शुरुआती के लिए रणनीतियाँ

इंट्रा डे ट्रेडिंग

इंट्रा डे ट्रेडिंग

Intraday Trading: इस शख्स ने Proper Risk Management से कमाए पांच करोड़ रुपए! | Stock Market

Intraday Trading: इस शख्स ने Proper Risk Management से कमाए पांच करोड़ रुपए! | Stock Market

aajtak.in

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  • 10 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 2:37 PM IST

आजकल कई ट्रेडर्स इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाह रहे हैं, क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग उन्हें कम समय में ज़्यादा पैसा कमाने का मौका प्रदान करती है. लेकिन ज़्यादातर ट्रेडर्स शुरुआत में हे असफल हो जाते है, जिसका सबसे बड़ा कारण ज्ञान और समझ की कमी. गेमर से मार्केटर बने श्रेयस बांदी से समझें कैसे उन्होंने तीस लाख के सही रिस्क मैनेजमेंट से पांच करोड़ तक की कमाई की.

5 Best Intraday Trading Tips in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम

5 Best Intraday Trading Tips in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम

इंट्राडे ट्रेडिंग, जिसे डे ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है, शेयर बाजार में शुरुआती लोगों के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग सबसे पंसदीदा ट्रेडिंग शैली है।
इसका कारण यह है कि बहुत कम ट्रेडर्स को पता होता है कि क्या ट्रेड करना है और कब ट्रेड करना है एंव एक ही समय में मनी मैंनेजमेंट की सही रणनीति है।
आज इस Intraday Trading Tips in Hindi लेख में जानेंगे,

* इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
* इंट्राडे में ट्रेडिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
* शेयर बाजार में शुरुआती लोगों के लिए, Intraday Trading Tips in Hindi तो चलिए शुरू करते हैं!

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग मुनाफा बुक करने के लिए उसी दिन शेयर खरीदने और बेचने के बारे में है। इसमें आप अपनी शेयरों की डिलीवरी लेने की योजना नहीं बनाते हैं। यानि अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीद कर उसी दिन मार्केट बंद होने से पहले बेच देते है तो यह प्रकिया इंट्राडे ट्रेडिंग कहलाती है।

दूसरे शब्दों में, यदि आप शेयरों को खरीदने या बेचने के लिए एक इंट्राडे ऑर्डर देते हैं, तो आप मूल्य में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाते हैं और ट्रेडिंग दिवस के अंत से पहले स्थिति को कवर करते हैं ताकि अगले दिन के लिए कोई बकाया शेयर न हो।

इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान आपकी मानसिकता बहुत ही अहम् भूमिका निभाती है इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत करने से पहले अपनी ट्रेडिंग साइकोलॉजी एंव मनी मैनेजमेंट पर काम करे, जो आपको ट्रेडिंग के दौरान सही निर्णय लेने में मदद करेंगे।

Intraday Trading Tips in Hindi for Beginners

लगातार इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं? इसका कोई निश्चित उत्तर नहीं है, लेकिन लंबे समय में ये सरल टिप्स एक नए ट्रेडर और एक अनुभवी ट्रेडर के बीच अंतर करते हैं! यहां पांच नियम दिए गए हैं जिन्हें आप फोलो कर एक वेहतर ट्रेडर बन सकते हैं।

Intraday Trading Tips in Hindi

#1 आप क्या ट्रेड करेंगे और कब ट्रेड करेंगे, ये स्पष्ट होना चाहिए।

पहले अपनी ट्रेडिंग के लिए लिक्विड स्टॉक्स की सूची बनाएं। यह कभी भी 10-15 से अधिक स्टॉक नहीं होना चाहिए क्योंकि आप इसे नियमित रूप से ट्रैक कर सकते हैं। मुख्य नियम अस्थिर बाजार के बीच में ट्रेड नहीं करना है। इंट्राडे ट्रेडिंग सबसे अच्छी होती है जब बाजार की दिशा और गति का अनुमान लगाया जा सकता है। यदि आप नियमित अंतराल पर स्टॉप लॉस को ट्रिगर करते रहते हैं, तो यह न केवल आपको विचलित करता है बल्कि एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में आपका मनोबल भी गिराता है। तार्किक रूप से यह है कि इंट्राडे ट्रेडिंग काफी हद तक आपकी पूंजी की सुरक्षा के बारे में है और आपको विभिन्न स्तरों पर अपनी पूंजी की रक्षा करनी होगी। आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि आप कुल मिलाकर और प्रति ट्रेड के आधार पर कितना नुकसान उठाना चाहते हैं। वह पहला टिप है।

#2 स्टॉप लॉस और प्रॉफिट टारगेट वे ईंधन हैं जो इंट्राडे ट्रेडिंग को बेहतर बनाते हैं।

स्टॉप लॉस इंट्राडे ट्रेडिंग में बीमा की तरह है, भले ही आप शॉर्ट या लॉन्ग ट्रेडिंग कर रहे हों। बिना स्टॉप लॉस के कभी भी इंट्राडे ट्रेड न करें। स्टॉप लॉस की अनुपस्थिति में, आप असहनीय नुकसान के साथ पोजीशन धारण कर सकते हैं। जब आप एक इंट्राडे ट्रेडर होते हैं, तो आप रात भर का जोखिम नहीं उठा सकते, भले ही आप प्रतीक्षा करने का जोखिम उठा सकते हों। इसका मतलब है कि आपको न केवल स्टॉप लॉस बल्कि प्रॉफिट टारगेट भी पहले से ही तय करना होगा। इस लिए ट्रेड में प्रवेश करने से पहले आपको अपना स्टॉप लॉस और टारगेट पता होने ही चाहिए।

#3 आप कैसे ट्रेड करते हैं और ट्रेड क्यों करते हैं, ये पता होना चाहिए।

यह एक ऐसी चीज है जिसे बहुत से इंट्राडे ट्रेडर पूरी तरह से नहीं समझते हैं। अपनी लाभ और अपनी नुकसान का रिकॉर्ड रखें और दिन के अंत में मूल्यांकन करें। यह सुनने में वचकाना लग रहा होगा, लेकिन धीरे-धीरे आपको इसकी अहमियत का एहसास होगा। आपने क्या गलत किया और आप क्या बेहतर कर सकते थे, इसका विश्लेषण करने के लिए एक इंट्रा डे ट्रेडिंग ट्रेडिंग प्लान का उपयोग करें। समय के साथ, यह प्रक्रिया आपको एक बेहतर इंट्राडे ट्रेडर बनने में मदद करती है।

आप जो ट्रेड करते हैं उसमें यह भी शामिल है कि किस शोध और टेक्निक का उपयोग करना है और इसका उपयोग कैसे करना है। बाजार मे आने बाली जरुरी खबरों पर नजर रखें, अन्यथा एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में आपके असफल होने की संभावना है। कॉर्पोरेट कार्रवाइयों और परिणामों की घोषणाओं के प्रवाह का मूल्यांकन करें। आपको अपनी शॉर्टलिस्ट की गई कंपनियों के बारे में अच्छी तरह अपटेड रहना चाहिए। यहां तक कि इंट्राडे ट्रेडर्स को भी यह जानने की जरूरत है कि कंपनी क्या कर रही है और कैसा प्रदर्शन कर रही है। इन सबसे ऊपर, अपने स्वयं के तकनीकी चार्टिस्ट बनें और F&O डेटा जैसे OI/PCR/IV आदि का मूल्यांकन करें। ये सभी इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण इनपुट हैं।

#4 जब आप इंट्रा डे ट्रेडिंग नुकसान करते हैं तो ये सीखने का सबसे अच्छा मौका है।

किसी भी व्यवसाय की तरह, एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में आपके कौशल का सबसे अच्छा परीक्षण तब किया जाता है जब आप नुकसान में होते हैं। याद रखने के लिए यहां कुछ बुनियादी नियम दिए गए हैं।

जब आप इंट्रा डे ट्रेडिंग कर रहे हों और नुकसान उठा रहे हों तो घबराएं नहीं। बल्कि अपनी गलतियों को पहचानों और उनसे सीखो।

नुकसान के बारे में चिंता न करें, ये इंट्राडे ट्रेडिंग का हिस्सा हैं। अपने ट्रेडिंग जर्नल में अपनी गलतियों को देखना और विश्लेषण करना एक अच्छे ट्रेडर की पहचान है।

यदि कोई आपको बताता है कि वे ट्रेडिंग में हमेशा प्रोफ़िट करते हैं, तो वे या तो भगवान हैं या झूठे हैं। आपको उनमें से कोई भी नहीं होना चाहिए। नुकसान ट्रेडिंग का हिस्सा हैं।

यदि आपकी पोजीशन ने कुछ मिनटों या घंटे के भीतर आकर्षक लाभ अर्जित किया है, तो प्रोफ़िट बुक कर ले। अपनी किस्मत को ज्यादा देर तक न परखें। कभी भी ओवरट्रेडिंग करके नुकसान की भरपाई करने की कोशिश न करें। ये आपको और ज्यादा नुकसान की ओर ले जायेगी।

इंट्राडे ट्रेडिंग को समझना ज्यादा मुस्किल नहीं है। यह सिर्फ सही माइंडसेट और मनी मैंनेजमेंट पर निर्भर करता है, कि आप ट्रेडर बनेंगे या नही!

ये भी पढ़े : लिक्विडिटी क्या है?

#5 हमेशा सीखते रहे।

मैं अपने अनुभव से बता रहा हुं कि ज्यादातर ट्रेडर्स सिर्फ अच्छी स्ट्रेटजियों के पीछे भागते है, उन्हे ये वात समझने में सालो लग जाते है कि सिर्फ अच्छी स्ट्रेटजी से पैसा नही कमाया जा सकता है, जब तक कि सही माइंडसेट और मनी मैंनेजमेंट न हो। इस लिए मेरी सबसे जरुरी प्रेक्टिकल सलाह है कि अपने माइंडसेट और मनी मैंनेजमेंट पर काम करे।

ट्रेडिंग को सीखना एक कभी न खत्म होने बाला प्रोसेस है इसलिए हर रोज कुछ न कुछ सीखते रहे। तभी आप स्टॉक मार्केट में सरवाइव कर पाओंगे, और अगर इसमें सरवाइव कर गए तो आपको ट्रेडर बनने से कोई नही रोक सकता है।

ये भी पढ़े : शेयर मार्केट क्या है?

अंतिम विचार

यदि आप एक सफल ट्रेडर बनना चाहते हैं, तो इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ कमाने के लिए ये बुनियादी वाते समझना महत्वपूर्ण है। साथ ही, किसी ट्रेड में प्रवेश करने से पहले आपको अपना होमवर्क अच्छी तरह से करना चाहिए।

ये Intraday Trading Tips in Hindi आपकी ट्रेडिंग यात्रा में आपकी मदद करेंगे। लेकिन हमेशा यह सुनिश्चित करना याद रखें कि आप सही माइंडसेट के साथ ट्रेड करे और भावना-आधारित निर्णयों से बचें।

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Intraday Trading क्या है Intraday Trading Start कैसे करे ? 2021

हेलो दोस्तों आज मैं आपको बताऊंगा की Intraday Trading In Hindi क्या है Intraday Trading से हम पैसे कैसे कमा सकते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टोक्स का सिलेक्शन कैसे करें या फिर Intraday Trading strategies कैसे बनाएं ये कुछ ऐसे सवाल है

जो हर एक इन्वेस्टर के मन में जरूर एक एक ना एक बार आता है क्योंकि हर कोई यह जरूर जानना चाहता है कि वह अपनी एक नई इनकम सोर्स कैसे जनरेट करें

तो आइए हम बात करते हैं Intraday Trading In Hindi बारे में यह एक नए इनकम सोर्स का भी जरिया हो सकता है यदि आप सावधानी और सतर्कता से और अपनी भावनाओं पर धैर्य बनाकर इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो

लॉकडाउन ने बहुत से लोग को शेयर मार्केट और इंट्राडे ट्रेडिंग की तरफ आकर्षित किया है क्योंकि हर कोई आजकल अपनी एक नई Income Source बनाना चाहता है और Intraday Trading करके आप कैसे पैसे कमा सकते हैं या फिर एक सफल ट्रेडर कैसे बन सकते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी इस ब्लॉग पोस्ट के जरिए मैं आपको देना चाहता हूं तो चलिए सबसे पहले जानते है की Intraday Trading क्या है।

Table of Contents

Intraday trading क्या हैं

Intraday Trading में आप मार्केट टाइम के अंदर ही शेर को खरीदते या बेचते हैं या फिर बेचते और खरीदते है इसका मतलब यह है कि आपको शेयर को 9:15 से 3:30 के बीच में ही बेचना और खरीदना होता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में 9:15 से 9:30 के बीच में ही शेयर को बेचना या खरीदना होता है क्योंकि जब मार्केट बंद हो जाता है तो मार्केट को POSITION को पूरी तरह से NILL दिखाना होता है ताकि मार्केट बंद होने के बाद कोई भी Trade or Transaction बाकी ना रहे।

Intraday Trading जो कि देखने में बहुत ही आसान लगती है लेकिन इसका कड़वा सच यह है कि सिर्फ 10% लोग ही इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे बना पाते हैं और वह भी regular income के तौर पर नहीं तो बाकी 90% लोग अक्सर लालच में आकर Intraday Trading के माध्यम से शेयर बाजार में अपने पैसों को गंवा बैठते हैं कड़वा है लेकिन 101% सच है।

Advantages of intraday trading (इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे)

Advantages of intraday trading in hindi या intraday trading के कौन-कौन से फायदे हैं जो ज्यादातर लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं इंट्राडे में ऐसी खूबियां है जो आम निवेशकों इंट्रा डे ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए इच्छुक बनाती हैं जैसे कि

1.DAILY INCOME :- इंट्राडे ट्रेडिंग के द्वारा आप अपनी लगभग daily income भी बना सकते हैं मेरा कहने का मतलब यह है कि भले ही आप एक या 2 दिन घाटे में जा सकते हैं लेकिन अपनी पूरी इंट्रा डे ट्रेडिंग इंट्रा डे ट्रेडिंग कोशिश रखनी है कि आप ज्यादा से ज्यादा दिन मुनाफे में रहे तभी आप daily income मना पाएंगे। इंट्राडे ट्रेडिंग से लोग लगभग 1 घंटे में अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने जितना पैसा बना लेते हैं।

2.NO BOSS :- इंट्राडे ट्रेडिंग का दूसरा फायदा यह होता है कि आपका कोई BOSS नहीं होता जो आपको दबाव बनाए| मतलब आप अपनी इच्छा के अनुसार जीवन जीते हैं आपको किसी के भी ORDER सुनने की आवश्यकता नहीं होती है आपको सिर्फ मार्केट को समझने की आवश्यकता।

3.NO PLACE RESTRICTION :- यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो आपको यह पता होगा कि अब दुनिया के किसी भी कोने में बैठ कर आराम से ट्रेडिंग कर सकते हैं बस आपको एक मोबाइल या लैपटॉप और एक अच्छा इंटरनेट नेटवर्क चाहिए होगा जिसकी वजह से आप दुनिया में कहीं पर किसी भी तरह बैठ कर पैसा बना सकते इंट्रा डे ट्रेडिंग हैं।

Intraday Trading के कुछ और भी फायदे हैं जो कि मार्केट से से संबंध रखते हैं जैसे कि

1. Intraday Trading में आप शेयर की PRICE बढ़ने पर अर्थात BULL MARKET और शेयर की PRICE घटने अर्थात BEAR MARKET दोनों ही तरह की MARKET FLUCTUATIONS मैं पैसे बना सकते हैं या TRADE कर सकते हैं।

2. Intraday Trading में ब्रोकर आपको 20 गुना तक का MARGIN भी देता है जिससे कि आप कम CAPITAL लेकर भी पैसा कमा सकते हैं।

3. क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान ही TRADE खत्म हो जाती है जिससे कि आपको मार्केट बंद होने के बाद उस शहर के बढ़ने या घटने से ना तो कोई डर रहता है और ना ही कोई प्रसन्नता या चिंता।

DISADVANTAGES OF INTRADAY TRADING ( इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान)

DISADVANTAGES OF INTRADAY TRADING IN HINDI इंट्राडे ट्रेडिंग में आम व्यक्ति को या फिर आम निवेशक को उसके पैसों को खोने के लिए बहुत ही मुख्य रूप से जिम्मेदार है जैसे कि

1. LOSS:-इंट्राडे ट्रेडिंग में LOSS होने के बहुत से कारण होते हैं अगर आप इन कारणों पर ध्यान नहीं देंगे और उन गलतियों को नहीं सुधरेंगे तो आप भी शायद उन 90% लोगों में से एक होंगे क्योंकि यही सच है।

2.ADDICTION:- इंट्राडे ट्रेडिंग का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि हम और आप जैसे लोगों को इसकी आदत लग जाती है जो की बहुत ही घातक है क्योंकि हर कोई अगर प्रॉफिट होता है और ज्यादा प्रॉफिट बनाने की सोचता है, और अगर LOSS होता है तो उस LOSS को cover करने की सोचता है जिससे कि वह कई बार हद से ज्यादा हतोत्साहित भी हो जाते हैं।

3.HEALTH ISSUE:-अगर आप पूरा दिन अपने COMPUTER SCREEN के सामने बैठे रहते हैं और मार्केट को UP OR DOWN देखते रहते हैं तो यह आपकी health पर बहुत ही घटिया प्रभाव डालता है जिससे कि आप depression ,stress और tension के मरीज बन जाते हो।

Intraday Trading में loss होने के कई मुख्य कारण हो सकते हैं

1.No Risk Management:- इंट्राडे ट्रेडिंग बंद होने का सबसे मुख्य कारण हो सकता है कि आपका गलत risk management plan जिससे कि आप ज्यादा प्रॉफिट बनाने की चाह में risk पर risk लेते रहते हैं और अपनी पूंजी को भी डूबा बैठते हैं।

2.No Money management:- दूसरा कारण हो सकता है कि इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले आप अपने पैसों का अच्छी तरह से मैनेजमेंट नहीं कर पाते हैं कि आपको आज कितने पैसों से कितने ट्रेड खरीदने हैं और कितने क्वांटिटी पर ट्रेड करना है| जिससे कि आप अपने ज्यादा से ज्यादा पैसों को कई बार अत्यधिक रिस्क पर लगा बैठते हैं और खो बैठते हैं।

3. Sightless trading:- जब आप कुछ बिना सोचे समझे मार्केट में रेड करते हैं तो आप मार्केट में ट्रेड करने नहीं जा रहे हैं आप मार्केट में सट्टा लगाने जा रहे हैं जो की आंख बंद करके किया जाता है जिसमें आपका हारना लगभग तय होता है| इसलिए अपने पैसों को सुरक्षित करने के लिए आपको मार्केट के trend के बारे में और basics के बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए।

4. जब आप मार्केट में किसी के द्वारा दी गई TIPS या किसी के द्वारा सुझाए गए स्टॉक्स या फिर गलत TRADE NEWS पर Trade करते हैं इस मामले में आपके पैसों का जोखिम से निकल पाना या फिर डूबना 100% तय है।

Mistakes In intraday Trading

1 Intraday Trading में पहली सबसे बड़ी गलती जो कि हम अक्सर ट्रेडिंग करते वक्त करते हैं वह होती किसी भी तरह के SYSTEM OR RULE या STRATEGIES को FOLLOW ना करना और अपने मनमाने तरीके या ढंग से स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते रहना| लोगों को यह क्यों नहीं समझ आता कि बिना STRATEGIES के स्टॉक मार्केट में पैसा नहीं बनाया जा सकता।

2. Intraday Trading करने के लिए एक अच्छे MINDSET का होना बहुत जरूरी होता है यदि आप कल के हुए लोग को कवर करने के लिए आज PRESSURE के साथ ट्रेडिंग करते हैं या फिर खराब MOOD के साथ ट्रेडिंग करते हैं तो यह आपको ट्रेडिंग में LOSS का सामना करा सकता है जिससे कि आप भविष्य में पैसों को खोकर दोबारा शेयर बाजार की तरफ नहीं देखते हैं जो कि बहुत ही गलत है।

3 तीसरे सबसे बड़ी गलती जो हम किसी ट्रेडिंग के दौरान करते हैं वो यह होती है कि हम किसी की TIPS OR ADVISE के according trade करते हैं और आपको तो पता ही होगा कि बिना जानकारी के या फिर बिना मेहनत के मिलने वाली टिप्स आप को भारी नुकसान पहुंचा सकती हैं और शायद पहुंचाया भी होगा।

निवेशकों के लिए जरूरी जानकारी: इंट्रा-डे ट्रेडिंग पर जानें, कैसे लगेगा आयकर

शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि निवेशक जब एक दिन के भीतर ही स्टॉक की खरीद-फरोख्त करता है तो उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं।

सांकेतिक तस्वीर.

कोविड- 19 महामारी के अनिश्तिता भरे दौर में निवेशक अब शेयर बाजार में लंबे समय तक पैसा लगाने के बजाए इंट्रा-ट्रेडिंग में हाथ आजमाने लगे हैं। नौकरीपेशा व आम आदमी भी इंट्रा-डे ट्रेडिंग में पैसे लगाना पसंद करता है। ऐसे निवेशकों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि इंट्रा-डे ट्रेडिंग से हुई कमाई पर आयकर गणना कैसे की जाएगी। पेश है प्रमोद तिवारी की रिपोर्ट-

कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा मुनाफा
शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि निवेशक जब एक दिन के भीतर ही स्टॉक की खरीद-फरोख्त करता है तो उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं। इस तरह ट्रेडिंग का मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि बाजार में उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाना है।

लिहाजा ऐसे मुनाफे को कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा। ट्रेडिंग करते समय भी जब निवेशक स्टॉक खरीदेगा तो भी उसे यह बताना पड़ेगा कि संबंधित स्टॉक को इंट्रा-डे के लिए खरीदा जा रहा अथवा डिलीवरी के लिए। यहां डिलीवरी का मतलब स्टॉक को एक दिन से ज्यादा समय के लिए रखना है।

कोई नौकरीपेशा इंट्रा-डे ट्रेडिंग करता है तो यह कारोबार या पेशे के रूप में अतिरिक्त आय होगी और रिटर्न भरते समय आईटीआर फॉर्म-3 का उपयोग करना होगा। वित्तवर्ष 2020-21 में अगर किसी ने इंट्रा-डे ट्रेडिंग किया है तो उसे आईटीआर-3 में इसके मुनाफे या घाटे का विवरण देना होगा।

निवेशकों के लिए जरुरी जानकारी

  1. स्टॉक में निवेश से हुए नुकसान को समायोजन आठ साल किया जा सकेगा।
  2. एलटीसीजी से नुकसान की भरपाई एसटीसीजी में हो सकेगी, एसटीसीजी की भरपाई, एसटीसीजी से नहीं कर सकेंगे।
  3. इंट्रा-डे से हुए नुकसान का समायोजन करने को पेशेवरसे ऑडिट कराना जरूरी होगा।

खर्च और नुकसान के समायोजन का मौका
आयकरदाताओं को इंट्रा-डे ट्रेडिंग के कारोबार की श्रेणी में रखने का फायदा भी मिलता है। आयकर कानून के तहत इस ट्रेडिंग पर आए खर्च को आप कारोबारी खर्च की तरह रिटर्न में समायोजित कर सकते हैं। रिटर्न भरते समय करदाता इंटरनेट, टेलीफोन, डीमैट खाते के खर्च के अलावा ब्रोकर शुल्क पर भी टैक्स छूट ले सकते हैं। हालांकि इसका समायोजन वेतन, अन्य कारोबार, आवासीय संपत्ति या किसी और कमाई के साथ नहीं कर सकेंगे। नुकसान को अगले साल के मुनाफे में समायोजित करने के लिए रिटर्न में भी इसका उल्लेख करना होगा।

एक से ज्यादा निवेश तो भरेंगे आईटीआर फॉर्म-2
स्टॉक में एक दिन से ज्यादा निवेश करने वाले करदाताओं रिटर्न भरते समय आईटीआर-2 फॉर्म चुनना होगा। ऐसे निवेशकों पर दो तरह से आयकर की देनदारी बनती है। अगर उसने 12 महीने से कम समय के लिए निवेश किया है तो लघु अवधि का पूंजीगत लाभ कर देना होगा। यह स्टॉक से एक लाख रुपये से ऊपर के शुद्ध मुनाफे पर 10 फीसदी लगता है। एलटीसीजी के मामले में नुकसान की भरपाई आठ साल तक की जा सकेगी।

विस्तार

कोविड- 19 महामारी के अनिश्तिता भरे दौर में निवेशक अब शेयर बाजार में लंबे समय तक पैसा लगाने के बजाए इंट्रा-ट्रेडिंग में हाथ आजमाने लगे हैं। नौकरीपेशा व आम आदमी भी इंट्रा-डे ट्रेडिंग में पैसे लगाना पसंद करता है। ऐसे निवेशकों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि इंट्रा-डे ट्रेडिंग से हुई कमाई पर आयकर गणना कैसे की जाएगी। पेश है प्रमोद तिवारी की रिपोर्ट-

कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा मुनाफा
शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि निवेशक जब एक दिन के भीतर ही स्टॉक की खरीद-फरोख्त करता है तो उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहते हैं। इस तरह ट्रेडिंग का मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि बाजार में उतार-चढ़ाव से मुनाफा कमाना है।

लिहाजा ऐसे मुनाफे को कारोबार से हुई कमाई माना जाएगा। ट्रेडिंग करते समय भी जब निवेशक स्टॉक खरीदेगा तो भी उसे यह बताना पड़ेगा कि संबंधित स्टॉक को इंट्रा-डे के लिए खरीदा जा रहा अथवा डिलीवरी के लिए। यहां डिलीवरी का मतलब स्टॉक को एक दिन से ज्यादा समय के लिए रखना है।

कोई नौकरीपेशा इंट्रा-डे ट्रेडिंग करता है तो यह कारोबार या पेशे के रूप में अतिरिक्त आय होगी और रिटर्न भरते समय आईटीआर फॉर्म-3 का उपयोग करना होगा। वित्तवर्ष 2020-21 में अगर किसी ने इंट्रा-डे ट्रेडिंग किया है तो उसे आईटीआर-3 में इसके मुनाफे या घाटे का विवरण देना होगा।

  1. स्टॉक में निवेश से हुए नुकसान को समायोजन आठ साल किया जा सकेगा।
  2. एलटीसीजी से नुकसान की भरपाई एसटीसीजी में हो सकेगी, एसटीसीजी की भरपाई, एसटीसीजी से नहीं कर सकेंगे।
  3. इंट्रा-डे से हुए नुकसान का समायोजन करने को पेशेवरसे ऑडिट कराना जरूरी होगा।


खर्च और नुकसान के समायोजन का मौका
आयकरदाताओं को इंट्रा-डे ट्रेडिंग के कारोबार की श्रेणी में रखने का फायदा भी मिलता है। आयकर कानून के तहत इस ट्रेडिंग पर आए खर्च को आप कारोबारी खर्च की तरह रिटर्न में समायोजित कर सकते हैं। रिटर्न भरते समय करदाता इंटरनेट, टेलीफोन, डीमैट खाते के खर्च के अलावा ब्रोकर शुल्क पर भी टैक्स छूट ले सकते हैं। हालांकि इसका समायोजन वेतन, अन्य कारोबार, आवासीय संपत्ति या किसी और कमाई के साथ नहीं कर सकेंगे। नुकसान को अगले साल के मुनाफे में समायोजित करने के लिए रिटर्न में भी इसका उल्लेख करना होगा।

एक से ज्यादा निवेश तो भरेंगे आईटीआर फॉर्म-2
स्टॉक में एक दिन से ज्यादा निवेश करने वाले करदाताओं इंट्रा डे ट्रेडिंग रिटर्न भरते समय आईटीआर-2 फॉर्म चुनना होगा। ऐसे निवेशकों पर दो तरह से आयकर की देनदारी बनती है। अगर उसने 12 महीने से कम समय के लिए निवेश किया है तो लघु अवधि का पूंजीगत लाभ कर देना होगा। यह स्टॉक से एक लाख रुपये से ऊपर के इंट्रा डे ट्रेडिंग शुद्ध मुनाफे पर 10 फीसदी लगता है। एलटीसीजी के मामले में नुकसान की भरपाई आठ साल तक की जा सकेगी।

5 Best Intraday Trading Tips in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम

5 Best Intraday Trading Tips in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम

इंट्राडे ट्रेडिंग, जिसे डे ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है, शेयर बाजार में शुरुआती लोगों के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग सबसे पंसदीदा ट्रेडिंग शैली है।
इसका कारण यह है कि बहुत कम ट्रेडर्स को पता होता है कि क्या ट्रेड करना है और कब ट्रेड करना है एंव एक ही समय में मनी मैंनेजमेंट की सही रणनीति है।
आज इस Intraday Trading Tips in Hindi लेख में जानेंगे,

* इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
* इंट्राडे में ट्रेडिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
* शेयर बाजार में शुरुआती लोगों के लिए, Intraday Trading Tips in Hindi तो चलिए शुरू करते हैं!

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग मुनाफा बुक करने के लिए उसी दिन शेयर खरीदने और बेचने के बारे में है। इसमें आप अपनी शेयरों की डिलीवरी लेने की योजना नहीं बनाते हैं। यानि अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीद कर उसी दिन मार्केट बंद होने से पहले बेच देते है तो यह प्रकिया इंट्राडे ट्रेडिंग कहलाती है।

दूसरे शब्दों में, यदि आप शेयरों को खरीदने या बेचने के लिए एक इंट्राडे ऑर्डर देते हैं, तो आप मूल्य में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाते हैं और ट्रेडिंग दिवस के अंत से पहले स्थिति को कवर करते हैं ताकि अगले दिन के लिए कोई बकाया शेयर न हो।

इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान आपकी मानसिकता बहुत ही अहम् भूमिका निभाती है इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत करने से पहले अपनी ट्रेडिंग साइकोलॉजी एंव मनी मैनेजमेंट पर काम करे, जो आपको ट्रेडिंग के दौरान सही निर्णय लेने में मदद करेंगे।

Intraday Trading Tips in Hindi for Beginners

लगातार इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं? इसका इंट्रा डे ट्रेडिंग कोई निश्चित उत्तर नहीं है, लेकिन लंबे समय में ये सरल टिप्स एक नए ट्रेडर और एक अनुभवी ट्रेडर के बीच अंतर करते हैं! यहां पांच नियम दिए गए हैं जिन्हें आप फोलो कर एक वेहतर ट्रेडर बन सकते हैं।

Intraday Trading Tips in Hindi

#1 आप क्या ट्रेड करेंगे और कब ट्रेड करेंगे, ये स्पष्ट होना चाहिए।

पहले अपनी ट्रेडिंग के लिए लिक्विड स्टॉक्स की सूची बनाएं। यह कभी भी 10-15 से अधिक स्टॉक नहीं होना चाहिए क्योंकि आप इसे नियमित रूप से ट्रैक कर सकते हैं। मुख्य नियम अस्थिर बाजार के बीच में ट्रेड नहीं करना है। इंट्राडे ट्रेडिंग सबसे अच्छी इंट्रा डे ट्रेडिंग होती है जब बाजार की दिशा और गति का अनुमान लगाया जा सकता है। यदि आप नियमित अंतराल पर स्टॉप लॉस को ट्रिगर करते रहते हैं, तो यह न केवल आपको विचलित करता है बल्कि एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में आपका मनोबल भी गिराता है। तार्किक रूप से यह है कि इंट्राडे ट्रेडिंग काफी हद तक आपकी पूंजी की सुरक्षा के बारे में है और आपको विभिन्न स्तरों पर अपनी पूंजी की रक्षा करनी होगी। आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि आप कुल मिलाकर और प्रति ट्रेड के आधार पर कितना नुकसान उठाना चाहते हैं। वह पहला टिप है।

#2 स्टॉप लॉस और प्रॉफिट टारगेट वे ईंधन हैं जो इंट्राडे ट्रेडिंग को बेहतर बनाते हैं।

स्टॉप लॉस इंट्राडे ट्रेडिंग में बीमा की तरह है, भले ही आप शॉर्ट या लॉन्ग ट्रेडिंग कर रहे हों। बिना स्टॉप लॉस के कभी भी इंट्राडे ट्रेड न करें। स्टॉप लॉस की अनुपस्थिति में, आप असहनीय नुकसान के साथ पोजीशन धारण कर सकते हैं। जब आप एक इंट्राडे ट्रेडर होते हैं, तो आप रात भर का जोखिम नहीं उठा सकते, भले ही आप प्रतीक्षा करने का जोखिम उठा सकते हों। इसका मतलब है कि आपको न केवल स्टॉप लॉस बल्कि प्रॉफिट टारगेट भी पहले से ही तय करना होगा। इस लिए ट्रेड में प्रवेश करने से पहले आपको अपना स्टॉप लॉस और टारगेट पता होने ही चाहिए।

#3 आप कैसे ट्रेड करते हैं और ट्रेड क्यों करते हैं, ये पता होना चाहिए।

यह एक ऐसी चीज है जिसे बहुत से इंट्राडे ट्रेडर पूरी तरह से नहीं समझते हैं। अपनी लाभ और अपनी नुकसान का रिकॉर्ड रखें और दिन के अंत में मूल्यांकन करें। यह सुनने में वचकाना लग रहा होगा, लेकिन धीरे-धीरे आपको इसकी अहमियत का एहसास होगा। आपने क्या गलत किया और आप क्या बेहतर कर सकते थे, इसका विश्लेषण करने के लिए एक ट्रेडिंग प्लान का उपयोग करें। समय के साथ, यह प्रक्रिया आपको एक बेहतर इंट्राडे ट्रेडर बनने में मदद करती है।

आप जो ट्रेड करते हैं उसमें यह भी शामिल है कि किस शोध और टेक्निक का उपयोग करना है और इसका उपयोग कैसे करना है। बाजार मे आने बाली जरुरी खबरों पर नजर रखें, अन्यथा एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में आपके असफल होने की संभावना है। कॉर्पोरेट कार्रवाइयों और परिणामों की घोषणाओं के प्रवाह का मूल्यांकन करें। आपको अपनी शॉर्टलिस्ट की गई कंपनियों के बारे में अच्छी तरह अपटेड रहना चाहिए। यहां तक कि इंट्राडे ट्रेडर्स को भी यह जानने की जरूरत है कि कंपनी क्या कर रही है और कैसा प्रदर्शन कर रही है। इन सबसे ऊपर, अपने स्वयं के तकनीकी चार्टिस्ट बनें और F&O डेटा जैसे OI/PCR/IV आदि का मूल्यांकन करें। ये सभी इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण इनपुट हैं।

#4 जब आप नुकसान करते हैं तो ये सीखने का सबसे अच्छा मौका है।

किसी भी व्यवसाय की तरह, एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में आपके कौशल का सबसे अच्छा परीक्षण तब किया जाता है जब आप नुकसान में होते हैं। याद रखने के लिए यहां कुछ बुनियादी नियम दिए गए हैं।

जब आप इंट्रा डे ट्रेडिंग कर रहे हों और नुकसान उठा रहे हों तो घबराएं नहीं। बल्कि अपनी गलतियों को पहचानों और उनसे सीखो।

नुकसान के बारे में चिंता न करें, ये इंट्राडे ट्रेडिंग का हिस्सा हैं। अपने ट्रेडिंग जर्नल में अपनी गलतियों को देखना और विश्लेषण करना एक अच्छे ट्रेडर की पहचान है।

यदि कोई आपको बताता है कि वे ट्रेडिंग में हमेशा प्रोफ़िट करते हैं, तो वे या तो भगवान हैं या झूठे हैं। आपको उनमें से कोई भी नहीं होना चाहिए। नुकसान ट्रेडिंग का हिस्सा हैं।

यदि आपकी पोजीशन ने कुछ मिनटों या घंटे के भीतर आकर्षक लाभ अर्जित किया है, तो प्रोफ़िट बुक कर ले। अपनी किस्मत को ज्यादा देर तक न परखें। कभी भी ओवरट्रेडिंग करके नुकसान की भरपाई करने की कोशिश न करें। ये आपको और ज्यादा नुकसान की ओर ले जायेगी।

इंट्राडे ट्रेडिंग को समझना ज्यादा मुस्किल नहीं है। यह सिर्फ सही माइंडसेट और मनी मैंनेजमेंट पर निर्भर करता है, कि आप ट्रेडर बनेंगे या नही!

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#5 हमेशा सीखते रहे।

मैं अपने अनुभव से बता रहा हुं कि ज्यादातर ट्रेडर्स सिर्फ अच्छी स्ट्रेटजियों के पीछे भागते है, उन्हे ये वात समझने में सालो लग जाते है कि सिर्फ अच्छी स्ट्रेटजी से पैसा नही कमाया जा सकता है, जब तक कि सही माइंडसेट और मनी मैंनेजमेंट न हो। इस लिए मेरी सबसे जरुरी प्रेक्टिकल सलाह है कि अपने माइंडसेट और मनी मैंनेजमेंट पर काम करे।

ट्रेडिंग को सीखना एक कभी न खत्म होने बाला प्रोसेस है इसलिए हर रोज कुछ न कुछ सीखते रहे। तभी आप स्टॉक मार्केट में सरवाइव कर पाओंगे, और अगर इसमें सरवाइव कर गए तो आपको ट्रेडर बनने से कोई नही रोक सकता है।

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अंतिम विचार

यदि आप एक सफल ट्रेडर बनना चाहते हैं, तो इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ कमाने के लिए ये बुनियादी वाते समझना महत्वपूर्ण है। साथ ही, किसी ट्रेड में प्रवेश करने से पहले आपको अपना होमवर्क अच्छी तरह से करना चाहिए।

ये Intraday Trading Tips in Hindi आपकी ट्रेडिंग यात्रा में आपकी मदद करेंगे। लेकिन हमेशा यह सुनिश्चित करना याद रखें कि आप सही माइंडसेट के साथ ट्रेड करे और भावना-आधारित निर्णयों से बचें।

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