शुरुआती के लिए रणनीतियाँ

करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है?

करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है?
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करेंसी ट्रेडिंग कैसे शुरू करे और कैसे खोल सकते है खाता यहाँ जाने पूरी जानकारी

मुंबई : अगर करंसी ट्रेडिंग करना चाहते है तो सबसे पहले आपको करंसी ट्रेडिंग की बुनियादी बातो को समझाना ज्यादा जरुरी है। करंसी ट्रेडिंग हर देशो के करंसी के जरिये की जाती है आपको बता दे की हर एक देश की करंसी उसके शेयर बाजार और बिज़नेस मे होने वाली घटनाओ के आधार पर बदलते रहते है। करंसी ट्रेडिंग दुनिया का सबसे बड़ा बाजार माना जाता है कारन इसमे सभी देशो के करंसी की ट्रेडिंग की जा सकती है। शेयर बाजार मे करंसी ट्रेडिंग मे भी अच्छी कमाई की जा सकती है इसके लिए बस इसको ठीक से समझाना जरुरी है।करंसी ट्रेडिंग को फोरेक्स ट्रेडिंग भी कहा जाता है इसमे विदेशी कमनीय भी ब्रोकर सेवाएं देती है जिसमे OCTA FX ,NORD FX जैसे स्टॉक ब्रोकर शामिल है।

कैसे करते है करंसी ट्रेडिंग :

  • करंसी ट्रेडिंग पूरी तरह से ऑनलाइन होती है आपको इसके लिए लोग इन आय डी और पासवर्ड दिया जाता है।
  • जिसके जरिये आपको करंसी ट्रेडिंग मे लोग इन करना होता है।
  • लोग इन होने के बाद आपको करंसी ट्रेडिंग का प्लेटफार्म दिखाई देता है जिसपर अलग अलग देशो की आज की करंसी रेट्स और उसके बढ़त गिरावट की जानकारी दिखाई जाती है।
  • करंसी ट्रेड करने के पहले आपको ट्रेडिंग खाते मे मार्जिन की राशि जमा करनी पड़ती है।
  • मार्जिन की जानकारी आपको आपके स्टॉक ब्रोकर के जड़िये दी जाती है हलाकि ये शेयर बाजार के अस्थिरता के कारन बदलती रहती है।
  • भारत मे प्रमुख तौर पर USD /INR ,EURO/INR JPY /INR GBP /INR इन विकल्पी मे ट्रेडिंग होती है इसमे सबसे ज्यादा ट्रेडिंग USD \/INR मे ही होती है।
  • सबसे बड़ी बात आप करंसी ट्रेडिंग सोमवार से शुक्रवार सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ही कर सकते है।
  • इसमे वायदा ट्रेड के लिए लोट साइज 1 हजार प्रति ट्रेड होती है हलाकि JPY/INR के लिए लोट साइज 1 लाख पर ट्रेड है।

कैसे होता है नफा और नुकसान :

  • ऐसा समझ लीजिये की आप USD/INR मे करंसी ट्रेड कर रहे है और आपको ऐसा लगता है की USD की कीमत बढ़ सकती है।
  • तो आप USD/INR मे वायदा खरीद लेंगे ऐसा करने पर USD की कीमत बढ़ने पर आपको नफा होगा।
  • वही अगर आपको लगता है की USD की कीमत गिर सकती है तो आप USD/INR को बेच देगा।

करंसी ट्रेडिंग करने के लिए डीमैट खाता है जरुरी :

  • करंसी ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास डीमैट खाता होना जरूरी है इसके लिए अगर आप पहले से शेयर बाजार मे ट्रेडिंग करते है तो उसी ब्रोकर के जरिये करंसी ट्रेडिंग कर सकते है।
  • इसके लिए कई स्टॉक ब्रोकर उसी खाते मे करंसी ट्रेडिंग करने का सकल्प देते है तो कुछ स्टॉक ब्रोकर मे आपको अलग से नया करंसी त्रादंग खाता खोलना पड़ता है।
  • किसी भी धोखाधड़ी से बचने के लिए करंसी ट्रेडिंग के लिए SEBI रेजिस्ट्रेड ब्रोकर ही चुने इससे आप क़ानूनी तरीके से सुरक्षित रह सकते है।
  • खासतौर ओर ऐसा ही ब्रोकर चुने है जो बाकि ट्रेड के साथ करंसी ट्रेडिंग का भी विकल्प देता हो।
  • इसके आलावा आपको उसका ब्रोकरेज शुल्क , और अन्य सुविधा जांचने के बाद ही ब्रोकर को चुनना चाहिए।
  • एक ही ब्रोकर डीमैट खाते पर ट्रेडिंग खाता होने पर आपको अलग से करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? दस्तावेज भी नहीं देने पड़ते और ट्रेडिंग करना भी आसान हो जाता है।

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Cryptocurrency क्या है? ट्रेडिंग से पहले जान लें जरूरी बातें

Cryptocurrency:क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है. यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं होता.

  • Paurav Joshi
  • Publish Date - August 11, 2021 / 02:48 PM IST

Cryptocurrency क्या है? ट्रेडिंग से पहले जान लें जरूरी बातें

बिटकॉइन एक किस्म की वर्चुअल करेंसी है. जो 2009 मं शुरू हुई थी. फिलहाल बिटकॉइन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं.

एक वक्त था, करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? जब दुनिया में कोई मुद्रा (Currency) नहीं थी. सिर्फ वस्तुओं के बदले वस्तुओं का लेन-देन होता था. लेकिन उसके बाद नोट और सिक्के अस्तित्व में आए. आज यही नोट और सिक्के हमारी मुख्य Currency हैं. लेकिन इसके अलावा भी एक करेंसी है, जो पूरी तरह Digital है. इसे Cryptocurrency कहा जाता है.

आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी?

क्रिप्टो करेंसी Cryptocurrency एक ऐसी मुद्रा है जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है. यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं होता. यह करेंसी किसी भी एक अथॉरिटी के काबू में भी नहीं होती. अमूमन रुपया, डॉलर, यूरो या अन्य मुद्राओं की तरह ही इस मुद्रा का संचालन किसी राज्य, देश, संस्था या सरकार द्वारा नहीं किया जाता. सबसे ज्यादा पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन, इथीरियम और डॉजकॉइन जैसे कुछ और कॉइन्स हैं. आज की तारीख में बिटकॉइन का बाजार 4 ट्रिलियन डॉलर के आसपास है. अब सवाल है कि जब पूरा मामला कंप्यूटर आधारित है तो इसे कैसे सुरक्षित बनाएं?

1-छोटी बचत से शुरुआत

शुरू में उतना ही निवेश करें जितना घाटा सहने की क्षमता हो. यानी कि निवेश पर कुछ न भी मिले तो आपकी आर्थिक स्थिति डांवाडोल नहीं होनी चाहिए. ठीक स्टॉक मार्केट की तरह ही cryptocurrency को भी लें कि बाजार में गिरावट आई तो मिनटों में कमाई जा सकती है. अपनी कमाई का एक हिस्सा क्रिप्टोकरंसी के लिए पहले ही बाहर निकाल दें जिसे सुविधा के हिसाब से खरीद बिक्री कर सकें.

2- एक ही क्रिप्टो में निवेश करें

निवेश की शुरुआत में एक ही क्रिप्टो (Cryptocurrency) में निवेश करें. और ऐसा ही क्रिप्टोकॉइन या टोकन चुनें, जिसमें निवेश को लेकर आप पूरी तरह से श्योर हों. निवेश के बाद अपने फैसले पर अडिग रहें और फिर अपना प्रोग्रेस मॉनिटर करें. इसके बाद ही अपना पोर्टफोलियो बढ़ाने के बारे में सोचें.

3- क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज का चयन

क्रिप्टो में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको सबसे बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ढूंढना होगा. भारत में फिलहाल बहुत सारे एक्सचेंज काम कर रहे हैं, जिसमें CoinSwitch Kuber, WazirX, BuyUCoin सहित कई अन्य हैं.

4-सुरक्षित वॉलेट की जरूरत

क्रिप्टोकरंसी को सुरक्षित रखने के लिए सबसे जरूरी होती है एक सुरक्षित वॉलेट की. इस वॉलेट में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की कुंजी (key) को रखा जाता है. यही वॉलेट आपकी करंसी और ब्लॉकचेन के बीच लिंक करता है.

5- पेमेंट का तरीका

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) लेने से पहले उसका पेमेंट करने का तरीका जरूर जान लें. कई क्रिप्टो एक्सचेंज क्रेडिट कार्ड या बैंक ट्रांसफर की इजाजत देते हैं.

6- अपना ट्रेडिंग ऑर्डर डालना

एक्सचेंज के पास डॉक्यूमेंट और पैसे डिपॉजिट करने के बाद जरूरी नहीं है कि आप तुरंत ट्रेडिंग शुरू कर पाएंगे. इसके बाद वो एक्सचेंज आपकी डिटेल्स को वेरिफाई करेगा, इसमें थोड़ा टाइम लग सकता है. जब केवाईसी प्रोसेस पूरा हो जाता है तो एक्सचेंज अपने यूजर को इसे लेकर नोटिफाई कर देता है. रही बात कि ट्रेडिंग की तो क्रिप्टो मार्केट 24/7 खुला रहता है, आप कभी-कभी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं.

7- जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करना

क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आपको आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, पैन कार्ड वगैरह जैसे डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपका अकाउंट वैध और सही हो. इसके अलावा आपको अपना पेमेंट ऑप्शन भी देना होगा.

Cryptocurrency के नुकसान

Cryptocurrency में एक बार transaction पूर्ण हो जाने पर उसे reverse कर पाना असंभव होता है क्यूंकि इसमें वैसे कोई options ही नहीं होती है.
अगर आपका Wallet के ID खो जाती है तब वो हमेशा के लिए खो जाती है क्यूंकि इसे दुबारा प्राप्त करना संभव नहीं है.

क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग कैसे करें ??

cryptocurrency in hindi

क्रिप्‍टो करेंसी में ट्रेडिंग के बारे में हम लगातार सुनते रहते हैं और यहां वहां से अपुष्‍ट सूचनाएं मिलती रहती हैं, लेकिन स्‍पष्‍ट नहीं हो पाता कि किस प्रकार क्रिप्‍टो करेंसी में ट्रेड किया जाए। पेशे से इंजीनियर राजेश भट्ट ने सोशल मीडिया के मित्रों के लिए दो पोस्‍ट लिखकर क्रिप्‍टो करेंसी ट्रेडिंग की दुनिया में प्रवेश का आसान रास्‍ता बताया है, यहां उन दोनों पोस्‍ट को क्‍लब कर एक पोस्‍ट बनाई गई है। संभवत: यह आपके लिए उपयोगी हो। पाठक को यह ध्‍यान रखना चाहिए कि यह क्रिप्‍टो करेंसी ट्रेडिंग को समझाने के लिए लिखी गई पोस्‍ट है न कि ट्रेडिंग के क्षेत्र में कार्य करने के लिए, ऐसे में अपनी समझ और सावधानी के बाद ही इस क्षेत्र के संबंध में कोई निर्णय करे (सं.)

सबसे पहले तो दिमाग से ये बात निकाल दें की क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग हराम और आराम की कमाई की जगह है..आराम से कभी पैसा नहीं कमाया जा सकता चाहे कोई भी फील्ड हो……इसमें आम कामों से ज्यादा मेहनत है….ज्यादा दिमाग खर्चना पड़ता है….स्टडी ज्यादा है…..सतर्कता ज्यादा है…पेशेंस ज्यादा चाहिए…..ये ज्ञान का भवसागर है…सबसे जल्दी अपडेट होने वाला फील्ड है…एक एक दिन में चीजें बदल जाती हैं…….जितना स्टडी करोगे उतना लगेगा की हमें कुछ नहीं पता….ढंग से सीख जाओगे तो जिंदगी बना देगा….वरना ज्यादा हुशियार यहाँ से नंगे होकर ही घर जाते हैं…और अपनी बेवकूफी की बजाय इस फील्ड को ही कोसते नज़र आते हैं…

दूसरा नियम invest only what you can afford to lose….नया फील्ड है अभी,रोज नए प्रोडक्ट आ रहे हैं…१०० आते हैं तो उनमें से आधे तो स्कैम होते हैं और ४५% कचरा….आपने किसी के कहने से कुछ ले लिया और वो प्रोजेक्ट फेल हुआ तो आपका पैसा गया….शुरुआत थोड़े से ही करें..

वैसे तो सैकड़ों एक्सचेंज हैं पर चूंकि आपको inr से ट्रेड शुरू करना है सो मेरे हिसाब से आप दुनिया के सबसे बड़े एक्सचेंज binance पर ही अपना अकाउंट खोलें…वहाँ आलतू फालतू coins को एंट्री नहीं मिलती और ट्रेड वॉल्यूम भी सबसे ज्यादा होता है.

Binance की साईट पर जाएँ और signup करें.. KYC के बाद आपका अकाउंट रेडी हो जाए तो आपको मैसेज आ जायेगा. अकाउंट सिक्यूरिटी में F2A आप्शन ऑन कर दें. ये गूगल ऑथेंटिकेटर है.इसका ऐप आपको अपने मोबाइल में लेना होगा जो आपको अपने गूगल अकाउंट से लिंक करना होगा…आपकी लॉग इन आई डी और पासवर्ड पता हो तो भी कोई आपकी जगह लॉग इन न कर पाए इसके लिए सेफ्टी है वो. हर ३० सेकण्ड में उसमें कोड्स बदल जाते हैं. हर एक्सचेंज का हर अकाउंट के लिए एक यूनिक QR कोड होता है….उसे गूगल ऑथेंटिकर से स्कैन करते ही उस एक्सचेंज के लिए आपका F2A सेफ्टी चालू हो जायेगी….हर बार लॉग इन करते समय id पासवर्ड के साथ आपसे वो कोड भी माँगा जायेगा. QR कोड का स्क्रीन शॉट लेकर उसे कहीं सुरक्षित जगह सेव कर लें. मोबाइल खो जाने की सूरत में आप नए मोबाइल में वही सेटिंग दोबारा पा सकते हैं उसे स्कैन करके.गूगल भी गूगल ऑथेंटिकेटर चालू करने के लिए आपको एक QR code देता है उसे भी सेव कर लें.

अब साईट या ऐप खोलें. वहाँ wallet पर जाएँ. उसमें ऊपर कई ऑप्शंस नज़र आयेंगे… उसमें p2p पर जाएँ. वहाँ आपको coins नज़र आयेंगे जो आप INR में खरीद सकते हो. p2p में आपको रजिस्टर करना होगा.वहाँ पेमेंट के लिए अपना बैंक अकाउंट या UPI एड्रेस रजिस्टर करना होगा. बस आप तैयार हैं.

मेरे सुझाव में आप शुरुआत केवल btc या usdt से करें क्योंकि इन दोनों से आप जो चाहे वो कॉइन खरीद सकते हैं. वैसे आप usdt से ही अपनी ट्रेडिंग शुरू करें तो बेहतर है. btc से ट्रेडिंग थोड़ी जटिल है (प्रॉफिट समझने के लिहाज से केवल वैसे सेम हैं प्रक्रिया दोनों की) वहाँ आपको buy ऑप्शन नज़र आएगा. उसे क्लिक करते ही लाइन से इंडियन सेलर मिल जायेंगे जो आपके द्वारा सलेक्ट किये कॉइन को ऑनलाइन बेच रहे होंगे. यहाँ थोड़ा ध्यान देने वाली बात है. ट्रेडर के साथ उसके द्वारा किये गए ट्रेड्स करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? की संख्या और सक्सेस रेट लिखे होते हैं जो कि दर्शाते हैं कि सामने वाला कितना प्रोफेशनल है….लोअर रेटिंग वालों से ट्रेड न करें भले ही दो पैसे ज्यादा क्यों न देना पड़े. वो फ्रॉड नहीं हैं नौसिखिए हैं…उन्होने अकाउंट खोल दिया पर करना क्या है यही पता नहीं है…मूलतः वो वहां गालियाँ खाने ही आते हैं… (मैं तो देता हूँ गन्दी गन्दी गालियाँ)….नुक्सान कुछ नहीं है. आधे घंटे के लिए आपको व्यस्त कर देते हैं वो…फालतू में.

जो समझ में आये उसके साथ लिखा होगा की उसकी ट्रेड रेंज क्या है. आपकी रेंज में जो फिट हो उसके साथ ट्रेड शुरू करें. १०-१५ मिनट में ट्रेड पूरा हो जाता है और coins आपके p2p अकाउंट में आ जाते हैं.

धोखेबाजी की ओर से घबराएं नहीं.वहाँ कोई चीट नहीं कर सकता आपको बशर्ते कि आप खुद किसी को मौक़ा न दें तो…वहाँ जैसे ही आप ट्रेड शुरू करते हैं सामने वाले के उतने कॉइन एक्सचेंज के एस्क्रो अकाउंट में लॉक हो जाते हैं…आप पेमेंट करके I have made the payment का बटन दबा दें. एक्सचेंज उस व्यक्ति को मैसेज भेजेगा कि आपको पेमेंट हो चुका है….कॉइन रिलीज करो…वो पेमेंट रिसीव्ड का बटन प्रेस करेगा….एक्सचेंज उसके लॉक्ड कॉइन आपको दे देगी…सिम्पल…

जब आपको पैसे की जरूरत हो तो इसी प्रक्रिया को उल्टा करें और अपने कॉइन बेच दें.

ध्यान रखने योग्य बातें….

अगर खरीद रहे हैं तो पैसा ट्रांसफर करने के बाद I have made the payment का बटन दबाना न भूलें….

अगर बेच रहे हैं तो जब तक पैसा आपके अकाउंट में न आ जाए तब तक पेमेंट रिसीव्ड का बटन न दबाएँ…फालतू में किसी को झिलायें नहीं.वहाँ रेपुटेशन बनानी पड़ती है…रेपुटेड ट्रेडर से सभी ट्रेड करना चाहते हैं….

अब फिर से wallet पर जाएँ. वहाँ p2p सलेक्ट करें. वहां आपको अपने coins नज़र आयेंगे. transfer में जाएँ और वहाँ p2p to spot wallet करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? सलेक्ट करेंसी ट्रेडिंग क्या होती है? करें. सलेक्ट ऑल करके ट्रांसफर मार दें. अब आप वास्तविक ट्रेडिंग के लिए तैयार हैं.

अब trade पेज पर आ जाएँ. वहाँ अगर आपके पास usdt हैं तो ट्रेड में usdt वाला सेक्शन खोलें…वहाँ आपको सैकड़ों coins मिल जायेंगे….

आप चूंकि नए हैं सो एकदम से कोई भी कॉइन ना लें…भले ही आपको वो कितने ही प्रॉफिट में क्यों न दिख रहा हो या कम रेट पर क्यों न दिख रहा हो. उसके लिए स्टडी जरूरी है. coinmarketcap साईट पर जाएँ….वहाँ आपको नज़र आयेंगे टॉप 100 coins…इनमे से भी शुरू के 30 ब्लू चिप होते हैं… कुछ समय उनको स्टडी करें….आपको पैटर्न नज़र आ जाएगा..

coinmarketcal नाम की एक साईट है…वहाँ किस कॉइन में आगामी कितने दिन में कौन सा इवेंट आने वाला है उसकी डिटेल रहती है.उसे स्टडी करें.इसके अलावा नेट पर इस संबंध में ढेरों सूचनाएं हैं। उनका भी अध्ययन करें..

Disclaimer: this post is only for the educational purpose and should not be taken as an investment advise. Crypto market is a very risky investment so I am noway responsible for any of our profit or loss. The writer of the content does not hold any crypto at the time of writing.

पोजिशनल ट्रेडिंग क्या होता है? Positional Trading Kya Hota Hai

शेयर बाजार में एक महीने से ज्यादा और एक साल के अंदर किया जाने बाला ट्रेडिंग को पोजिशनल ट्रेडिंग कहते है। शेयर बाजार में समय के आधार पर 3 तहर के ट्रेडिंग होते जैसे इंट्राडे ट्रेडिंग ( 1 दिन के अंदर) , स्विंग ट्रेडिंग ( < 1 महीना ) और पोजिशनल ट्रेडिंग ( > 1 महीना ) । आप पोजिशनल ट्रेडिंग कैश में शेयर की डिलीवरी ले कर कर सकते है अथवा आप डेरिवेटिव्स में फ्यूचर और ऑप्शन कॉन्ट्रक्ट ख़रीद कर कर सकते है।आपको अच्छे से फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में जानने केलिए नीच दिए गए लेक को पढ़े।

पोजिशनल ट्रेडिंग क्या होता है?

इक्विटी बाजार में ट्रेडिंग 2 सेगमेंट होते है

1) कैश ट्रेडिंग

इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप मॉर्निज के बिना आपके खुदके पैसों ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप शेयर की दिलीविरी लेकर खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत कम रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम भी बहोत कम होता है। शेयर बाजार में पेशे आदर ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग नहीं करते है । इसमें लेवल लघु समय ( < 1 वर्ष ) के निवेशक ट्रेडिंग करते है।

2) डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग

इस प्रकार के ट्रेडिंग में आप ब्रोकर मॉर्निज पैसों के साथ आपके ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें आप स्टॉक ( ITC , HDFC , Reliance ) , करेंसी ( USD/INR ) , इंडेक्स ( NIFTY 50 / SENSEX ) और कमोडिटी ( Cruid Oil , Gold , Silver ) की दिलीविरी लिए बिना खरीद और बिक्री कर ट्रेडिंग करते है। इसमें आपको बहोत ज्यादा रिटर्न्स मिलता है। मगर इसमें आर्थिक जोखिम बहोत ज्यादा होता है। शेयर बाजार में पेशेदार ट्रेडर इस तरह के ट्रेडिंग करते है ।

डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग 2 तरह के होते है

a) फ्यूचर ट्रेडिंग

शेयर मार्किट में फ्यूचर ट्रेडिंग या फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट ट्रेडिंग का मतलब होता हे की आप किसी भी स्टॉक / इंडेक्स को उसकी एक्सपाइरी डेट से पहले खरीद या बेच सकते हे, कोई भी फिक्स प्राइस पर।

b) ऑप्शन ट्रेडिंग

शेयर बाजार मेंहर दिन शेयर और इंडेक्स की मूल्य ऊपर नीचे होते रहता है । इस में अगर आप किसी शेयर को भबिष्य के किसी निधारित मूल्य (strick price) में बेचना और ख़रीदना हो तो आपको किसी के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट करना होता है । इस को आसान भासा में स्टॉक हेजिंग कहे ते है इस के निबेश की रिस्क कम होजा ता है । सभी कॉन्ट्रैक्ट का एक निधारित समय सीमा होता है । इसी कॉन्ट्रैक्ट (Option) को बेचना और खरीदना को option trading कहते है ।

ट्रेडिंग करने केलिए सबसे अच्छी ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?

बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।

1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक

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