मिड कैप फंड्स क्या हैं

फ्लेक्सी कैप की खासियत
फ्लेक्सी कैप फंड एक ओपेन एंडेड इक्विटी स्कीम है जो लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश करता है. फ्लेक्सी कैप फंड को अपना 65 फीसदी फंड का हिस्सा इक्विटी या उससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट में निवेश करता है. मल्टीकैप की तरह फ्लेक्सी कैप फंड्स के लिए लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में निवेश की कोई तय सीमा नहीं है.
Mutual Fund में बना रहे हैं निवेश की योजना, जानें फ्लेक्सी कैप फंड के बारे में; सही फैसला लेने में मिलेगी मदद
Flexi Cap Mutual Fund फ्लेक्सी कैप फंड एक प्रकार की इक्विटी म्युचूअल फंड स्कीम है। इसमें लार्ज कैप मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में निवेश किया जाता है। फ्लेक्सी कैप में अन्य म्युचूअल फंड स्कीम की तुलना में अधिक लचीलापन होता है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। म्युचूअल फंड योजनाओं ने पिछले कुछ समय में निवेशकों का ध्यान अधिक रिटर्न की वजह से आकर्षित किया है। म्युचूअल फंड उन निवेशकों के बीच में एक लोकप्रिय विकल्प के रूप में उभरा है, जिन्हें शेयर बाजार के बारे में सीमित जानकारी है और वे बाजार में निवेश करना चाहते हैं।
म्युचूअल फंड में भी कई प्रकार होते हैं, जिसमें निवेशक अपने जोखिम के अनुसार निवेश कर सकता है। इसमें लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप फंड्स आदि को शामिल किया जाता है। आज हम आपको एक ऐसी म्युचूअल फंड के प्रकार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें आपको लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप तीनों ही प्रकार के शेयरों का लाभ मिलता है। ये है फ्लेक्सी कैप फंड। आइए जानते हैं विस्तार से.
क्या होते हैं फ्लेक्सी कैप फंड
जैसा कि इसके नाम से पता चलता है कि फ्लेक्सी कैप फंड (Flexi Cap Mutual Fund) एक इक्विटी म्युचूअल फंड स्कीम है। इसमें फंड मैनेजर के पास अन्य म्युचूअल फंड स्कीम की तुलना में ज्यादा लचीलापन होता है। इसका मतलब यह है कि वह अपने मन मुताबिक शेयरों का चयन कर सकता है। इस फंड का पैसा लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप का निवेश किया जाता है।
निवेश करने का फायदा
फ्लेक्सी कैप फंड में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आपको अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने का मौका मिल जाता है और एक ही स्कीम में निवेश करके आप बाजार के छोटे और बड़े शेयरों में निवेश कर सकते हैं।
मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप फंड्स में अंतर
बाजार नियामक सेबी की ओर से अक्टूबर 2017 में जारी किए गए प्रोडक्ट कैटिगराइजेशन सर्कुलर के मुताबिक, उन म्युचूअल फंड योजनाओं को मल्टी कैप फंड्स कहा जाता है, जिनका 65 प्रतिशत निवेश लार्ज कैप और बाकी का मिड कैप और स्मॉल कैप शेयर में किया जाता है। हालांकि सितंबर 2020 में जारी किए एक अन्य सर्कुलर के मुताबिक, अब फ्लेक्सी कैप फंड के मैनेजर को मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों में हर एक में कम से कम 25% का एक्सपोजर बनाए रखना जरूरी कर दिया गया है।
मल्टी कैप और फ्लेक्सी कैप लगभग दोनों समान ही होते हैं, लेकिन बड़ा अंतर यह है कि फ्लेक्सी कैप फंड का मैनेजर अपने निवेश में बदलाव कर सकता है। अगर फंड मैनेजर को लगता है कि बाजार में खतरा अधिक है, तो स्मॉल कैप शेयरों में एक्सपोजर शून्य भी कर सकता है और लेकिन अगर मल्टी कैप का फंड मैनेजर ऐसा करता है, तो यह सेबी के नियमों का उल्लंघन होगा।
पिछले तीन साल का प्रदर्शन
अगर बात निफ्टी के मिडकैप 150 की करें तो इसने अब तक 88 फ़ीसदी का रिटर्न दिया है। बेंचमार्क निफ्टी का रिटर्न अब तक 60 फीसदी रहा है। जनवरी 2018 के बाद से निफ्टी का मिडकैप इंडेक्स अब तक शानदार प्रदर्शन नहीं कर पाया है। पीक पर पहुंचने के बाद करेक्शन से ठीक पहले ही इस इंडेक्स में एक बार कमजोरी देखी गई है। जनवरी 2018 से अप्रैल 2021 के बीच में nifty midcap 150 ने सिर्फ 7 फ़ीसदी रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी का रिटर्न 10.7 फ़ीसदी से अधिक रहा है। म्यूचुअल फंड कंपनियों का मानना है कि पिछले 3 साल में कमजोरी के बाद अब मिड कैप फंड निवेशकों को शानदार रिटर्न दे सकते हैं।
मिड कैप फंड से शानदार रिटर्न
कोरोना संक्रमण के इस दौर में जब बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट में ब्याज दरें 6 फ़ीसदी के आसपास हैं और सभी स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दरें घट रही हैं, क्या आप भी शानदार रिटर्न कमाने के मूड में हैं। अगर ऐसा है तो आपको मिड कैप म्यूच्यूअल फंड में निवेश करना चाहिए। अगर आपके निवेश का नजरिया 5 साल का है तो विशेषज्ञों का मानना है कि मिड कैप मिड कैप फंड्स क्या हैं म्यूच्यूअल फंड आपको शानदार रिटर्न दे सकते हैं। अगर भारत में कामकाज कर रहे मिड कैप फंड की बात करें तो पिछले 3 साल में इनका औसत रिटर्न 12 फ़ीसदी से 20 फ़ीसदी के बीच रहा है। मिड कैप फंड का 5 साल का औसत रिटर्न 18 से लेकर 20 फीसदी सालाना के बीच रहा है। इसका मतलब यह है कि मिड कैप म्यूच्यूअल फंड में निवेश के जरिए आप सालाना 12 से 18 फ़ीसदी तक रिटर्न कमा सकते हैं।
लंबी अवधि के लिए उचित है कीमत
पिछले कुछ साल में मिडकैप स्पेस में अधिक करेक्शन दर्ज किया गया है। अब मिडकैप का वैल्यूएशन भी ठीक लग रहा है। इस हिसाब से अगले 5 साल में मिडकैप फंड मिड कैप फंड्स क्या हैं बेहतरीन रिटर्न देने में सक्षम है। अगर प्राइस टू अर्निंग रेश्यो की बात करें तो निफ्टी मिडकैप 100 जनवरी 2018 में 45 गुना पर काम कर रहा था जबकि निफ्टी 24 गुना पर काम कर रहा था. अब यह अनुपात बदला है. nifty50 और मिडकैप 100 दोनों 33 गुना मिड कैप फंड्स क्या हैं पर कारोबार कर रहे हैं.
निवेश करने के लिए बेहतर समय
विशेषज्ञों का कहना है कि मिड कैप शेयरों का वैल्यूएशन इस समय सस्ता नहीं है, लेकिन लार्ज कैप से तुलना करने पर यह निवेश के लिए अधिक बेहतर विकल्प दिखते हैं। देश में ब्याज दरों में कमी के इस माहौल में मिडकैप आपके निवेश पर रिटर्न के हिसाब से बेहतरीन दांव साबित हो सकते हैं। इसके मिड कैप फंड्स क्या हैं मिड कैप फंड्स क्या हैं लिए जरूरी है कि आप उन मिड कैप म्यूच्यूअल फंड में निवेश करें जो मझोले आकार की तेजी से वृद्धि करने वाली कंपनियों पर दांव लगाती है।
इन मिडकैप म्यूचुअल फंड्स ने FY22 में दिया 43% तक रिटर्न, क्या इनमें से किसी में है आपका निवेश
Aditya Birla Sun Life Midcap Fund:मिड कैप फंड्स क्या हैं वित्त वर्ष 2021-22 में इस फंड ने 29.5 फीसदी रिटर्न दिया है। फंड की एयूएम 3,362 करोड़ रुपए है.
वित्त वर्ष 2021-2022 में मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों में 36,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का फ्लो आता दिखा है। इसी समय जब पिछले साल के मजबूत रैली के बाद मिडकैप फंड स्थिर और मजबूत रहे, इनमें निवेशकों ने 22,000 करोड़ रूपए की मुनाफा वसूली भी की।
Quant Mid Cap Fund: क्वांटम मिडकैप फंड ने वित्त वर्ष 2021-2022 में 43 फीसदी रिटर्न दिया है। इस फंड की एयूएम 337 करोड़ रुपए है। Quant Mid Cap Fund रूल बेस्ड इंवेस्टमेंट रणनीति अपनाती है।
Motilal Oswal Mid Cap 30 Fund: ये फंड फोकस्ड इन्वेस्टिंग की रणनीति अपनाता है। इसके तहत फंड मैनेजर कुछ चुनिंदा शेयरों में हाई कनविक्शन कॉल लेता। किसी खास समय बिंदु पर फंड 30 शेयरों से ज्यादा शेयरों पर दांव नहीं लगाता। वित्त वर्ष 2021-22 में इस फंड ने 34.9 फीसदी रिटर्न दिया है।
Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में करना चाहते हैं मिड कैप फंड्स क्या हैं निवेश, जानें Flexi Cap और Multi Cap फंड्स में कौन है बेहतर?
By: ABP Live | Updated at : 23 Jun 2022 04:59 PM (IST)
Flexi Cap & Multi Cap Funds: शेयर बाजार ( Stock Market) में इन दिनों उठापटक देखने को मिल रही है. लेकिन जो निवेशक म्यूचुअल फंड ( Mutual Fund) में निवेश करना चाहते हैं और अगर वे दुविधा में हैं कि वे फ्लेक्सी कैप ( Flexi Cap) में निवेश करें या फिर मल्टी कैप ( Multi Cap) में तो आज आपको बतायेंगे दोनों तरह के फंड में क्या फर्क है. फ्लेक्सी कैप को सबसे बेहतर माना जाता है क्योंकि इसमें फंड मैनेजर के पास विकल्प होता है कि वो लार्ज कैप, मिड कैप और मिड कैप फंड्स क्या हैं स्मॉल कैप में जहां चाहे अलॉकेशन को शिफ्ट कर सकता है. जबकि मल्टी कैप अपने कुल कार्पस का 25 फीसदी हिस्सा लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में निवेश करना होता है.
हालांकि फ्लेक्सी कैप की भी कुछ सीमाएं हैं. अगल फ्लेक्सी कैप का 10,000 करोड़ रुपये से मिड कैप फंड्स क्या हैं ज्यादा का कॉर्पस (Corpus) हो जाता है तो फंड मैनेजर के लिए बेहतर अवसर तलाशना मुश्किल हो जाता है. क्योंकि स्मॉल कैप में 10 से 15 फीसदी का अलॉकेशन बहुत ज्यादा होता है. ऐसे में वहीं फ्लेक्सी कैप बेहतर होते हैं जिनका एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) छोटा होता है.
फ्रेंकलिन एंड प्राइमा
इसका न्यूनतम समय 3 सालों में 16.59% रिटर्न दर है, जबकि अधिकतम समय सीमा 20 सालों में 22.16% की रिटर्न दर रही है। 5 सालों में 10.51%, 10 सालों में 17.50%, और 15 सालों में 12.71% से रिटर्न मिला है।
फ्रेंकलिन इंडिया प्राइमा के 20 सालों के एसआईपी को लें तो ₹5000 प्रतिमाह के हिसाब से निवेश की कुल रकम हो जाती ₹1,48,27,900 है। वहीं ₹1लाख के एकमुश्त निवेश से ₹55.13 लाख का रिटर्न मिला है।
टाटा मिडकैप ग्रोथ
इस मिडकैप फंड की न्यूनतम सीमा 3 सालों में रिटर्न की दर है 19.93% और अधिकतम समय 20 सालों में 20.35% की दर रही है। 5 सालों में रिटर्न 12.87%, 10 सालों में 17.79% और 15 सालों में रिटर्न की दर 12.68% रही है।
टाटा मिड कैप ग्रोथ फंड के 20 सालों के एसीपी के अनुसार ₹5000 प्रतिमाह के निवेश की कुल रकम हो जाती है ₹1,28,44,901। वही एकमुश्त ₹1 लाख के निवेश बने ₹41 लाख।
क्वांट मिडकैप
न्यूनतम समय सीमा 3 सालों के रिटर्न की दर 33.96% है। वहीं अधिकतम समय सीमा 20 सालों के लिए रिटर्न की दर 12.88% रही है। 5 सालों में 19.72%, 10 सालों में रिटर्न 15.57%, और 15 सालों में 10.13% की दर से रिटर्न मिला है।
क्वांटम मिडकैप 20 सालों की एसआईपी के अनुसार ₹5000 प्रतिमाह निवेश की कुल रकम हो जाती है ₹62,26,485। एकमुश्त, वहीं एकमुश्त ₹1 लाख के बने ₹11.32 लाख।