सबसे अच्छा स्टॉक ट्रेडर कौन है

यहां पर स्विंग ट्रेडिंग के जरिये एक ट्रेडर का लक्ष्य छोटे-छोटे प्रॉफिट के साथ लॉन्गर टाइम फ्रेम में एक बड़ा प्रॉफिट बनाने का होता है. जहां लॉन्ग टर्म निवेशकों को मामूली 25% लाभ कमाने के लिए पांच महीने तक इंतजार करना पड़ सकता है. वहीं स्विंग ट्रेडर हर हफ्ते 5% या इससे ज्यादा का भी प्रॉफिट बना सकते हैं बहुत ही आसानी से लॉन्ग टर्म निवेशकों को मात दे सकता है.
Nifty में पहली गिरावट को खरीदना आज सबसे बड़ा ट्रेड होगा, Bank Nifty 42300 के पास मिले तो रिस्क-रिवॉर्ड अच्छा: अनुज सिंघल
नुज सिंघल ने कहा कि पहली गिरावट को खरीदना आज सबसे बड़ा ट्रेड होगा। निफ्टी का 18344 का निचला स्तर स्टॉपलॉस रखें
आज कैसा नजर आ रहा है बाजार का सेटअप। वीकली एक्सपायरी के दिन कहां और कैसे हो सकती है कमाई इस पर बात करते हुए सीएनबीसी-आव़ाज के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल ने कहा कि घरेलू बाजार में गिरावट में खरीदारी की रणनीति काम कर रही है। उधर US में रैली थमने के पहले संकेत भी मिले है। Paytm में आज बड़ी ब्लॉक डील होगी। इसके चलते इस स्टॉक में गिरावट संभव है। सभी ग्लोबल बाजारों में मार्केट ब्रेड्थ (market breadth)काफी कमजोर है। निफ्टी 18400 पर दिख रहा है लेकिन पोर्टफोलियो 17400 पर हैं। ग्लोबल सेटअप पर नजर डालें तो अमेजन में छंटनी से नैस्डेक का सेंटिमेंट बिगड़ा है। एलन मस्क ने कर्मचारियों को चिट्ठी लिखी है जिसमें कहा गया है कि कड़ी मेहनत करो या नौकरी छोड़ो।
Intraday के लिए Stock कैसे चुने | intraday stock kaise select kare
Intraday के लिए Stock कैसे चुने– अच्छा कमाई करने के लिए सही शेयर का चुनना बहुत जरुरी हैं। आज हम जानेंगे अच्छा intraday stock kaise select kare कौन से ऐसे Criteria होना चाहिए जिसको फॉलो करने से आप ट्रेडिंग से अच्छा पैसा कमाई करने में आसानी हो।
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Intraday के लिए Stock कैसे चुने
Intraday Trading में आप बहुत ही कम समय के लिए काम करते हो। इसलिए आपका Stock Selection Perfect होना बहुत जरूरी हैं। आपको पहले दिन ही देखना चाहिए कौन से स्टॉक में आपको अगले दिन काम करना हैं। पहले से ही तैयारी करके रखना चाहिए। अगर मार्केट आपके हिसाब से काम करे तो आप अच्छा ट्रेड ले सको।
ज्यादा Liquidity स्टॉक चुने:- Intraday Trading में आपको सबसे पहले ज्यादा Liquidity वाले शेयर को ही चुनना चाहिए। Liquidity सबसे अच्छा स्टॉक ट्रेडर कौन है का मतलब जिस शेयर में Buyer और Seller ज्यादा होता हैं उसी को High Liquidity स्टॉक कहते हैं। अगर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।
ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।
Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए
Small cap Stock नहीं होना चाहिए:- Intraday में आपको बिल्कुल Small cap Stock पर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। Mid cap भी अच्छा है लेकिन Large cap Stock सबसे अच्छा हैं Intraday Trading के लिए।
Upper circuit / Lower Circuit स्टॉक:- एसी स्टॉक में आपको बिल्कुल ट्रेडिंग नहीं करनी है जिसमे Upper circuit या Lower Circuit को जल्दी हित करे। अगर कोई भी Intraday Stocks में ये जल्दी लगेगा तो आपको शेयर Buy और Sell करने में प्रॉब्लम होगा। इसलिए आपको एसी स्टॉक से दूर रहना हैं।
मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा कैसे पता करे
Intraday Trading में मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा इसमें नजर रखना बहुत जरुरी हैं। आपको जानना बहुत जरुरी है मार्केट किस तरफ जाने की संभावना ज्यादा हैं। ऐसे में आपको Global मार्केट को देखना बहुत जरुरी हैं। ये देखना इसलिए जरुरी है क्युकी आम तौर पर ऐसा देखा गया है जब भी Global Market गिरता है Indian मार्केट भी गिरता हैं।
Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे
Stop Loss और Target जरुर लगाए:- Intraday Trading में Stop Loss और Target लगाना बहुत जरुरी हैं। अगर आप Stop loss नहीं लगायेंगे तो नुकसान होने की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। और Target नहीं लगाया तो हो चकता है एक बार में अच्छा प्रॉफिट हो लेकिन ज्यादातर आपको नुकसान का सामना करना पर चकता हैं। इसलिए दोनों ट्रेड एक साथ डालना बहुत जरुरी हैं।
लालश से दूर रहे:- ट्रेडिंग से पहले आपने जो भी टारगेट के लिए ट्रेड लिया है उसको हासिल होने के बाद आप प्रॉफिट बुक कर ले और ज्यादा लालश के चक्कर में ना पड़े। ज्यादा देर तक ट्रेडिंग करते रहोगे सबसे अच्छा स्टॉक ट्रेडर कौन है तो बाद में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाता हैं।
मेरी राय:-
शेयर मार्केट में Intraday Trading में बहुत ही रिस्क होता हैं। इसमें जितना जल्दी आप मुनाफा कमा चकते हो उतना जल्दी आप पैसा गवा भी चकते हो। अगर आपको यदि करना ही है तो सबसे पहले कम पैसे से सुरवात करना चाहिए। उतना ही पैसा ट्रेडिंग में लगाए जितना नुकसान होने पर भी ज्यादा फर्क ना पड़े। अगर आप practice और साथ साथ सीखते रहोगे तो जरुर एक सफल ट्रेडर बन पाओगे।
शेयर बाजार आधारित हिंदी वेब सीरीज
भारत में अभी OTT आधारित प्लेटफार्म का विकास हो रहा है। ऐसे में में नये नये विषय के लिये हो सकता है कि सबसे अच्छा स्टॉक ट्रेडर कौन है कुछ वेब सीरीज शेयर बाजार पर भी बनें।
- द बुल ऑफ दलाल स्ट्रीट (The Bull of Dalal Street) (हिंदी) - एसएक्स प्लेयर (MX Player) पर उपलब्ध
- शेयर बाजार पर इम्तियाज अली की लघु फिल्म (YouTube पर उपलब्ध)सबसे अच्छा स्टॉक ट्रेडर कौन है
स्टॉक मार्केट आधारित अंग्रेजी में बनी फिल्में
अंग्रेजी भाषा में फिल्म बनाने में अमेरिका का हॉलीवुड (Hollywood) सबसे बड़ा केन्द्र है। वहां पर हमेशा नये नये विषय पर फिल्में बनाने का काम चलता रहता है।
जाहिर सी बात है कि अंग्रेजी में हॉलीवुड ने बहुत सारी शेयर बाजार आधारित फिल्में और वेब-सीरीज बनाई हैं।
हमने यहां नाचे ऐसी अंग्रेजी फिल्मों कि सूची बनाई है जो शेयर बाजार पर आधारित हैं। इनमें से कई फिल्में आपको हिंदी भाषा में डब होकर भी देखने को मिल जायेंगी।
अगर आप यूट्यूब, नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार, अमेजन प्राइम, जी5, सोनीलिव आदि OTT पर अगर खोजेंगे तो आपके ये फिल्में अंग्रेजी में या हिंदी में डब होकर मिल जायेंगी और आप इनको देख सकते हैं।
- ट्रेडिंग प्लेसेज - Trading Places (1983)
- वॉल स्ट्रीट - Wall Street (1987)
- अदर पीपुल्स मनी - Other People's Money (1991)
- बारबेरियंस एट द गेट - Barbarians at the Gate (1993)
- रोग ट्रेडर - Rogue Trader (1999)
- बॉयलर रूम - Boiler Room (2000)
- वॉल स्ट्रीट वारियर्स - Wall Street Warriors (2006)
- मिलियन डॉलर ट्रेडर्स - Million Dollar Traders (2009)
- मार्जिन कॉल Margin Call (2011)
- टू बिग टू फेल - Too Big to Fail (2011)
- वॉल स्ट्रीट - मनी नेवर स्लीप्स - Wall Street – Money Never Sleeps (2011)
- आर्बीट्रॉज - Arbitrage (2012)
- द वोल्फ ऑफ वॉल स्ट्रीट - The Wolf of Wall Street (2013)
- द बिग शॉर्ट - The Big Short (2015)
- इक्विटी - Equity (2016)
- मनी मॉन्स्टर - Money Monster (2016)
स्टॉक मार्केट पर डाक्यूमेंटरी
- बूम डस्ट बूम - Boom Bust Boom -- Strengths & Weaknesses of US economy
- ट्रेडर - Trader -- Documentary सबसे अच्छा स्टॉक ट्रेडर कौन है on legendary trader Paul Tudor Jones
- बिकमिंग वारेन बफेट - Becoming Warren Buffett -- Documentary on Buffett's upbringing
- 25 मिलियन पाउन्ड - 25 Million Pounds -- Financial & Thriller documentary
- द चाइना हसल - The China Hustle (2018) – Finance & Trade Documentary
- द कॉरपोरेशन - The Corporation (2003) -- Finance Documentary
- बिलियन डॉलर डे - Billion Dollar Day (1985) - Documentary
- द एसेन्ट ऑफ मनी - The Ascent of Money (2008) -- Finance Documentary
- केपिटलिज्म - ए लव स्टोरी - Capitalism: A Love Story (2009) -- Finance Documentary
- फलोर्ड - Floored (2009) -- Stock Trading Documentary
- इनसाइड जॉब - Inside Job (2011) – Financial Crisis 2008, Finance Movie
- बेटिंग ऑन जीरो - Betting On Zero -- Big bet on short selling on one company
- हैंक: 5 ईयर्स फ्रोम द ब्रिंक - Hank: 5 Years from the Brink -- Bailout of the banking system in 2008
- चेजिंग मैडॉफ - Chasing Madoff (2011)
- मनी फॉर नथिंग - Money for Nothing (2013)
एक्स्चेंज द्वारा तय सही स्ट्राइक प्राइस का चयन करें
ऑप्शन में ट्रेडिंग करते समय हमें बहुत सावधानी के साथ स्ट्राइक प्राइस का सबसे अच्छा स्टॉक ट्रेडर कौन है चयन करना होता है क्योंकि किसी भी स्टॉक या इंडेक्स की स्ट्राइक प्राइस एक्स्चेंज द्वारा तय की जाती है और एक ऑप्शन ट्रेडर सिर्फ उन्ही स्ट्राइक प्राइस पर ट्रेड कर सकता है जो एक्स्चेंज द्वारा तय की गई है.
उदाहरण के लिए, यदि आप मानते हैं कि किसी कंपनी का शेयर मूल्य वर्तमान में ₹2000 पर ट्रेड कर रहा है, और भविष्य की किसी तारीख तक ₹2050 तक बढ़ जाएगा, आप ₹2050 से कम स्ट्राइक मूल्य के साथ एक कॉल ऑप्शन खरीद सकते है. फिर जैसे-जैसे कंपनी का शेयर मूल्य ₹2050 के नजदीक जाता जाएगा, आपका लाभ बढ़ता जायेगा. इसी तरह अगर कंपनी का शेयर मूल्य उस भविष्य की तारीख तक ₹2000 से जैसे-जैसे कम होगा, आपका मुनफा कम होता चला जायेगा लेकिन ऑप्शन खरीदते हुए आपका अधिकतम नुकसान आपने जो प्रीमियम दिया है सिर्फ वही होगा.
ऑप्शन ट्रेडिंग की समय सीमा निर्धारित करें
- ऑप्शन में सबसे अहम रोल एक्सपायरी का होता है. ऑप्शन एक्सपायरी एक तिथि होती है जहां पर ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट एक भविष्य की तारिख पर शून्य हो जाते है. प्रत्येक ऑप्शन की समाप्ति अवधि तक उस भविष्य तारीख के अंतिम दिन तक उस ट्रेड में बने रह सकते है. ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट के लिए तीन एक्सपायरी होती है-
- नियर मंथ (1महीना)
- मिडिल मंथ (2महीना)
- फार मंथ (3 महीना)
- उदाहरण के लिए, अभी निफ्टी 15000 पर ट्रेड कर रहा है और आप निफ्टी में ट्रेड करना चाहते है तो आप साप्ताहिक एक्सपायरी या महीने की एक्सपायरी को लेकर ट्रेड कर सकते है.यदि आपको लगता है निफ्टी इस महीने के अंत तक 15500 तक या उससे ज्यादा तक पहुंच जायेगा, तब 15500 कॉल ऑप्शन महीने की जो आखिरी एक्सपायरी है उस पर खरीदते है.
समाप्ति तिथियां साप्ताहिक से लेकर महीनों तक हो सकती हैं. लेकिन साप्ताहिक ऑप्शन सबसे अधिक जोखिम वाले होते हैं और अनुभवी ऑप्शन ट्रेडर्स ज्यादातर इन्ही में ट्रेड करते हैं.
स्विंग ट्रेडिंग से जुड़े कुछ जरूरी टर्म्स
स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) में अक्सर इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ शब्दों में एंट्री पोइंट, एग्जिट पॉइंट और स्टॉप लॉस शामिल हैं. जिस प्वाइंट पर ट्रेडर अलग अलग टेक्निकल इंडिकेटर की सहायता से खरीदारी करते है उसे एंट्री प्वाइंट कहा जाता है. जबकि जिस प्वाइंट पर ट्रेडर अपनी ट्रेड पोजीशन को स्क्वायर ऑफ करते हैं. उसे एग्जिट प्वाइंट के रूप में जाना जाता है. वही स्टॉप लॉस जिसे एक निवेशक सबसे अच्छा स्टॉक ट्रेडर कौन है के नुकसान को सीमित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. ऐसा प्वाइंट होता है जहाँ आप अपने रिस्क को सीमित कर देते है. उदाहरण के लिए जिस कीमत पर आपने स्टॉक खरीदा था. उसके 20% नीचे सबसे अच्छा स्टॉक ट्रेडर कौन है के लिए स्टॉप-लॉस ऑर्डर सेट करना आपके नुकसान को 20% तक सीमित कर देता है.
स्विंग ट्रेडर्स अपनी निवेश रणनीति तैयार करने के लिए बोलिंगर बैंड, फिबोनाची रिट्रेसमेंट और मूविंग ऑसिलेटर्स जैसे ट्रेडिंग टूल्स का उपयोग करके अपने ट्रेड करने के तरीके बनाते हैं. स्विंग ट्रेडर्स उभरते बाजार के पैटर्न पर भी नजर रखते हैं जैसे