सर्वोत्तम उदाहरण और सुझाव

एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम

एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम

पालिका से नगर परिषद बने पूरे हुए 10 साल, करौली में पार्किंग का हल नहीं ढूंढ पाए जिम्मेदार

करौली. नगर पालिका से नगरपरिषद बने हुए पूरे 10 साल बीत चुके हैं, लेकिन करौली के बाजारों का विकास जस का तस है। जिला मुख्यालय के संकरे बाजारों के बीच वाहनों की तो रेलमपेल बनी रहती है, लेकिन अब तक पार्किंग का कोई ठौर-ठिकाना नहीं है। ऐसे में शहरवासी अव्यवस्था से त्रस्त हैं। असल में जिम्मेदारों ने कभी समस्या को गंभीरता से ही नहीं लिया।
शहर के गुलाब बाग, कोतवाली एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम के सामने, अस्पताल के सामने, भूडारा बाजार, कृषि मंडी, सब्जी मंडी, हटवारा बाजार, सर्राफा बाजार, कपड़ा मार्केट, बजाजा बाजार, चौधरी पाड़ा समेत ज्यादातर बाजारों में दिनभर जाम के हालात बने रहते हें। जिससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। नगर के अधिकांश बाजार परकोटे के भीतरी भाग में हैं। यहां पार्किंग की कोई सुविधा नहीं होने के कारण दुकानों पर खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों को मजबूरन अपने दुपहिया वाहन दुकानों के सामने ही संकरी सड़क पर खड़े करने पड़ते हैं। इस बीच अगर, कोई चौपहिया वाहन या ऑटो रिक्शा वहां से होकर निकलता है तो उन्हें दुकान के सामने से वाहन हटाना पड़ता है। इसी के चलते लोग मुख्य बाजार
में खरीदारी के लिए आने से कतराते हैं। जिसका खामियाजा यहां के व्यापारियों को भी भुगतना पड़ रहा है। नगरपरिषद में हर बार बोर्ड बनने के बाद से व्यापारी और व्यापारिक संगठनों ने अवगत एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम भी कराया, लेकिन उपयुक्त जगह नहीं होने का हवाला देकर इतिश्री कर ली जाती है।

पालिका से नगर परिषद बने पूरे हुए 10 साल, करौली में पार्किंग का हल नहीं ढूंढ पाए जिम्मेदार

परिषद को नहीं सरोकार, प्रशासन भी मौन
विकराल होती पार्किंग की समस्या के कारण पूरा शहर जाम की समस्या से जूझ रहा है, लेकिन नगरपरिषद इस ओर ध्यान नहीं दे रही। दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। जिससे वाहन पार्किंग की व्यवस्था के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा गए। ऐसे में हालात ऐसे हो गए हैं कि कोई भी उपभोक्ता और शहरवासी शहर के भीतरी भाग शहर के मुख्य बाजार में स्थित दुकानों पर खरीदारी के लिए जाने को लेकर कतराते हैं। यही कारण है कि करौली का बाजार पिछड़ता जा रहा है।

परिषद को होगा राजस्व का फायदा
व्यापारियों का कहना है एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम कि अगर नगरपरिषद की ओर से शहर में वाहन पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाती है, तो लोगों को जाम की समस्या से तो निजात मिलेगी ही, साथ ही ठेके पर पार्किंग शुरू होने से परिषद को राजस्व आय भी होगी।

योजना तैयार स्वीकृति का इंतजार
नगरपरिषद आयुक्त नरसी मीना का कहना है कि मुख्य बाजार में पार्किंग को लेकर तीन स्थान चिन्हित कर रखे हैं। इसके प्रस्ताव भी सरकार को भेज रखे हैं। परिषद ने हिण्डौन गेट के पास पुराने गल्र्स कॉलेज परिसर, पुराना पोस्ट ऑफिस के पास एव वजीरपुर गेट के पास जगह चिन्हित कर रखी है। जबकि मदनमोहनजी मंदिर के पास पार्किंग चल रही है। अधिकारियों का कहना है कि संबंधित
विभागों से स्वीकृति मिलने के बाद बाजारों में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।

PM मोदी ने दी बधाई..तो ऋषि सुनक बोले- पार्टनरशिप को मजबूत करने के लिए मिलकर करेंगे काम

भारत और ब्रिटेन ने जनवरी में मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत शुरू की थी और दिवाली तक वार्ता समाप्त किये जाने का उद्देश्य था, लेकिन मुद्दों पर आम सहमति की कमी के कारण समय सीमा चूक गई.

PM मोदी ने दी बधाई..तो ऋषि सुनक बोले- पार्टनरशिप को मजबूत करने के लिए मिलकर करेंगे काम

TV9 Bharatvarsh | Edited By: गरिमा तिवारी

Updated on: Oct 28, 2022 | 8:24 AM

ब्रिटेन के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को उनकी नई भूमिका के लिए बधाई देने के वास्ते धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि दो महान लोकतांत्रिक देश क्या हासिल कर सकते हैं. वह इस बात से उत्साहित हैं, क्योंकि हम अपने सुरक्षा, रक्षा और आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने में लगे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को ब्रिटेन के अपने समकक्ष सुनक से फोन पर बात की और उन्हें कार्यभार संभालने पर बधाई दी.

मोदी ने ट्वीट किया, ‘आज ऋषि सुनक से बात कर बहुत खुशी हुई. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने पर मैंने उन्हें बधाई दी. हम अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेंगे.’ मोदी ने कहा, ‘हम अपनी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करेंगे. हम इस बात पर भी सहमत हुए कि एक व्यापक और संतुलित मुक्त व्यापार समझौते को शीघ्र अंतिम रूप दिया जाना कितना महत्वपूर्ण है.’

इसके बाद सुनक ने कहा, ‘मैं अपनी नई भूमिका शुरू करने पर बधाई देने के वास्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त करता हूं. ब्रिटेन और भारत में बहुत कुछ है. मैं इस बात से उत्साहित हूं कि हमारे दो महान लोकतंत्र क्या हासिल कर सकते हैं, क्योंकि हम आने वाले महीनों और सालों में अपनी सुरक्षा, रक्षा और आर्थिक साझेदारी को और ज्यादा मजबूत करेंगे.’ ऋषि सुनक ने मंगलवार को भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल लिया. उन्हें दिवाली के दिन कंजर्वेटिव पार्टी का निर्विरोध नया नेता चुना गया था.

ऋषि सुनक का ट्वीट

आज भारत दौरे पर आएंगे ब्रिटेन के विदेश मंत्री

ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री सुनक हिंदू हैं और वह पिछले 210 साल में ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री हैं. दोनों नेताओं के बीच टेलीफोन पर वार्ता ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली की भारत यात्रा से ठीक एक दिन पहले हुई. क्लेवरली शुक्रवार को भारत पहुंचेंगे. वह मुंबई में शुक्रवार को 2008 में ताज पैलेस होटल में हुए आतंकवादी हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देंगे. वह शनिवार को नई दिल्ली जाएंगे जहां वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद-आतंकवाद निरोधक समिति (यूएनएससी- सीसीटी) की खास बैठक में हिस्सा लेंगे.

नई दिल्ली में विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपने ब्रिटिश समकक्ष से बैठक से इतर चर्चा कर सकते हैं. क्लेवरली ने कहा, ‘भारत के साथ हमारे संबंध मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में, भारत हिंद-प्रशांत में ब्रिटेन के लिए एक स्वाभाविक भागीदार है. यह एक आर्थिक और तकनीकी शक्ति है. हमारे मजबूत संबंध हमारी दोनों अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देंगे और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में मदद करेंगे.’

पीएम मोदी ने दी बधाई

प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को सुनक को ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी थी और कहा था कि वह वैश्विक मुद्दों पर साथ मिलकर काम करने तथा रोडमैप 2030 को लागू करने को लेकर उत्सुक हैं. मोदी ने एक ट्वीट में कहा था, एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम ‘ऋषि सुनक को हार्दिक बधाई! चूंकि आप ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं, मैं वैश्विक मुद्दों पर एक साथ मिलकर काम करने और रोडमैप 2030 को लागू करने के लिए उत्सुक हूं. ब्रिटिश भारतीयों के जीवंत सेतु को दिवाली की विशेष शुभकामनाएं। हमने ऐतिहासिक संबंधों को आधुनिक साझेदारी में बदला है.’

भारत और ब्रिटेन ने जनवरी में मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत शुरू की थी और दिवाली तक वार्ता समाप्त किये जाने का उद्देश्य था, लेकिन मुद्दों पर आम सहमति की कमी के कारण समय सीमा चूक गई. सुनक के अब प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास ’10 डाउनिंग स्ट्रीट’ में जाने के साथ भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार सौदे को बहुत जरूरी गति मिलने की संभावना है. विशेषज्ञों के अनुसार, ब्रिटेन में राजनीतिक स्थिरता अब समझौते के लिए वार्ता को तेज करने में मदद करेगी, जो संभावित रूप से 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर सकती है.

गरीबी से उठकर IAS बनने के किस्‍से बहुत सुने होंगे लेकिन ये स्‍टोरी है एकदम 360 डिग्री उलट!

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Miss India finalist Aishwarya Sheoran: राजस्थान के चुरू की रहने वाली ऐश्वर्या श्योराण ने यूपीएससी परीक्षा के लिए अपने मॉडलिंग करियर को समाप्त करने का फैसला किया और अपने पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा को पास करने के बाद आईएएस अधिकारी बनने में सफल रही. गौरतलब है कि ऐश्वर्या 2014 में क्लीन एंड क्लियर फेस फ्रेश और 2016 में फेमिना मिस इंडिया की फाइनलिस्ट रह चुकी हैं. आइए ऐश्वर्या श्योराण के एक मॉडल से IAS बनने की पूरी कहानी जानते हैं.

ऐश्वर्या श्योराण ने बिना किसी कोचिंग क्लास में गए यूपीएससी की परीक्षा पास की. ऐश्वर्या ने 10 महीने घर पर ही तैयारी की और पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में 93वीं रैंक हासिल करने में सफल रही. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले ऐश्वर्या श्योराण एक मॉडल थीं. उन्होंने 2018 में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की.

12वीं में आए थे 97.5 फीसदी नंबर
ऐश्वर्या साल 2016 में फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, इस दौरान ऐश्वर्या फेमिना मिस इंडिया 2016 में 21वीं फाइनलिस्ट भी रहीं. उन्होंने अपनी मां के लिए इस मुकाम तक पहुंच कर दिखाया, पर अब उनके सपने की बारी थी. उन्होंने 2015 में मिस दिल्ली का ताज जीता था. 2014 में उन्हें मिस क्लीन एंड केयर फ्रेश फेस चुना गया था. ऐश्वर्या श्योराण ने अपनी स्कूली शिक्षा चाणक्यपुरी के संस्कृति स्कूल से पूरी की. उन्होंने 12वीं कक्षा में 97.5 फीसदी नंबर हासिल किए थे और स्कूल टॉपर रही थी. ऐश्वर्या ने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की.

IIM इंदौर में हुआ था सिलेक्शन
ऐश्वर्या श्योराण को 2018 में आईआईएम इंदौर में चुना गया था लेकिन उनका ध्यान यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करने पर फोकस था.

कल्पना सरोज Kalpana Saroj: बाल वधू से करोड़पति कारोबारी बनने तक का सफर

Success stories in Hindi में आज है कल्पना सरोज Kalpana Saroj की कहानी। यह कहानी किसी सपने को सच होने जैसी है। एक दलित लड़की जिसकी बेहद कम उम्र में शादी हो जाती है वह तमाम पक्षपात झेलती है। शोषण झेलती है। परेशान होकर आत्महत्या करने को भी सोचती है। लेकिन आज वह करोड़ों की कंपनी की मालकिन है। यह किसी को बॉलीवुड के किसी फिल्म की कहानी लग सकती है या यह भी हो सकता है की किसी को सिर्फ कोरी कल्पना लगे। लेकिन यह हकीकत की कहानी है।

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कौन हैं कल्पना सरोज Kalpana Saroj

कल्पना सरोज Kalpana Saroj कमानी ट्यूब लिमिटेड की चेयरपर्सन हैं। कल्पना सरोज का यह परिचय काफी नहीं होगा। इसके पीछे बहुत सारे कारण है। कल्पना किसी खानदानी उद्यमी परिवार से नही है और न ही इनके पास कोई बड़ी नौकरी थी। कल्पना का जन्म महाराष्ट्र के अकोला जिले के एक छोटे से गाँव रोपरखेड़ा के एक दलित परिवार में 1961 में हुआ है। कल्पना के पिता महाराष्ट्र पुलिस विभाग में हवालदार थे।

कम उम्र में ही झेला शादी का दंश

कल्पना शादी के बाद मुंबई के एक झोपड़पट्टी में रहने लगी। झोपड़पट्टी जिसे स्लम एरिया कहा जाता है। कल्पना सरोज का विवाह अधिक दिनों तक न चल सका और कल्पना वापस गाँव आ गईं। परिस्थितियां कठिन थीं, कल्पना शारीरिक और मानसिक रूप से टूट रही थीं, गाँव और समाज ने उन्हें बहिष्कृत कर दिया। इस दबाव को झेल पाना कल्पना के लिए मुश्किल होता गया और एक दिन उन्होंने आत्महत्या करने तक की कोशिश कर डाली।

कल्पना सरोज Kalpana Saroj की मुंबई वापसी

इस वक्त कल्पना सरोज की उम्र 16 वर्ष के करीब थी। वह दोबारा से मुंबई आ गई। लेकिन इस बार अपने पति के पास नहीं बल्कि काम करने के सिलसिले में। अब वह मुंबई में अपने एक रिश्तेदार के यहां रहने लगी और एक गारमेंट फैक्ट्री में सिलाई का काम करने लगीं। कल्पना की चाहत अब खुद के पैरो पर खड़े होने की थी। अब वह दोबारा से किसी के ऊपर बोझ नहीं बनना चाहती थीं। अब कल्पना की उड़ान लम्बी थी। खुद के पंखों पर उड़ने के प्रयास करने लगीं।

सरकारी योजना के सहायता के जरिए शुरु किया काम

तत्कालीन समय में दलित और पिछड़ो के उत्थान के लिए सरकार द्वारा योजनाएं चलाई जा रही थी (अब भी चलाई जाती है) कल्पना स्वरोजगार के बारे में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया। उनकी सोच खुद का रोजगार शुरु करने की थी। इसके लिए वह सरकारी योजना की सहायता लेने का प्रयास करने लगीं। थोड़े संघर्ष के बाद कल्पना सरकारी अनुदान प्राप्त करने में सफल रहीं। सरकारी सहायता से उन्होंने सिलाई की दुकान शुरु कर दिया।

बिजनेस में बढ़ाया कदम: आगे बढ़ती ही गाई

कल्पना सरोज Kalpana Saroj को डिज़ाइन एवं रचनात्मक चीजों की तरफ (क्रिएटिविटी) रुझान होने के कारण उन्होंने जल्द ही फर्नीचर व्यवसाय में कदम बढ़ा दिया। कड़ी मेहनत के बल पर फर्नीचर व्यापार में भी सफल हुई। कल्पना की सफलता में उनकी पृष्ठभूमि का अहम योगदान रहा, ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि की होने के कारण कल्पना में काम करने की प्रेरणा, बेहतरीन नेटवर्किंग और जानकारी साझा करना, दूसरों की मदद करने की आदत ने उन्हें सफल और लोगो के बीच लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

बिजनेस बढ़ाने के लिए लिया बिजनेस लोन की मदद

कल्पना ने अपने बिजनेस की शुरुवात बिजनेस लोन लेकर शुरु किया। जब कल्पना सरोज इस स्थिति में पहुंच गई की वह अपने सभी खर्चे खुद चला सकी तो उन्होंने समाज में अपने जैसी महिलाओं के जीवन में भी बदलाव लाने के लिए कार्य करने लगी। वह गाँव की महिलाओं, पुरुषों को बिजनेस लोन की सहायता से खुद का स्वरोजगार करने की सलाह देती और जरूरत पड़ने पर सहायता भी करतीं। इन सभी कार्यों से कल्पना की पहचान समाजसेवी के रूप में बनने लगी। बाद में उन्होंने पिछड़ो, आदिवासियों, बच्चों, बुजुर्गों एवं कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि वालों के लिये बहुत काम किया।

कामानी ट्यूब्स लिमिटेड का टेकवोअर

जरूरतमंदों की मदद करते- करते कल्पना सरोज की पहचान एक समाज सेविका की तरह बन चुकी थी। एक दिन 17 साल से बंद पड़ी फैक्ट्री का मजदूर यूनियन के लोग उन तक पहुंचते हैं और निवेदन करते हैं की आप इस बंद पड़ चुकी फैक्ट्री की कमान अपने हाथ में ले लीजिए हम सब मिलकर इस फैक्ट्री को दोबारा खड़ी करेंगे। बंद पड़ चुकी फैक्ट्री का नाम था- कामानी ट्यूब्स लिमिटेड (Kamani Tubes Limited)

Kamani Tubes Limited का टेकओवर

बात 2016 की है। कल्पना सरोज ने कामानी ट्यूब्स लिमिटेड को टेकओवर कर लिया। यह फैक्ट्री 1960 में स्थापित हुई थी और 1985 से बंद पड़ी हुई थी। फैक्ट्री को दोबारा खड़ा करने की कहानी भी अपने आप में बहुत इंटरेस्टिंग है। कल्पना द्वारा फैक्ट्री का टेकओवर करने के बाद सबसे पहले फैक्ट्री पर बकाया सभी रकम चुकाने का फैसला किया। फिर वाडा में स्टेट ऑफ़ आर्ट तकनीक से युक्त विनिर्माण ढांचा खड़ा किया। अधिकतर ऐसे मामले में मुकदमे बाजी और टेढ़ी क़ानूनी प्रक्रिया कारोबारियों और मजदूर यूनियनों को तोड़ को तोड़ कर रख देते है। लेकिन कल्पना सरोज ने जिस धैर्य के साथ धीरे- धीरे सभी मुकदमों को निपटाया और कामानी ट्यूब्स लिमिटेड को वापस लाभ की स्थिति में लेकर आईं और अपनी काबिलीयत के झंडे गाड़ दिया। वर्तमान में कमानी ट्यूब्स 500 करोड़ रुपए से अधिक वैल्यू की कंपनी है।

कल्पना सरोज Kalpana Saroj ने किया दोबारा शादी

कारोबार में सफलता प्राप्त करने के बाद कल्पना अपने व्यक्तिगत जिन्दगी को एक बार फिर से शुरु किया और एक कारोबारी से शादी कर लिया।

कामानी ट्यूब्स लिमिटेड की सफलता के बाद कल्पना सरोज की पहचान अन्तराष्ट्रीय स्तर पर बनी। देश में कई पुरस्कार प्राप्त हुए। 2013 में कल्पना सरोज को एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया। उनकी काबिलीयत को देखते हुए भारतीय महिला बैंक के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स में रखा गया है। वर्तमान में भी वह सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यों को करती रहती हैं।

आपको ZipLoan से मिल सकता है बिजनेस लोन

एक कारोबारी के लिए बिजनेस लोन बहुत महत्व रखता है। कल्पना सरोज बिजनेस की सहायता से बिजनेस का पूरा ढांचा ही खड़ा कर दिया। अगर आपका भी कोई कारोबार है जिसे आप बढ़ाना चाहते हैं लेकिन पैसों की कमी के चलते अपना सपना पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो आपको ZipLoan कंपनी द्वारा बिना कुछ गिरवी रखे 1 से 5 लाख तक का बिजनेस लोन सिर्फ 3 दिन में प्राप्त हो सकता है। ZipLoan से बिजनेस लोन प्राप्त करने की बेहद मामूली शर्ते हैं जैसे- बिजनेस कम से कम 2 साल पुराना हो, बिजनेस का सालाना टर्नओवर 5 लाख तक होता हो, पिछले साल भरी गई ITR डेढ़ लाख की हो और बिजनेस और घर जगह में से कोई एक खुद के नाम पर।

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पैसे कमाने में आपकी मदद करेंगी ये तीन बातें

आपके सपने, जरूरी कुशलता और कड़ी मेहनत मिलकर ही आपके स्वर्णिम भविष्य की राह तैयार करते हैं.

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1. सपने जरूर देखें
सपने देखने का मतलब है इमेजिनेशन. यह आपको कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित करता है. जब आप कुछ बड़ा काम करने के सपने देखेंगे तो उसे पूरा करने के लिए जरूरी योग्यता हासिल करने की तरफ बढ़ेंगे. आपको इन सपनों को कैसे पूरा करना है, इस बारे में किसी कुशल व्यक्ति से दिशानिर्देश लेने की भी जरूरत है.

2. अपनी कुशलता की पहचान करें
आपको खुद के बारे में यह जानना होगा कि आप कौन सा काम बेहतर तरीके से कर सकते हैं. अपने हुनर का सही इस्तेमाल कर आप मनमाफिक नतीजे पा सकते हैं.

अगर आपको लगता है कि आपमें कुशलता है, लेकिन उसे और निखारने की जरूरत है तो आप उससे संबंधित प्रयास कर अपनी कुशलता को विकसित करिये.

मसलन आपको लगता है कि आप बढ़िया खाना पका सकते हैं तो अपनी इस कुशलता को निखारने के लिए आप होटल मैनेजमेंट की डिग्री हासिल कर पेशेवर सेफ बनने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं.

यह ध्यान रखें कि जीवन में सफलता और पैसा कमाने के लिए दिमाग का सही दिशा में इस्तेमाल करना जरूरी है.

3. कड़ी मेहनत का विकल्प नहीं
आज आप जिस व्यक्ति को अपना आदर्श मानते हों या जिसके जैसा बनना चाहते हैं, उसके संघर्ष की कहानी पढ़िये. पैसे और शोहरत कमाने के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती है.

मशहूर निवेशक वारेन बफे हों या अमेजन के मालिक बेजोस या रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी, सपने देखने और जरूरी कुशलता हासिल करने के बाद जी तोड़ मेहनत की वजह से ही ये आज सफलता के उस मुकाम पर खड़े हैं.

आपके सपने, जरूरी कुशलता और कड़ी मेहनत मिलकर ही आपके स्वर्णिम भविष्य की राह एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम तैयार करते हैं.

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