शुरुआती के लिए रणनीतियाँ

व्यापर रोक

व्यापर रोक
कोयले की मांग बढ़ी
भारत में आर्थिक गतिविधियां इस बार लगभग पूरी तरह शुरू होने और गर्मियों में मांग बढ़ने से बिजली उत्पादन कंपनियों पर अधिक बिजली पैदा करने का दबाव पड़ा है। इसी मांग को पूरा करने के लिए कोयले का आयात बढ़ा दिया गया है।

WTO ने G20 देशों पर जल्दबाजी में व्यापर पर रोक लगाने का लगाया आरोप,जानें क्यों

नई दिल्ली: इंडोनेशिया में जी20 सम्मेलन शुरू होने के पहले विश्व व्यापार संगठन (WTO) व्यापर रोक ने सोमवार को कहा कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं की पृष्ठभूमि में जी20 देशों ने मध्य-मई से लेकर मध्य-अक्टूबर के बीच तेजी से व्यापार बंदिशें लागू कीं. दुनिया के विकसित एवं कुछ विकासशील देशों के समूह जी20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, जापान, व्यापर रोक रूस, ब्रिटेन और अमेरिका भी शामिल हैं.

डब्ल्यूटीओ ने कहा कि अक्टूबर के मध्य में उसके सदस्य देशों ने खाद्य उत्पाद एवं उर्वरक पर 52 तरह की पाबंदियां लगाई हुई थीं. इसके अलावा कोविड-19 महामारी की रोकथाम से संबंधित जरूरी चीजों पर भी 27 निर्यात पाबंदियां लगी व्यापर रोक हुई थीं. जी20 व्यापार निगरानी रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध और खाद्य सुरक्षा संकट से पैदा हुई आर्थिक अनिश्चितता को देखते हुए जी20 देशों ने मध्य-मई से मध्य-अक्टूबर के बीच निर्यात पाबंदियों की रफ्तार बढ़ा दी। इसमें खासकर खाद्य उत्पादों एवं उर्वरक के निर्यात पर पाबंदियां लगाई गईं.

डब्लूटीओ ने जी20 देशों पर बड़ा आरोप, कहा- जल्दबाजी में सदस्य देशों ने लगाए व्यापर पर रोक

डब्लूटीओ प्रमुख ने जी20 देशों पर जल्दबाजी में व्यापर पर प्रतिबंध लगाने का आरोप लगाया है. (फोटो-WTO website)

  • भाषा
  • Last Updated : November 15, 2022, 00:20 IST

नई दिल्ली: इंडोनेशिया में जी20 सम्मेलन शुरू होने के पहले विश्व व्यापार संगठन (WTO) ने सोमवार को कहा कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं की पृष्ठभूमि में जी20 देशों ने मध्य-मई से लेकर मध्य-अक्टूबर के बीच तेजी से व्यापार बंदिशें लागू कीं. दुनिया के विकसित एवं कुछ विकासशील देशों के समूह जी20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, जापान, रूस, ब्रिटेन व्यापर रोक और अमेरिका भी शामिल हैं.

Astro Tips: व्यापार में लाभ के लिए आजमाएं ये सरल ज्योत‍िषीय उपाय

प्रवीण मिश्र, ज्योतिषी

  • नई दिल्ली,
  • 13 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 8:23 AM IST

Astro tips: व्यापर में खूब लाभ कमाना चाहते हैं तो ज्योतिषाचार्य पंडित प्रवीण मिश्रा का ये उपाय आपके लिए हैं. पंडित प्रवीण मिश्रा के अनुसार अपने ऑफिस में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति रखें, प्रतिदिन पूजा और आरती करें. व्यापार व्यापर रोक में लाभ की प्रार्थना करें. हर गुरुवार के दिन पीले रंग की खिचड़ी का भोग लगाकर 21 गरीबों को प्रसाद बांटें. ज्यादा जानकारी के लिए देखें ये वीडियो.

Coal Import : भारत में रूस से छह गुना बढ़ा कोयले का आयात, वैश्विक प्रतिबंधों के बावजूद रिकॉर्ड खरीद

सांकेतिक तस्वीर

भारत ने इस साल जून के शुरुआती 20 दिनों में ही रूस से 33.11 करोड़ डॉलर के कोयले का आयात किया है। यह पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले छह व्यापर रोक गुना अधिक है। इसके अलावा भारत कच्चा तेल भी रूस से रिकॉर्ड स्तर पर आयात कर व्यापर रोक रहा है।

आंकड़ों के मुताबिक, 20 दिनों में रूस के साथ भारत के तेल व्यापार का मूल्य 31 गुना से अधिक बढ़कर 2.22 व्यापर रोक अरब डॉलर हो गया। इस अवधि में तेल की खरीद औसतन 111.08 करोड़ डॉलर प्रति दिन थी, जो पिछले तीन महीने में खर्च किए गए 3.11 करोड़ डॉलर से तीन गुना अधिक है।

विस्तार

भारत ने इस साल जून के शुरुआती 20 दिनों में ही रूस से 33.11 करोड़ डॉलर के कोयले का आयात किया है। यह पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले छह गुना अधिक है। इसके अलावा भारत कच्चा तेल भी रूस से रिकॉर्ड स्तर पर आयात कर रहा है।

आंकड़ों के मुताबिक, 20 दिनों में रूस के साथ भारत के तेल व्यापार का मूल्य 31 गुना से अधिक बढ़कर 2.22 अरब डॉलर हो गया। इस अवधि में तेल की खरीद औसतन 111.08 करोड़ डॉलर प्रति दिन थी, जो पिछले तीन महीने में खर्च किए गए 3.11 करोड़ डॉलर से तीन गुना अधिक है।

वैश्विक प्रतिबंधों के बावजूद भारत द्वारा रूस से आयात किए जाने वाले कोयले में तेज उछाल देखने को मिला है। गौरतलब है कि रूस कोयले पर 30 फीसदी तक की छूट दे रहा है। कई देशों द्वारा प्रतिबंध लगाने के बावजूद भारत ने रूस से कोई व्यापार नहीं रोका व्यापर रोक है।

भारत ने कहा है कि यूक्रेन में हिंसा खत्म होनी चाहिए। लेकिन रूस से अचानक वस्तुओं की खरीद बंद कर देने से वैश्विक दामों में उथल-पुथल मचेगी और उसके ग्राहकों को नुकसान होगा। अमेरिकी अधिकारियों ने भारत से कहा है कि रूस से ईंधन के आयात पर व्यापर रोक कोई रोक नहीं है लेकिन इसमें बहुत तेजी भी नहीं आनी चाहिए। वहीं, यूरोपीय कारोबारी ने रूस से व्यापार रोक दिया, इसका फायदा व्यापर रोक सीधे भारतीय खरीददार उठा रहे हैं। वे ढुलाई लागत के बहुत अधिक होने के बावजूद बड़े स्तर पर कोयला रूस से खरीद रहे हैं।

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