पैन जरूरी कर दिया गया है।
जानकारों का मानना है कि इस नए नियम के तहत सरकार अर्थव्यवस्था में जमा और निकासी नकदी को रोकने की कोशिश करेगी। सालाना विवरण (एआईएस) और टीडीएस के सेक्शन 194 एन के जरिये सरकार पहले से ही इसे ट्रैक कर रही है। पर अब बहुत ही आसानी से नकदी के लेन-देन का पता लगाया जा सकेगा।
छोटे लेनदेन के जरिये टैक्स चोरी
नोटबंदी के बाद से भी बड़े पैमाने पर छोटे लेनदेन हो रहे हैं। इसका पता लगा पाना सरकार के लिए आसान नहीं था। इससे बड़े पैमाने पर कर चोरी होती थी। पर अब नए नियम से एक-एक रुपये तक के लेनदेन का पता किया जा सकता है। सरकार ने पैन और आधार कार्ड को लिंक कर दिया है। इसलिए पैन की जगह आधार कार्ड भी इस लेनदेन के लिए मान्य होगा।
इतनी जमा-निकासी पर पैन या आधार जरूरी
पैसा निकालने के लिए आप को नए नियमों new rules का पालन करना पड़ेगा। इसके तहत अब आप बैंक या पोस्ट-ऑफिस Bank or Post-office में 20 लाख रुपए से अधिक राशि जमा करते हैं या निकालते हैं, तो इसके लिए पैन नंबर या आधार कार्ड Pan number or Aadhar card की पूरी जानकारी देना होगी। यह सीमा एक वित्त वर्ष के लिए निर्धारित की गई है। एक वित्त वर्ष में 20 लाख रुपए से ज्यादा की जमा और निकासी deposit and withdrawal पर यह नियम बुधवार से लागू हो गया है।
ऐसे मामले में ग्राहक को पैन कार्ड या आधार देना जरूरी है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड Central Board of Direct Tax ने अधिसूचना में कहा कि यह नियम बैंक, डाकघर या सहकारी सोसायटी co-operative society में खोले गए एक या फिर उससे ज्यादा सभी खातों पर लागू होगा। अब हर व्यक्ति को इस नए नियम का पालन करना पड़ेगा।
यह स्पष्ट नहीं है कि चालू वित्त वर्ष में 26 मई से पहले हुए लेनदेन पर नया नियम new rules लागू होगा या नहीं। अब तक बैंक अधिकारियों bank officials को सुनिश्चित करना होता है कि जो व्यक्ति पैसा जमा कर रहा है या निकाल रहा है, उसके पास पैन कार्ड है या नहीं। जबकि अभी तक साल में नकदी जमा cash deposit करने या निकालने के लिए सीमा तय नहीं थी।