ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें

Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में करना है इन्वेस्ट तो फोकस्ड फंड का करें चुनाव! मिलेगा मोटा रिटर्न
Investment Tips in Mutual Fund: इक्विटी फंड में निवेशकों का पैसा 50 से 100 स्टॉक्स में निवेश किया जा सकता है, लेकिन फोकस्ड फंड में यह सिमिट केवल 100 स्टॉक तक की है.
By: ABP Live ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें | Updated at : 06 Sep 2022 09:49 AM (IST)
Mutual Fund Investment Tips: पिछले कुछ सालों में म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसका सबसे बड़ा कारण हैं कि इसमें निवेश करने पर आपको कम रिस्क (Less Risk Investment) में ज्यादा से ज्यादा रिटर्न का लाभ मिलता है. अगर आप छोटे-छोटे पार्ट में निवेश करना चाहते हैं तो एसआईपी (SIP) एक शानदार निवेश का ऑप्शन हो सकता है. यह निवेशकों को लंबे वक्त में बड़े फाइनेंशियल गोल्स (Financial Goals) को प्राप्त करने में मदद करता है. अगर आपको मल्टी टाइम रिटर्न (Multi Time Return) का लाभ प्राप्त करना हैं तो आपके लिए फोकस्ड फंड एक म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट (Focused Fund Mutual Fund Investment) का एक शानदार ऑप्शन है. अब सवाल उठता है कि फोकस्ड फंड (Focused Fund) क्या है. इसमें कैसे निवेश किया ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें जा सकता है और इसमें आपको कितना रिटर्न मिल सकता है. आइए जानते हैं इस सभी सवालों के जवाब-
30 स्टॉक में किया ज्यादा है निवेश
आमतौर पर इक्विटी फंड में निवेशकों का पैसा 50 से 100 स्टॉक्स में निवेश किया जा सकता है, लेकिन फोकस्ड फंड में यह सिमिट केवल 100 स्टॉक तक की है. इन 30 स्टॉक्स में आपका पैसा फंड मैनेजर द्वारा किसी भी स्टॉक्स जैसे लार्ज कैप, मिडकैप और स्मॉल कैप किसी भी तरह के ऑप्शन में निवेश किया जा सकता है.
कुछ खास सलेक्टेड स्टॉक्स में पैसे किए जाते हैं निवेश
जैसा कि इस म्यूचुअल फंड के नाम से ही पता चलता है कि फोकस्ड फंड में आपके पैसों को कुछ खास सिलेक्ट फंड में निवेश किया जाता है. इन फंड का चुनाव केवल इस आधार पर होता है कि निवेशकों को कहां से ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिल सकता है. फोकस्ड फंड कुल दो तरीके के होते हैं. इसमें पहला फोकस्ड इक्विटी फंड और दूसरा फोकस्ड डेट फंड. फोकस्ड इक्विटी फंड का पैसा स्टॉक्स में निवेश किया जाता है. वहीं फोकस्ड डेट फंड का पैसा डेट मार्केट में निवेश किया जाता है.
किसी भी स्टॉक में पैसे किए जा सकते हैं निवेश
आपको बता दें कि फंड मैनेजर (Fund Manager) अपनी समझ और स्ट्रैटिजी के हिसाब से पैसों को निवेश करने की प्लानिंग बनाता है. इसके साथ ही फंड मैनेजर निवेशकों के पैसों को किसी भी सेक्टर के स्टॉक्स में निवेश कर सकता है, लेकिन इस स्टॉक्स की संख्या 30 से अधिक नहीं होनी चाहिए. इसमें फार्मा, एनर्जी, केमिकल आदि हर तरह के स्टॉक शामिल हैं.
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फोकस्ड फंड में यह लोग न करें निवेश
कई एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि जिन लोगों ने पहली बार म्यूचुअल फंड में निवेश करना शुरू किया है वह लोग फोकस्ड फंड में निवेश से बचें. अगर आपके पास अनुभव नहीं है तो इसमें निवेश करना सही नहीं माना जाता है. पहले आप बाकी म्यूचुअल फंड में करके कुछ अनुभव प्राप्त कर लें और उसके बाद ही फोकस्ड फंड की तरफ बढ़े. इसमें आपको बेहतर रिटर्न मिलने में कम से कम 5 साल का वक्त जरूर लगता है.
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Published at : 06 Sep 2022 10:15 AM (IST) Tags: Mutual fund investment tips Focused Funds हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
निवेश करने के 7 फायदे क्या हैं?
बचत की रकम को बढ़ाने के लिए निवेश करना जरूरी है. निवेश के सही विकल्पों में पैसा लगाने से आप लंबी अवधि में काफी संपत्ति जुटा सकते हैं.
अगर आपने 25 साल की उम्र से निवेश की शुरुआत कर दी तो सिर्फ एक लाख रुपये सालाना का निवेश आपको 60 साल की उम्र में पांच करोड़ रुपये का मालिक ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें बना देगा.
निवेश का सही विकल्प चुनने से आपको बुढ़ापे के दौरान आय का स्रोत विकसित करने में मदद मिलती है.
2. संपत्ति बनाना
हर व्यक्ति अमीर बनना चाहता है. भविष्य की जरूरतों के लिए लोग छोटी-मोटी बचत तो कर लेते हैं, लेकिन बचत और निवेश का सही तरीका पता नहीं होने की वजह से वे अमीर नहीं बन पाते. अगर आप निवेश में अनुशासन बनाये रखें तो आप भी करोड़पति बन सकते हैं.
इक्विटी म्युचुअल फंड में नियमित निवेश कर लंबी अवधि में अपने वित्तीय लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. म्युचुअल फंड से मिलने वाला रिटर्न हालांकि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है, लेकिन लंबी अवधि में एसआईपी (SIP)के जरिए किया गया निवेश अच्छा रिटर्न देने में कामयाब रहा है.
अगर आपने 25 साल की उम्र से निवेश की शुरुआत कर दी तो सिर्फ एक लाख रुपये सालाना का निवेश आपको 60 साल की उम्र में पांच करोड़ रुपये का मालिक बना देगा. इसके लिए 12% सालाना रिटर्न का अनुमान लगाया गया है. अगर निवेश में 10 साल की देर हो जाये तो इतनी ही संपत्ति जुटाने के लिए आपको सालाना निवेश 3.5 लाख रुपये करना पड़ेगा.
3. वित्तीय लक्ष्य पूरा करना
आपको अपने वित्तीय लक्ष्य को ध्यान में रख कर निवेश करना चाहिए. यह अनुमान लगाना सबसे अहम है कि वित्तीय लक्ष्य के लिए आपको कितनी रकम चाहिए. आज से 10 साल बाद 1 करोड़ उतनी बड़ी रकम नहीं होगी, जितनी आज है. आपको महंगाई, क्रय क्षमता और जरूरतों को ध्यान में रखकर ही अपना लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए.
इसलिए लक्ष्य के चयन से पहले कुछ गुणा-भाग कर लेना अक्लमंदी है. आपके आने वाले कल के लिए आज बेहद अहम है. मान लीजिए कि आज आपका बेटा उच्च शिक्षा के लिए जा रहा है. इसका खर्च 5 लाख रुपये है.
मान लीजिए कि आपके बच्चे को 15 साल बाद उच्च शिक्षा की आवश्यकता होगी. आपको यह जानना है कि 15 साल बाद आपको आज के 5 लाख रुपये के मुताबिक कितनी रकम की जरूरत होगी. उस समय तक महंगाई कितनी होगी. यह वित्तीय लक्ष्य का महज एक उदाहरण है.
यदि हम महंगाई दर को 9 फीसदी मानें, तो 15 साल बाद उस कोर्स की कीमत 5 लाख के बजाय 18.21 लाख रुपये तक पहुंच जाएगी. अपने वित्तीय लक्ष्य की रकम प्राप्त करने के लिए जरूरी है कि आप महंगाई के असली आंकड़ें लें.
4. रिटायरमेंट प्लानिंग
रिटायरमेंट के लिए बचत और उसका बेहतरीन रिटर्न वाले विकल्प में निवेश जरूरी है. रिटायरमेंट प्लान के लिए सिर्फ ईपीएफ योगदान पर निर्भरता सही नहीं है. रिटायरमेंट के बाद आपको हर महीने कितने पैसे की जरूरत पड़ेगी, सबसे पहले इसका आंकलन करना होगा.
आप सामान के मौजूदा मूल्यों के आधार पर मासिक खर्च को निकालें. फिर 6 फीसदी की दर से सालाना महंगाई मानते हुए इसे बढ़ा दें. इससे आपको उस मासिक खर्च के बारे में पता चल जाएगा जिसकी जरूरत आपको रिटायरमेंट के बाद होगी.
अब यह देखें कि इसके लिए अभी से आपको कितने पैसों की बचत करने की जरूरत पड़ेगी. इंटरनेट पर इस तरह के कई कैलकुलेटर उपलब्ध हैं जो आपकी इसमें मदद कर सकते हैं.
अंत में उन निवेश उत्पादों के बारे में पता करें जिनमें आपको निवेश ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें करना है. आप अपने रिटायरमेंट की खातिर धन जुटाने के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड का विकल्प चुन सकते हैं.
5.आर्थिक आजादी
अगर आप पैसे से जुड़ी जरूरतों के लिए अपने बच्चे या रिश्तेदारों पर निर्भर रहना नहीं चाहते तो आपको बेहतर रिटर्न देने वाले विकल्पों में निवेश करना चाहिए. अगर आप वरिष्ठ नागरिक बनने के बाद भी अपने जरूरी खर्च अपनी जेब से कर सकें तो यह आपके लिए आर्थिक आजादी है.
आपको इसके लिए इस तरह का निवेश करना होगा जिससे कि आपकी जरूरत के लायक रकम आपके पास नियमित रूप से आती रहे और आपकी पूंजी सुरक्षित रहे. आर्थिक आजादी के लिए आपको जॉब की शुरुआत करते ही निवेश शुरू कर देना चाहिए और लंबी अवधि की प्लानिंग करनी चाहिए.
6. महंगाई से मुकाबला
अगर आप निवेश के सही विकल्प चुनते हैं तो महंगाई की औसत दर के बाद भी कुछ सालों बाद आपके हाथ में आपकी जरूरत के लायक पैसे आते रहेंगे और आपकी पूंजी बची रहेगी.
मसलन निवेश के बेहतर विकल्प में आपको लंबी अवधि में सालाना 14-15% तक रिटर्न मिल सकता है. अगर किसी वजह से एक-दो साल में महंगाई की दर 8-10 फीसदी रहती है, तब भी आपके निवेश पर रिटर्न इससे अधिक मिलता रहेगा. वास्तव में आप इस तरह के विकल्प के माध्यम से महंगाई के असर को नजरंदाज कर अपने खर्च जारी रख सकते हैं.
7. कंपाउंडिंग का फायदा
अगर आप लंबी अवधि के लिए किसी Mutual Fund के ग्रोथ प्लान में निवेश करते हैं तो इसमें कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. मान लीजिये कि आपने 10,000 रुपये का निवेश किया और आपको पहले ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें साल इस पर 8% रिटर्न मिला. इस हिसाब से आपके निवेश पर पहले साल का ब्याज 800 रुपये हुआ.
अब दूसरे साल में आपके निवेश की रकम 10,800 रुपये हो गयी. अगर इस पर भी आपको 8 फीसदी ही रिटर्न मिले तो आपके रिटर्न की रकम 864 रुपये हो गयी. अब तीसरे साल में आपके निवेश की रकम 11,664 रुपये हो गयी.
अब इस निवेश पर अगर आपको 10 फीसदी रिटर्न मिला तो आपका सालाना रिटर्न 1166 रुपये हुआ. इस हिसाब से चौथे साल में आपके निवेश की रकम 12,830 रुपये हो गयी. अब इस पर आपको सालाना ब्याज/रिटर्न मिलेगा.
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SIP Calculation: सिर्फ 1000 रुपये करें निवेश, घर बैठे 2 करोड़ रुपये से ज्यादा के बन जाएंगे मालिक
SIP Calculation: धैर्य रखकर लंबी अवधि के लिए अच्छी स्कीम में पैसा लगाते हैं तो कई गुना रिटर्न मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है। बाजार के रिटर्न पर नजर डालें तो ऐसा हुआ है
SIP Calculation: निवेश और बचत की बात करें तो इसमें धैर्य और अनुशासन का अहम रोल होता है। धैर्य रखकर अगर लंबी अवधि के लिए अच्छी स्कीम में पैसा लगाना ही समझदारी भरा काम होता है। ऐसे में कई गुना रिटर्न मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है। इसके साथ ही आपके लिए करोड़पति का द्वार भी खुल सकता है। ऐसे में अगर आप भी भविष्य के लिए घर बैठे बंपर कमाई करना चाहते हैं तो आज से बेहतर जगहों पर निवेश करना शुरू कर देना चाहिए।
पैसे निवेश करने के सर्वोत्तम तरीके
आजकल, बहुत से लोग पैसा निवेश करने के सर्वोत्तम तरीकों की तलाश करते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग अपनी वित्तीय जरूरतों को ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें पूरा करने वाले सही निवेश साधन को चुनने में भ्रमित होते हैं। हालाँकि,निवेश पैसा या निवेश का निर्णय लेना इतना आसान नहीं है, क्योंकि निवेशक सिर्फ एक साधन में कई उद्देश्यों की तलाश करते हैं। इसलिए एक सवाल उठता है-कहां निवेश करें? वैसे, पैसा निवेश करने के लिए विविध विकल्प हैं, लेकिन हमने कुछ को शॉर्टलिस्ट किया ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें है जो विचार करने योग्य हैं!
सर्वोत्तम साधन में पैसा निवेश करें
1. म्युचुअल फंड
म्यूचुअल फंड्स पैसा निवेश करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक माना जाता है। शब्द के अनुसार, एक म्युचुअल फंड धन का एक सामूहिक पूल है जिसका उद्देश्य प्रतिभूतियों की खरीद (फंड के माध्यम से) करना है। यह निवेशकों को एक मार्ग प्रदान करता हैपैसे बचाएं और समय के साथ रिटर्न कमाते हैं। म्यूचुअल फंड विविध निवेश विकल्प प्रदान करते हैं जैसेबांड, कर्ज,इक्विटीज, आदि, निवेशकों को अलग खरीदारी और व्यापार करने की आवश्यकता के बिना। विभिन्न हैंम्यूचुअल फंड के प्रकार जिस पर आप पैसा निवेश करने की योजना बनाते समय विचार कर सकते हैं।
निवेशक कम से कम राशि के साथ निवेश शुरू कर सकते हैं INR 1000 और के मामले मेंघूँट जितना कम INR 500 . कई म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर उपलब्ध हैं, जो पहली बार निवेशकों को यह तय करने में मदद करते हैं कि किस राशि से शुरुआत करनी है। ये म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर मदद करते हैंइन्वेस्टर किक-स्टार्ट निवेश।
भारत में 44 म्यूचुअल फंड कंपनियां हैं (जिन्हें कहा जाता है)संपत्ति प्रबंधन कंपनियां "एएमसी") जो म्यूचुअल फंड योजनाएं प्रदान करते हैं। इन कंपनियों द्वारा नियंत्रित किया जाता हैसेबी.
भारत में निवेश करने के लिए सर्वश्रेष्ठ म्युचुअल फंड
Fund | NAV | Net Assets (ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें Cr) | 3 MO (%) | 6 MO (%) | 1 YR (%) | 3 YR (%) | 5 YR (%) | 2021 (%) | Sub Cat. |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
Principal Emerging Bluechip Fund Growth | ₹183.316 ↑ 2.03 | ₹3,124 | 2.9 | 13.6 | 38.9 | 21.9 | 19.2 | Large & Mid Cap | add_shopping_cart |
2. सावधि जमा (एफडी)
सावधि जमा पैसा निवेश करने के सबसे आम तरीकों में से एक है। हर एकबैंक में विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करता हैएफडीजो आकर्षक रिटर्न की ओर ले जाएगा। FD एक निश्चित परिपक्वता अवधि के साथ आती है। साथ ही, चूंकि इसकी परिपक्वता अवधि 15 दिनों से लेकर पांच वर्ष तक होती है, इसलिए इसे अल्पकालिक और दीर्घकालिक निवेश दोनों के लिए माना जा सकता है। निवेशक औसतन 9.5% प्रति वर्ष की ब्याज दर से कमा सकते हैं। इसलिए, यदि आप एक सुरक्षित निवेश चाहते हैं तो FD पैसे निवेश करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है।
3. रियल एस्टेट
रियल एस्टेट सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प है। मूल रूप से, अचल संपत्ति निवेश करती है और स्वामित्व, भूमि या संपत्ति (संपत्ति) की खरीद से संबंधित है। किसी भी प्रकार की संपत्ति में निवेश करने से पहले, पहले गहराई से विवरण प्राप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, आपको संपत्ति/भूमि के स्थान पर विचार करना चाहिए, थोक संपत्तियों की तलाश करनी चाहिए, आदि। इसमें निवेश करने के लिए एक बड़ी राशि लग सकती है, लेकिन यह उच्च रिटर्न निवेश के साथ कम जोखिम वाला है। हालांकि, अगर आप पैसे निवेश करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक की तलाश कर रहे हैं तो रियल एस्टेट सोचने लायक है!
पैसा निवेश करने के लिए सोना हमेशा सबसे अच्छे तरीकों में से एक रहा है। इसके अलावा, भारतीयों का पारंपरिक रूप से के प्रति लगाव रहा हैसोने में निवेश. उन्होंने हमेशा सोने को एक संपत्ति के रूप में देखा है, जो समय के साथ धन जमा करता है। सोने ने हमेशा वर्षों तक अपना मूल्य बनाए रखा है। इसके अलावा, यह के खिलाफ एक उत्कृष्ट बचाव रहा हैमुद्रास्फीति, यानी, इसे मुद्रा के घटे हुए मूल्य से सुरक्षा प्रदान करने वाला माना जाता है।
हालांकि, सोने में पैसा लगाने के इच्छुक निवेशक ईटीएफ या अधिक विशेष रूप से गोल्ड ईटीएफ के माध्यम से ऐसा कर सकते हैं। वहां कई हैंनिवेश के लाभ सोने के माध्यम से सोने मेंईटीएफ. यदि आप निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको सबसे अच्छा चुनना चाहिएगोल्ड ईटीएफ सभी गोल्ड ईटीएफ के प्रदर्शन को ध्यान से देखकर निवेश करें और फिर एक सोच-समझकर निर्णय लें।
Investment Tips: पहली बार कर रहे हैं निवेश तो रिस्क और रिटर्न देखकर लगाएं पैसा, ज्यादा फायदे के लिए अपनाएं ये स्ट्रैटेजी
Zee Business हिंदी 23-10-2022 संजीत कुमार
Investment Tips: पहली बार निवेश करने वाले बहुत से निवेशक जो इक्विटी-ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के जरिए इक्विटी बाजारों में निवेश करते हैं, अक्सर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव से डर जाते हैं. इसी वजह से इक्विटी मार्केट में उनकी भागीदारी कम रहती है. हालांकि, यह और किसी कारण से ज्यादा एक व्यवहारिक चुनौती है और इसे हल करना भी आसान है. हालांकि इसके लिए बाजार में मौजूद जोखिम और अनुमानित रिटर्न पर ध्यान केंद्रित करना होगा. आइए जानते हैं फर्स्ट टाइम इन्वेस्टर्स को निवेश के पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, वे किस तरह से बाजार से ज्यादा रिटर्न हासिल कर सकते हैं, कंपाउंडिंग का कैसे लाभ ले सकते हैं?
रिस्क लेने से बचते हैं निवेशक
PGIM इंडिया म्यूचुअल फंड के सीईओ अजीत मेनन ने कहा, भारत में पहली बार निवेश करने वाले बहुत से निवेशकों ने बचपन से ही एक निश्चित तरीके से निवेश करना देखा है, जिससे वे भी उसी तरह से निवेश करने के बारे में सोचते हैं. फिक्स्ड इंटरेस्ट वाले पारंपरिक निवेश का मतलब है ज्यादा फायदे के लिए कंहा निवेश करें कि यहां रिटर्न साल दर साल बहुत अनुमानित है और इसी के परिणामस्वरूप इस तरह के निवेश वाले प्रोडक्ट में जोखिम नहीं के बराबर है. कई निवेशक परंपरागत रूप से इंफ्लेशन एडजस्टेड रिटर्न के बारे में नहीं सोचते हैं. इस वजह से भले ही रिटर्न की दर कम हो, इन विकल्पों में जोखिम भी बहुत कम होती है. इसी वजह से पहली बार निवेश करने वाले बहुत से निवेशक मार्केट लिंक वाले विकल्पों में निवेश को भी फिक्स्ड इनकम वाले निवेश की तरह देखते हैं और अनुमानित रिटर्न और किसी भी निवेश में मौजूद जोखिम के बीच संबंधों को पूरी तरह से नहीं समझ सकते हैं. इसलिए गोल बनाकर निवेश करें और रिटर्न भी देख लें.
समझें कंपाउंडिंग का महत्व
उन्होंने कहा, अभी बहुत से पारंपरिक निवेशक ऐसे हैं जो फिक्स्ड इनकम वाले विकल्पों से हटकर कहीं और पैसा लगाने के अबतक आदि नहीं हैं. इसी वजह से वे लंबी अवधि के कंपाउंडिंग के फायदे को पूरी तरह से समझ नहीं पाते हैं. वे बाजार में निगेटिव रिटर्न और बढ़ी हुई अस्थिरता के बारे में सुनकर मार्केट लिंक वाले निवेश विकल्पों से दूर रहते हैं. ऐसे निवेशकों के लिए Mutual Fund सेक्टर में दो बेहतर विकल्प सामने आए हैं. पहला है बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (Balance Advantage Fund) कैटेगरी, जो अपने प्रोडक्ट डिजाइन के आधार पर इस बाजार की अस्थिरता को दूर करने का प्रयास करता है. साथ ही निवेशकों को रिस्क रिवॉर्ड के मामले में सहज होने का मौका देता है. दूसरा विकल्प है लक्ष्य-आधारित निवेश और एसेट अलोकेशन पर फोकस करना.
बाय एंड होल्ड की स्ट्रैटेजी है बेहतर
निवेशक बाजार में निवेश को लेकर कनफ्यूजन में न रहे और न ही लालच के चक्कर में पड़ें. निवेशक को बाय एंड होल्ड की स्ट्रैटेजी की अपनानी चाहिए. तभी लॉन्ग टर्म बेहतर रिटर्न पा सकेंगे.